दोस्तों आज हम अंग्रेजी की लिपि के बारे में जानने वाले हैं? (Angreji Bhasha ki lipi kya hai) क्या आप जानते हैं अंग्रेजी की लिपि क्या है?
जैसा कि आप सब जानते हैं कि पूरे देश में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिंदी और अंग्रेजी है जिसे सब लोग समझते व बोलते हैं ।
आजकल हिंदी के साथ साथ अंग्रेजी भी बहुत महत्वपूर्ण हो गई है । हमें हिंदी के साथ साथ अंग्रेजी भाषा भी आनी चाहिए।
अंग्रेजी भाषा को सर्वप्रथम अंतरराष्ट्रीय भाषा भी माना जाता है । यह भाषा कई देशों की राजभाषा भी है । आजकल के शिक्षा विभाग ,कंप्यूटर, साहित्य और राजनीति में भी इसका उपयोग कई ज्यादा होने लगा है। यह भाषा एक हिंद यूरोपीय परिवार भाषा में आती है ।
अंग्रेजी भाषा के जनक जेफ्री चौसर तथा शेक्सपियर को माना जाता है। जेफ्री चौसर को अंग्रेजी साहित्य का परमपिता माना जाता है परंतु शेक्सपियर ने अंग्रेजी भाषा को एक नया रूप दिया था इसलिए जेफ्री चौसर को शेक्सपियर से अहम माना जाता है।
Introduction
दोस्तों आज हम अंग्रेजी भाषा का निर्माण कैसे हुआ इस बारे में भी बात करेंगे और जानेंगे की अंग्रेजी की लिपि क्या होती है लिपि का मतलब क्या होता है लिपि की परिभाषा क्या है आदि।
आइए सबसे पहले हम लिपि के बारे में ही जानते हैं
लिपि का मतलब क्या होता है?
लिपि का मतलब होता है लिखना या लिपना। इसका अर्थ यह है कि किसी भी भाषा की लिखावट या लिखने के ढंग को ही लिपि कहा जाता है। लिपि को अंग्रेजी भाषा में Script भी कहा जाता है।
लिपि की परिभाषा क्या है?
- किसी भी भाषा को लिखने के लिए प्रयोग किए जाने वाले निश्चित चिन्ह को लिपि कहते हैं या आप यूँ भी कह सकते हैं कि
- ध्वनियों को लिखने के लिए जिन चिन्हों का प्रयोग किया जाता है उसे हम लिपि कहते हैं।
- भाषा को लिखित रूप को हम लिपि कहते हैं।
जैसे-
- हिंदी, गुजराती, संस्कृत ,मराठी, नेपाली की लिपि देवनागरी होती है
- अंग्रेजी की लिपि रोमन है
- उर्दू की लिपि फारसी है
- पंजाबी की लिपि गुरुमुखी होती है
हर भाषा को लिखने के लिए भाषा की अपनी अपनी लिपि होती है बहुत सारे भाषाओं को लिखने का तरीका एक जैसा ही होता है
कुल मिलाकर 40 लिपि होती है और कम से कम चार हजार भाषाएं होती है इसलिए हर भाषा की अपनी अपनी ली थी नहीं होती है बहुत सी भाषा की लिपि मिलती-जुलती होती है
लिप्यंतरण क्या होता है?
लिप्यंतरण का मतलब है किसी भी भाषा में लिखी हुई लिपि को दूसरी भाषा की लिपि में बदलना।
अंग्रेजी भाषा की लिपि क्या होती है?
अंग्रेजी भाषा की लिपि रोमन होती है ।
- रोमन लिपि में अंग्रेजी सहित पश्चिम और मध्य यूरोप की सारी भाषाएं लिखी जाती है जैसे- अंग्रेजी, जर्मन ,फ्रांसीसी, स्पेनिश, पुर्तगाली ,इतालवी, डच ,स्वीडिश ,रोमानियाई आदि।
- यह लिपि भी देवनागरी की तरह बाए से दाए की तरफ लिखी जाती है।
- रोमन लिपि में 5 स्वर तथा 21 व्यंजन के साथ कुल 26 वर्ण होते हैं। रोमन लिपि को लैटिन और लातिनी भी कहा जाता है।
आपने बहुत जगह हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं के शब्दों को आपस में मिलते जुलते देखा होगा।
हिंदी, अंग्रेजी से इतने मिलते जुलते क्यों हैं?
क्या कभी आपने यह सोचा है कि अंग्रेजी भाषा के शब्द हिंदी भाषा से इतने मिलते-जुलते क्यों होते हैं और हिंदी के भी कुछ शब्द अंग्रेजी से इतने मिलते जुलते क्यों होते हैं?
