आईएएस सिलेबस मेंस | IAS Syllabus mains 

ऐसे बहुत से लोग होते है, जो हर साल आईएएस की तैयारी करना शुरू करते हैं। लेकिन बहुत से लोगों के मन में सवाल होता है की आईएस सिलेबस मेंस की विस्तार पूर्वक जानकारी कैसे पता करते है।

हालांकि आज के समय में बहुत सारे ऐसे वेबसाइट है, जो आईएस बनने के लिए आईईएस सिलेबस के बारे में सभी प्रकार की जानकारी बताते हैं।

लेकिन कुछ ऐसे वेबसाइट और चैनल मौजूद है जो आईएएस बनने के लिए मैंस के सिलेबस को विस्तार पूर्वक बताते हैं।

आईएएस सिलेबस मेंस

इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम मुख्य रूप से आईएएस मैंस सिलेबस के बारे में बात करने वाले।

तो चलिए हम जानते हैं, आईएस की मेंस में कैसा सिलेबस रहता है?

आईएएस सिलेबस मेंस 

Byju’s से प्राप्त जानकारी के अनुसार आईएएस की मेंस सिलेबस में कुल मिलाकर 9 subjects/papers शामिल होते हैं।

उन 9 विषयों में से 7 विषयों को अंतिम मेरिट लिस्ट के लिए ध्यान में रखा जाता है और अन्य दो विषय को अंग्रेजी और हिंदी भाषा के रूप में चयन किया जाता है।

अंग्रेजी और हिंदी भाषा के लैंग्वेज पेपर सिर्फ क्वालीफाइंग होते हैं, इसमें उम्मीदवारों को केवल पासिंग मार्क्स ही लाने होते हैं।

आईएस सिलेबस मैंस के बारे में बात की जाए तो, हम आईएस परीक्षा के सिलेबस को जानने से पहले आईएस परीक्षा के मेंस के पैटर्न को जान लेते हैं।

आईएएस परीक्षा mains pattern 

पेपरविषयअवधिकुल मार्कस 
पेपर एअनिवार्य भारतीय भाषातीन घंटे300 (योग्यता)
पेपर बीअंग्रेज़ीतीन घंटे300 (योग्यता)
पेपर – Iनिबंधतीन घंटे250
पेपर IIसामान्य अध्ययन I – भारतीय विरासत और संस्कृति, विश्व और समाज का इतिहास और भूगोलतीन घंटे250
पेपर IIlसामान्य अध्ययन II – शासन, संविधान, कल्याण पहल, सामाजिक न्याय और अंतर्राष्ट्रीय संबंधतीन घंटे250
पेपर IV सामान्य अध्ययन III – प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, कृषि, जैव विविधता, सुरक्षा और आपदा प्रबंधनतीन घंटे250
पेपर Vसामान्य अध्ययन IV – नैतिकता, सत्यनिष्ठा और योग्यतातीन घंटे250
पेपर Vlवैकल्पिक विषय – पेपर Iतीन घंटे250
पेपर Vllवैकल्पिक विषय – पेपर IIतीन घंटे250

अब हम आईएएस मैंस सिलेबस के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं।

भाषा के पेपर (भारतीय भाषा और अंग्रेजी)

यूपीएससी के मेंस की परीक्षा में भाषा के पेपर यानी भारतीय भाषा और अंग्रेजी भाषा दोनों के पेपर क्वालीफाइंग होते हैं यानी इसमें 25 परसेंट उम्मीदवारों को लाने होते हैं।

Mains की परीक्षा में भाषा के पेपर का पैटर्न निम्न प्रकार से रहता है। 

  • भाषा के पेपर में 100 अंकों का एक निबंध होता है, जिसे उम्मीदवारों को लिखना होता है।
  • 60 अंकों का रीडिंग कंप्रीहेंशन होता है जिससे 5 प्रश्न होते हैं।
  • इन सबके अलावा 60 अंकों का सटीक लेखन होता है।
  • 20 अंकों का आपके द्वारा चुने गए भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद।
  • कुल 40 अंकों का व्याकरण के बुनियादी प्रश्न।

यूपीएससी के मेंस के चरण में उम्मीदवारों को कुछ विषयों को चुनने का ऑप्शन होता है अपनी पसंद के अच्छे विषय को चुनकर उम्मीदवार मार्क्स ला सकते हैं।

निबंध लेखन 

यूपीएससी की मेंस के चरणों में दूसरा पेपर होता है निबंध लेखन का जिसमें 250 अंकों के आपको निबंध लिखने होते हैं।

