न्यूट्रॉफिल क्या है? (What Is Neutrophils In Hindi)

आज हम लोग जानेंगे कि न्यूट्रोफिल क्या होता है? (Neutrophils kya hai) Neutrophils का मतलब क्या होता है? (Neutrophils meaning in hindi) न्यूट्रॉफिल क्यों बढ़ जाता है? न्यूट्रॉफिल के बढ़ने के कारण क्या है? तथा न्यूट्रॉफिल क्यों घट जाता है?

न्यूट्रोफिल क्या होता है? (Neutrophils kya hai)

न्यूट्रोफिल्स का मतलब क्या होता है? (Neutrophils meaning in hindi)

जैसा की आप सभी लोगों को पता है कि जब भी हमारे शरीर में किसी प्रकार का कोई इंफेक्शन होता है या कोई वायरस का आक्रमण होता है या किसी बैक्टीरिया का आक्रमण होता है तो उस स्थिति में हमारे शरीर में मौजूद श्वेत रक्त कोशिकाएं हमें उस व्यक्ति या या वायरस से बचाता है

Neutrophils असल में श्वेत रक्त कोशिकाओं का ही एक प्रकार है जो कि हमें हमारे शरीर में होने वाले बीमारी से हमें बचाता है।

जब भी हमारे शरीर में किसी व्यक्ति या का आक्रमण होता है तो उस स्थिति में हमारे शरीर में मौजूद Neutrophils हमें उन बैक्टीरिया से बचाता है और हमारे शरीर को स्वस्थ रखता है।

शरीर में न्यूट्रोफिल कितना होना चाहिए?

आइए जानते हैं कि हमारे शरीर में Neutrophils की मात्रा कितनी होनी चाहिए ताकि जब भी कभी हम बीमार हो तो हमारे शरीर में मौजूद बैक्टीरिया से न्यूट्रोफिल हमें बचा पाए।

अगर मैं आप को प्रतिशत में बताऊं तो हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल की मात्रा 40 से 70% के बीच होती है।

neutrophils in hindi

न्यूट्रोफिल टेस्ट क्या होता है?

Neutrophils टेस्ट बिल्कुल उसी तरह का होता है जिस प्रकार हम अपना खून की जांच करवाते हैं खून जांच बहुत से अलग-अलग प्रकार के होते हैं।

यह निर्भर करता है कि आप किस बीमारी या इंफेक्शन से पीड़ित है उसके हिसाब से अलग-अलग प्रकार की खून की जांच की जाती है।

और Neutrophils टेस्ट उन्ही जांच में से एक है इसमें यह देखा जाता है कि आप के खून में न्यूट्रोफिल की मात्रा कितनी है Neutrophils कम या ज्यादा तो नहीं है।

इसमें भी इंजेक्शन की सहायता से आपके शरीर से खून निकाला जाता है और उसके बाद एक लैप में ले जाकर आपकी खून की जांच की जाती है।

न्यूट्रोफिल क्यों बढ़ जाता है?

जब भी हमारे शरीर में Neutrophils बढ़ जाता है यानी कि शरीर में Neutrophils की मात्रा 70% से अधिक हो जाती है तो उस स्थिति में हम इसे Neutrophillia के नाम से जानते हैं।

  • अगर किसी व्यक्ति को बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है तो इस स्थिति में उस बैक्टीरियल से लड़ने का काम सबसे पहले न्यूट्रोफिल द्वारा किया जाता है और इस स्थिति में हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल की मात्रा बढ़ने लगती है।
  • अगर किसी व्यक्ति को शरीर के किसी अंग में कोई चोट लगी हो जैसे कि कहीं कुछ खरोच आ गई हो या कट गई हो या किसी एक्सीडेंट में चोट लगी हो जिसकी वजह से हमारे शरीर में से खून बहने लगता है तो इस स्थिति में भी हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल की मात्रा बढ़ने लगती है।
  • अगर किसी व्यक्ति को सर्जरी हुआ है यानी कि किसी प्रकार का कोई ऑपरेशन हुआ है तो उस व्यक्ति में न्यूट्रोफिल की मात्रा बढ़ जाती है।
  • अगर किसी व्यक्ति को हार्ट अटैक होता है जाने की दिल का दौरा पड़ता है तो शरीर में न्यूट्रोफिल बढ़ जाती है।
  • अगर कोई व्यक्ति सिगरेट का सेवन करता है और अगर वह अत्यधिक मात्रा में करने लगे तो न्यूट्रॉफिल बढ़ने लगता है।
  • अगर किसी व्यक्ति में डिप्रेशन या स्ट्रेस जैसी समस्याएं हैं जिससे कि वह काफी समय डिप्रेस्ड रहते हैं इससे भी हमारे शरीर में न्यूट्रॉफिल बढ़ जाती है।
  • अगर हम किसी दिन अत्यधिक मात्रा में व्यायाम कर लेते हैं या किसी शारीरिक काम को बहुत अधिक मात्रा में कर लेते हैं तो इस स्थिति में हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल काफी बढ़ जाती है।
  • गर्भवती महिलाओं में न्यूट्रोफिल अधिक होती है।
  • अगर हमारे शरीर में किसी प्रकार का कोई इंफेक्शन हो जाए तो इससे न्यूट्रोफिल बढ़ जाती है।

इन सबके अलावा भी और भी बहुत से अलग-अलग प्रकार की बीमारी या इंफेक्शन होती है जिनकी वजह से हमारे शरीर में Neutrophils की मात्रा बढ़ जाती है।

न्यूट्रॉफिल कैसे कम करें? (How to reduce Neutrophils?)