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि अंग्रेजी भाषा के कई शब्द ऐसे हैं जो हिंदी भाषा से मिलते जुलते होते हैं और हिंदी के भी कुछ शब्द ऐसे हैं जो अंग्रेजी से बहुत ज्यादा मिलते जुलते हैं जैसे
- जंगल-Jungle,
- चटनी-Chutney आदि।
दोस्तों क्या आपको पता है अंग्रेजी भाषा बहुत सारी भाषाओं से मिलकर बनी हुई है जैसे कि फ्रेंच ,जर्मन, हिंदी आदि।
अंग्रेजी भाषा का इतिहास क्या है और इस भाषा का निर्माण कैसे हुआ?
पांचवी सदी की बात है ब्रिटेन एक देश था जहां पर Celtic नाम का एक कबीला था। वहां पर Celtic भाषा बोली जाती थी और एक दूसरा देश जिसका नाम जर्मनी था। जिसमें तीन कबीले थे
- Jute
- Angle
- Saxon
जर्मनी देश के तीनों तबेलो में Saxon भाषा बोली जाती थी।
दोस्तों जैसा कि हम सभी जानते हैं अंग्रेजों को Anglo भी कहां जाता है यानी जो भी अंग्रेज हमारे हिंदुस्तान में रहता है हम उसे Anglo Indian कहते हैं। ठीक उसी तरह ब्रिटेन की भाषा Celtic को हमने Anglo कहां और जर्मनी की भाषा को Saxon कहां।
एक बार जर्मनी ने ब्रिटेन पर आक्रमण कर दिया था । जिससे उनकी भाषा और उनकी संस्कृति एक दूसरे से बहुत मिलने जुलने लगी थी। फिर उनकी भाषा भी आपस में मिल गई और उनकी भाषा को मिलाकर Old English भाषा का निर्माण हुआ।
ब्रिटेन की भाषा Anglo और जर्मनी की भाषा Saxon दोनों को मिलाकर के एक भाषा बनाई गई। जिसका नाम था- Anglo Saxon, Anglo Saxon को Old English भी कहा जाता है। वास्तव में कहां जाए तो Old English बहुत ही मुश्किल भाषा थी।
कुछ सालों बाद ही Scandinavians Countries जैसे Norway, Sweden और Denmark, इन तीनों देशों में French,Spanish और Latin यह तीन भाषा बोली जाती थी।
इन तीनों देशों ने मिलकर ब्रिटेन पर आक्रमण कर दिया । जिससे ब्रिटेन की भाषा जो कि अब Anglo-Saxon हो गई थी। वह भाषा Norway, Denmark और Sweden की भाषा में जाकर मिल गई। जिससे इन देशों में कुल 5 भाषा हो गई – French ,Latin, Spanish ,Anglo और Saxon इन्हीं पांच भाषाओं को मिलाकर आगे जाकर Anglisc कहां गया।
फिर ऐसे ही बार-बार भाषा में बदलाव आते रहे और Anglisc भाषा को ही Anglish भाषा कहने लगे। थोड़े समय ही बाद कुछ बदलाव आने के कारण फिर इस भाषा को English कहां गया और आज तक भी इस भाषा को English ही कहते हैं।
कुछ समय बाद Muslim भी Scandinavian Countries में रहने लगे। उनकी भाषा अरबी थी अरबी भाषा को Arabic भी कहा जाता है।
अब Scandinavian Countries में 6 भाषा हो गई थी- French ,Latin, Spanish ,Anglo, Saxon और Arabic
फिर कुछ समय बाद इसमें Persian भाषा भी आकर मिल गई। पहले की अंग्रेजी थोड़ा मुश्किल हुआ करती थी। जो किसी को जल्दी से समझ नहीं आती थी। चौथी सदी तक अंग्रेजी भाषा मुश्किल ही हुआ करती थी क्योंकि इसमें दुनिया भर की भाषाएं एक साथ जुड़ी हुई थी ।
आपने जेफ्री चौसर के बारे में तो बहुत कुछ सुना ही होगा। जेफ्री चौसर को अंग्रेजी का परमपिता भी कहा जाता है। जेफ्री चौसर ने ही अंग्रेजी भाषा को Poetry में लिख लिख कर इसे थोड़ा आसान बना दिया।
जिससे बहुत से लोग इस भाषा को समझने लगे और बोलने लगे जब से हिंदुस्तान में अंग्रेज आए थे तो अंग्रेजी भाषा का बहुत चलन हो गया और यह भाषा सब को थोड़ी थोड़ी समझ में भी आने लगी। ऐसे ही धीरे-धीरे करके अंग्रेजी भाषा का निर्माण हो गया।
Conclusion
आज हमने जाना की लिपि क्या होती है, लिपि कितने प्रकार की होती है, अंग्रेजी भाषा का इतिहास क्या है और अंग्रेजी भाषा का निर्माण कैसे हुआ? (Angreji Bhasha ki lipi kya hai)