निबंध लेखन के द्वारा अभ्यार्थी की मानसिक और सोचने की क्षमता आदि के बारे में समझा जाता है।

इस चरण में कुल मिलाकर 2 निबंध लिखने की जरूरत होती है।

जीएस पेपर 1 

भारतीय संस्कृति 

  • प्राचीन से आधुनिक काल तक कला रूपों, साहित्य और वास्तुकला के मुख्य पहलू।
  • आधुनिक भारतीय इतिहास
  • अठारहवीं शताब्दी के मध्य के दौरान की महत्वपूर्ण घटनाएं, सभी मुद्दे, व्यक्तित्व वर्तमान तक।
  • ‘स्वतंत्रता संग्राम’ में देश के विभिन्न हिस्सों से विभिन्न चरणों और महत्वपूर्ण योगदानकर्ताओं और उनके योगदान।
  • स्वतंत्रता के बाद देश के भीतर समेकन और सभी पुनर्गठन।
  • विश्व का इतिहास।
  • 18वीं शताब्दी के बाद से समाज पर घटनाएं, रूप और प्रभाव ,विश्व युद्ध, औद्योगिक क्रांति, उपनिवेशवाद, राष्ट्रीय सीमाओं का पुनर्निमाण, उपनिवेशवाद, राजनीतिक दर्शन जैसे साम्यवाद, पूंजीवाद, समाजवाद, आदि।

समाज

  • भारतीय समाज और विविधता – मुख्य पहलू।
  • महिलाओं और महिला संगठनों की भूमिका, जनसंख्या और संबंधित मुद्दे, गरीबी और विकासात्मक मुद्दे, शहरीकरण, उनकी समस्याएं और उपचार।
  • सामाजिक सशक्तिकरण, सांप्रदायिकता, क्षेत्रवाद और धर्मनिरपेक्षता।
  • भारतीय समाज पर वैश्वीकरण का प्रभाव।

भूगोल

  • दक्षिण एशिया और भारतीय उप महाद्वीप सहित दुनिया भर में जितने भी प्रमुख प्राकृतिक संसाधनों का वितरण। 
  • भारत सहित दुनिया के विभिन्न हिस्सों में प्राथमिक, माध्यमिक और तृतीयक क्षेत्र के उद्योगों के स्थान के लिए जिम्मेदार होने वाले कारक।
  • महत्वपूर्ण भू भौतिकीय घटनाएं जैसे भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी गतिविधि, चक्रवात आदि।
  • भौगोलिक विशेषताएं और उनका स्थान, महत्वपूर्ण भौगोलिक विशेषताओं में परिवर्तन और वनस्पतियों और जीवों में ऐसे परिवर्तनों के प्रभाव।
  • विश्व के भौतिक भूगोल की मुख्य विशेषताएं आदि।

जीएस पेपर II 

भारतीय संविधान

  • ऐतिहासिक आधार,
  • विकास, विशेषताएं
  • संशोधन, महत्वपूर्ण प्रावधान
  • बुनियादी संरचना सिद्धांत
  • अन्य देशों के साथ भारतीय संवैधानिक योजना की तुलना
  • संघ और राज्यों के कार्य और जिम्मेदारियाँ, संघीय ढांचे से संबंधित मुद्दे और चुनौतियाँ, स्थानीय स्तर तक शक्तियों और वित्त का हस्तांतरण और उसमें चुनौतियाँ।
  • विभिन्न अंगों, विवाद निवारण तंत्र और संस्थानों के बीच शक्तियों का पृथक्करण
  • कार्यपालिका और न्यायपालिका की संरचना, संगठन और कार्यप्रणाली
  • संसद और राज्य विधानमंडल
  • संरचना, कामकाज
  • व्यापार करना
  • शक्तियां और विशेषाधिकार और इनसे उत्पन्न होने वाले मुद्दे
  • सरकार के मंत्रालय और विभाग; दबाव समूह और औपचारिक/अनौपचारिक संघ और राजनीति में उनकी भूमिका।
  • जन प्रतिनिधित्व अधिनियम की मुख्य विशेषताएं
  • विभिन्न संवैधानिक निकायों के विभिन्न संवैधानिक पदों, शक्तियों, कार्यों और जिम्मेदारियों की नियुक्ति।
  • वैधानिक, नियामक और विभिन्न अर्ध-न्यायिक निकाय।
  • विभिन्न क्षेत्रों में विकास और उनके डिजाइन और कार्यान्वयन से उत्पन्न होने वाले मुद्दों के उद्देश्य से सरकारी नीतियां और हस्तक्षेप।
  • विकास प्रक्रियाएं और विकास उद्योग – गैर सरकारी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों , विभिन्न समूहों और संघों, संस्थागत और अन्य हितधारकों की भूमिका।
  • केंद्र और राज्यों द्वारा आबादी के कमजोर वर्गों के लिए कल्याणकारी योजनाएं और इन योजनाओं का प्रदर्शन; इन कमजोर वर्गों की सुरक्षा और बेहतरी के लिए गठित तंत्र, कानून, संस्थान और निकाय।
  • स्वास्थ्य, शिक्षा, मानव संसाधन से संबंधित सामाजिक क्षेत्र/सेवाओं के विकास और प्रबंधन से संबंधित मुद्दे
  • गरीबी और भूख से संबंधित मुद्दे
  • शासन के महत्वपूर्ण पहलू, पारदर्शिता और जवाबदेही, ई-गवर्नेंस- अनुप्रयोग, मॉडल, सफलताएं, सीमाएं और क्षमता; नागरिक चार्टर, पारदर्शिता और जवाबदेही और संस्थागत और अन्य उपाय
  • लोकतंत्र में सिविल सेवाओं की भूमिका

अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध

  • भारत और उसके पड़ोस – अंतर्राष्ट्रीय संबंध
  • द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक समूह और भारत से जुड़े और/या भारतीय हितों को प्रभावित करने वाले समझौते
  • भारत के हितों, भारतीय प्रवासी पर विकसित और विकासशील देशों की नीतियों और राजनीति का प्रभाव।
  • महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, एजेंसियां, उनकी संरचना और जनादेश

जीएस पेपर III 

अर्थव्यवस्था 

  • भारतीय अर्थव्यवस्था और योजना, संसाधन जुटाने, विकास, विकास और रोजगार से संबंधित मुद्दे।
  • सरकारी बजट।
  • समावेशी विकास और संबंधित मुद्दे/चुनौतियां
  • अर्थव्यवस्था पर उदारीकरण के प्रभाव (1991 के बाद के परिवर्तन), औद्योगिक नीति में परिवर्तन और औद्योगिक विकास पर उनके प्रभाव।
  • अवसंरचना – ऊर्जा, बंदरगाह, सड़कें, हवाई अड्डे, रेलवे आदि।
  • निवेश मॉडल (पीपीपी आदि)
  • कृषि
  • देश के विभिन्न हिस्सों में प्रमुख फसल पैटर्न, विभिन्न प्रकार की सिंचाई और सिंचाई प्रणाली कृषि उपज का भंडारण, परिवहन और विपणन और मुद्दे और संबंधित बाधाएं; किसानों की सहायता में ई-प्रौद्योगिकी
  • पशु पालन का अर्थशास्त्र।
  • भारत में खाद्य प्रसंस्करण और संबंधित उद्योग – कार्यक्षेत्र और महत्व, स्थान, अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम आवश्यकताएं, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन।
  • प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कृषि सब्सिडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित मुद्दे; सार्वजनिक वितरण प्रणाली के उद्देश्य, कार्यप्रणाली, सीमाएं, सुधार; बफर स्टॉक और खाद्य सुरक्षा के मुद्दे; प्रौद्योगिकी मिशन
  • भारत में भूमि सुधार। 

विज्ञान और तकनीक 

  • हाल के घटनाक्रम और उनके अनुप्रयोग और दैनिक जीवन में प्रभाव
  • विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियां।
  • प्रौद्योगिकी का स्वदेशीकरण और नई तकनीक विकसित करना।
  • आईटी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो टेक्नोलॉजी, जैव-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सामान्य जागरूकता
  • बौद्धिक संपदा अधिकारों से संबंधित मुद्दे

वातावरण

  • संरक्षण,
  • पर्यावरण प्रदूषण और गिरावट
  • पर्यावरण प्रभाव आकलन
  • आपदा प्रबंधन (कानून, अधिनियम आदि)
  • सुरक्षा
  • आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौतियां (बाहरी राज्य और गैर-राज्य अभिनेता)
  • विकास और उग्रवाद के प्रसार के बीच संबंध
  • संचार नेटवर्क के माध्यम से आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौतियां, आंतरिक सुरक्षा चुनौतियों में मीडिया और सोशल नेटवर्किंग साइटों की भूमिका,
  • साइबर सुरक्षा की मूल बातें; मनी लॉन्ड्रिंग और इसकी रोकथाम
  • सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियां और उनका प्रबंधन; संगठित अपराध का आतंकवाद से संबंध
  • विभिन्न सुरक्षा बलों और एजेंसियों और उनके जनादेश