अगर आपकी रिपोर्ट में Neutrophils की मात्रा अत्यधिक है तो इस स्थिति में आप किसी घरेलू उपाय पर बिल्कुल मत जाइए आपको किसी अच्छे डॉक्टर से मिलना चाहिए जिससे कि वह डॉक्टर आपको बता सके कि किस वजह से आपके शरीर में न्यूट्रॉफिल की मात्रा बढ़ी है और उसके हिसाब से वे आपको दवाई भी देंगे।

न्यूट्रोफिल क्यों घट जाता है?

जब भी हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल की मात्रा घट जाती है जाने कि हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल की मात्रा 30% से कम हो जाती है तो इस स्थिति में हम इसे Neutropenia के नाम से जानते हैं।

  • अगर किसी व्यक्ति को केमोथेरपी का इलाज चालू है और जिसके वजह से उसे कीमोथेरेपी का इंजेक्शन भी दिया जा रहा है तो इस स्थिति में हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल की मात्रा घटने रहती है।
  • जैसा की आप सभी लोगों को पता है कि हमारे शरीर में खून बोन मैरो में बनता है तो अगर किसी व्यक्ति में बोन मैरो सही से काम नहीं कर रहा है या काम करना बंद कर दिया है तो इस स्थिति में हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल की मात्रा बढ़ जाती है।
  • Aplastic anemia – यह बहुत ही खतरनाक बीमारी है जिससे कि हमारे शरीर में से न्यूट्रोफिल घट जाती है।

Hepatitis A,B,C, HIV, Sepsis, Leukema जैसी बीमारी में हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल घट जाती है।

शरीर में न्यूट्रोफिल कहां बनता है?

हमारे शरीर में न्यूट्रोफिल हमारे शरीर में मौजूद बोन मैरो में बनता है क्योंकि बोन मैरो में ही हमारे शरीर के लिए नया खून बनता है और न्यूट्रोफिल उसी खून का श्वेत रक्त कोशिकाओं का एक हिस्सा है।

न्यूट्रोफिल की जांच कैसे करवाएं?

न्यूट्रोफिल की जांच करवाने के लिए आप किसी ऐसे क्लीनिक पर जाइए जहां पर खून की जांच होती है और वहां जाकर आप न्यूट्रोफिल की जांच करवा सकते हैं।

जांच करवाने के बाद आप उस रिपोर्ट को डॉक्टर के पास ले जाएं और डॉक्टर ही आपको इसके बारे में सही से बताएंगे और न्यूट्रोफिल की मात्रा कम या अधिक होने पर इसकी इलाज भी आपको बताएंगे।

Conclusion

मुझे उम्मीद है कि आप सभी लोगों को अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा कि न्यूट्रोफिल क्या होता है? (Neutrophils kya hai) न्यूट्रॉफिल का क्या मतलब है? (Neutrophils meaning in hindi) न्यूट्रोफिल क्यों बढ़ जाता है? तथा न्यूट्रोफिल को कम कैसे करें।

दोस्तों जितने भी प्रकार की टेस्ट होती है वह चाहे ब्लड टेस्ट हो या शरीर के किसी अंग की कोई एक्स-रे हो या कोई और अन्य टेस्ट और इसमें जो आपको रिपोर्ट दी जाती है उस रिपोर्ट को आप किसी अच्छे डॉक्टर से मिलने के बाद ही उस रिपोर्ट पर अमल करें।

इंटरनेट में दी गई जानकारी लेकर आप खुद ही डॉक्टर बनने की कोशिश बिल्कुल ना करें।

इंटरनेट में जानकारी आपको सिर्फ ज्ञान प्राप्ति हेतु दी जाती है आप खुद अपने घर में डॉक्टर बनने की कोशिश ना करें हमेशा किसी अच्छे डॉक्टर से मिले और उनके द्वारा बताए गए दवाइयों का ही इस्तेमाल करें ना कि इंटरनेट में दिए गए किसी दवाई का।

अगर न्यूट्रोफिल टेस्ट से जुड़ी किसी प्रकार का कोई सवाल आपके मन में है तो आप हमें कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं जितनी जल्दी हो सके आपके कमेंट का जवाब देने की कोशिश करूंगा।

13 thoughts on “न्यूट्रॉफिल क्या है? (What Is Neutrophils In Hindi)”

  1. Guru Sharan Kashyap

    My son is suffering from 68.4% neutrophil how can I change into normal stage pl give me your good suggestion for good treatment and precautions .
    GS Kashyap-Hardoi, Uttar Pradesh

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *