रिज्यूम का मतलब क्या होता है?|Resume ka matlab Kya hota hai?

आज के वर्तमान समय में जॉब पाना कितना मुश्किल है आपको तो पता ही होगा।

सरकारी जॉब मिलना आज के समय में इतना आसान नहीं है, इसलिए बहुत सारे छात्र अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कुछ अलग स्किल्स सिखते हैं जिससे उन्हें नौकरी जल्द से जल्द मिल जाए।

लेकिन नौकरी उन्हें ना मिलने का एक कारण यह भी होता है कि उनके रिज्यूम का सही न होना। यानी जितना अच्छा आपका रिज्यूम उतना ही ज्यादा chance होगा कि आपको नौकरी मिलेगी।

तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम मुख्य रूप से जानेंगे कि रिज्यूम क्या होता है या रिज्यूम का मतलब क्या होता है।

रिज्यूम का मतलब क्या होता है?

रिज्यूम कैसे बनाया जाता है इसके बारे में अधिक जानकारी जानने से पहले हम यह जान लेते है कि रिज्यूम होता क्या है?

विकीपीडिया के अनुसार रिज्यूम एक ऐसा दस्तावेज होता है,जिसका उपयोग व्यक्ति बैकग्राउंड, कौशल तथा प्राप्तियों को दर्शाने के लिए बनाता हैं। इसे कई कारणों से बनाया जाता है, लेकिन अधिकतर लोगो द्वारा इसे जॉब ढूढ़ने के लिए उपयोग किया जाता है।

अर्थात इससे यह स्पष्ट होता है कि रिज्यूम किसी भी व्यक्ति की स्किल्स को बताने का काम करता है। जिसके बारे में Recruiters को जानकारी दी जाती है।

वैसे तो आमतौर पर रिज्यूम का उपयोग किसी ऑफिस या कंपनी में नौकरी पाने के लिए होता है लेकिन कई कई जगह रिज्यूम का उपयोग पढ़ाई के लिए या एडमिशन के लिए भी उपयोग में आता है।

क्योंकि एक रिज्यूम से व्यक्ति की व्यक्तिगत जानकारी के साथ-साथ शैक्षणिक योग्यता, प्राप्त इनाम, रुचि, स्किल्स आदि के बारे में संक्षेप में विवरण प्राप्त होता है।

रिज्यूम कितने पेज का होना चाहिए?

किसी भी कंपनी में अगर कोई व्यक्ति नौकरी पाना चाहता है तो उसके लिए वह जो रिज्यूम देगा वह ज्यादा अधिक पेज का नहीं होना चाहिए।

आपका रिज्यूम एक पेज का ही होना चाहिए ध्यान रहे उससे ज्यादा पेज का होने पर हो सकता है कि आपको नौकरी ना मिले।

क्योंकि रिज्यूम चेक करने वाले लोगों के पास इतना समय नहीं रहता कि वह आपके रिज्यूम के सारे पेजों को पढ़कर आपका चयन करें।

कोशिश करें कि रिज्यूम में एक ही पेज में आपकी सभी प्रकार की जरूरी जानकारी बता दी जाए।

अच्छा रिज्यूम कैसे लिखते हैं?

एक अच्छा रिज्यूम वही होता है जिसमें आपकी क्वालिफिकेशन के साथ-साथ आपकी बेसिक स्किल्स का पता चले।

इसे हम इस प्रकार समझते हैं, एक रिज्यूम में आपकी एजुकेशनल क्वालीफिकेशन उसके साथ-साथ आपके कार्य अनुभव आपकी उपलब्धि आदि का संपूर्ण विवरण होना बहुत जरूरी होता है।

जिसे पढ़कर ऐसा प्रतीत हो आप में उस नौकरी करने की खासियत है। Resume को पढ़कर ही लगना चाहिए कि व्यक्ति में स्किल्स है।

रिज्यूम क्यों बनाते हैं?

बहुत सारे ऐसे व्यक्ति होते हैं जिन्हें यह नहीं पता होता कि आखिरकार किसी भी कंपनी या संस्था में नौकरी पाने के लिए रिज्यूम की ही जरूरत क्यों पड़ती है आखिर हम रिज्यूम क्यों बनाते हैं।

रिज्यूम आप की गैरमौजूदगी में आप का प्रतिनिधित्व करता है, इसे हम यह भी कह सकते हैं कि एक रिज्यूम आप की वास्तविक छवि दर्शाने का काम कर सकता है।

हमें रिज्यूम बनाने की आवश्यकता सिर्फ कई कारणों से होती है लेकिन आमतौर पर हम रिज्यूम सिर्फ दो कारणों से बनाते हैं।

रिज्यूम बनाने के लिए दो मुख्य कारण इस प्रकार है।

  • किसी प्रकार की नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए
  • किसी प्रकार की यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाने के लिए

रिज्यूम बनाने की इन दो मुख्य कारणों के बारे में हम विस्तार पूर्वक बात करते हैं।

नौकरी के लिए आवेदन करना

बहुत सारे विद्यार्थी चाहते हैं कि पढ़ाई पूरी होने के बाद वह जल्द से जल्द नौकरी प्राप्त कर ले, और किसी भी प्रकार की नौकरी पाने के लिए एक व्यक्ति के पास उसका रिज्यूम होना जरूरी होता है।

जब भी कोई नई नौकरी में निकलती है,तो आवेदनकर्ता से उसका रिज्यूम मांगा जाता है। रिज्यूम देखकर ही आवेदन करने वाले आवेदन कर्ता को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।

यूनिवर्सिटी में एडमिशन पाने के लिए

यदि आप प्रोफेशनल पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपको प्रोफेशनल पढ़ाई करने के लिए उसकी प्रक्रिया से होकर गुजरना होता है।

किसी भी प्रकार के प्रोफेशनल पढ़ाई करने के लिए व्यक्ति से उसका रिज्यूम मांगा जाता है कि उसने पहले कहां तक पढ़ाई की है उन सभी का data।

एक व्यक्ति की क्वालिफिकेशन क्या है यह सब उसके रिज्यूम से ही पता चलता है,इसलिए किसी भी प्रोफेशनल कोर्स में एडमिशन लेने के लिए रिज्यूम का होना आवश्यक होता है।

रिज्यूम बनाते समय हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

जब भी आप अपना रिज्यूम बनाए तो कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखना चाहिए तो चलिए अब हम उन सभी बातों के बारे में बात करें।

  • ध्यान रहे आप अपना रिज्यूम बना रहे हैं उसमें काले रंग के इंक का उपयोग ना करें।
  • Font size को अपने रिज्यूम में एक जैसे ही रखे बार बार इसे चेंज ना करें जिससे एक जैसा अक्षर देखने में लगेगा।
  • जितना हो सके अपने रिज्यूम का साधारण और आकर्षक दिखाएं।
  • आप अगर अपने रिज्यूम को एक्सपोर्ट कर रहे हैं तो पीडीएफ के फॉर्म में एक्सपोर्ट करें।
  • Resume  के ऊपर मैं अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी लिखें।
  • ज्यादा से ज्यादा कम शब्दों का उपयोग करें,अनावश्यक शब्दों का उपयोग करने से बचें।
  • आपके द्वारा लिखे गए एक एक शब्द सही अक्षर में लिखे गए हो।
  • यदि आपको कभी कोई अवार्ड मिला हो तो उसका भी विवरण आप अपने रिज्यूम में करें।
  • अपने वर्तमान और पुराने एक्सपीरियंस को भी अपने रिज्यूम में बताएं।
  • अपने शिक्षण संबंधी योग्यता और अपनी hobbies बताएं।

क्या एक से अधिक रिज्यूम बनाना चाहिए?

एक से अधिक रिज्यूम बनाने में कोई दिक्कत नहीं है लेकिन इस बात पर डिपेंड करता है कि आप कौन से और किस प्रकार की नौकरी के लिए आवेदन करना चाहते हैं।

इसे हम इस प्रकार समझते हैं, जैसे आप किसी कार्यालय प्रबंधक के लिए अप्लाई कर रहे हैं तो आपको अपने संगठनात्मक कौशल के अनुसार रिज्यूम तैयार करना होगा।

अगर आप retail position के लिए अप्लाई करना चाहते हैं तो आप दूसरा रिज्यूम भी बना सकते हैं।

Conclusion 

आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया कि रिज्यूम का मतलब क्या होता है? यह रिज्यूम क्या होता है? इसके अलावा मैंने आपको रिज्यूम से जुड़ी अन्य भी बहुत सारी जानकारी बताइ हैं।

जैसे कि एक अच्छी रिज्यूम में क्या क्या होना आवश्यक होता है,रिज्यूम लिखने से पहले हमें उसमें कौन-कौन से जानकारी देनी चाहिए।

रिज्यूम कितने पेज का होना चाहिए इन सभी के बारे में विस्तार पूर्वक विवरण मैंने इस आर्टिकल में आपको बताया है।

आशा करती हूं मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न तो कमेंट करके मुझसे अवश्य पहुंचे धन्यवाद।

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