जीएस पेपर IV 

नैतिकता और मानव इंटरफेस 

  • मानव बातचीत में नैतिकता का सार, निर्धारक और नैतिकता के परिणाम
  • नैतिकता के आयाम
  • निजी और सार्वजनिक संबंधों में नैतिकता
  • मानवीय मूल्य – महान नेताओं, सुधारकों और प्रशासकों के जीवन और शिक्षाओं से सबक
  • नैतिक और नैतिक मूल्यों को विकसित करने में परिवार, समाज और शैक्षणिक संस्थानों की भूमिका
  • रवैया
  • दृष्टिकोण की सामग्री, संरचना और कार्य
  • विचार और व्यवहार में दृष्टिकोण का प्रभाव
  • विचार और व्यवहार के दृष्टिकोण का संबंध
  • नैतिक और राजनीतिक दृष्टिकोण
  • सामाजिक प्रभाव और अनुनय
  • कौशल
  • सिविल सेवा की योग्यता और मूलभूत मूल्य
  • अखंडता
  • निष्पक्षता और गैर-पक्षपात
  • निष्पक्षतावाद
  • जनसेवा के प्रति समर्पण
  • समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति, सहिष्णुता और करुणा
  • भावनात्मक बुद्धि
  • भावनात्मक बुद्धिमत्ता की अवधारणाएँ
  • प्रशासन और शासन में भावनात्मक बुद्धिमत्ता की उपयोगिता और अनुप्रयोग
  • विचारकों और दार्शनिकों का योगदान
  • नैतिकता की अवधारणाओं में भारत और दुनिया के नैतिक विचारकों और दार्शनिकों का योगदान
  • लोक प्रशासन में लोक/सिविल सेवा मूल्य और नैतिकता
  • स्थिति और संबंधित समस्याएं
  • सरकारी और निजी संस्थानों में नैतिक चिंताएं और दुविधाएं
  • नैतिक मार्गदर्शन के स्रोत के रूप में कानून, नियम, विनियम और विवेक
  • जवाबदेही और नैतिक शासन
  • शासन में नैतिक और नैतिक मूल्यों का सुदृढ़ीकरण
  • अंतरराष्ट्रीय संबंधों और वित्त पोषण में नैतिक मुद्दे
  • निगम से संबंधित शासन प्रणाली
  • शासन में ईमानदारी
  • सार्वजनिक सेवा की अवधारणा
  • शासन और सत्यनिष्ठा का दार्शनिक आधार
  • सरकार में सूचना साझाकरण और पारदर्शिता
  • सूचना का अधिकार
  • नैतिक आचार संहिता
  • आचरण के नियम
  • नागरिक चार्टर
  • कार्य संस्कृति
  • सेवा वितरण की गुणवत्ता
  • सार्वजनिक धन का उपयोग
  • भ्रष्टाचार की चुनौतियां 

वैकल्पिक विषय (दो पेपर)

कुल 48 सब्जेक्ट्स में से एक उम्मीदवार को वैकल्पिक विषय दो पेपर चुनना होता है। वैकल्पिक विषय में कुल 500 अंकों के 2 पेपर होते हैं।

यूपीएससी के मुख्य चरण में वैकल्पिक विषय आपको सोच समझकर लेना होता क्योंकि इससे आप 500 अंक तक अंक अर्जित कर सकते हैं।

FAQ

यूपीएससी मैंस का सिलेबस क्या होता है?

IAS mains का syllabus UPSC की परीक्षा के दूसरे चरण का सिलेबस होता है जिसमें कुल मिलाकर 9 विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं।

मेंस में कौन कौन से पेपर होते हैं?

यूपीएससी के मेंस में कुल 9 पेपर होते हैं, 9 पेपर में अलग-अलग प्रकार के विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं। जैसे gs paper 1, GS paper 2 आदि।

घर पर आईएएस की तैयारी कैसे करें?

आप घर पर रहकर आईएस की तैयारी आईएस की सिलेबस और पैटर्न के अनुसार कर सकते हैं। आपको आईएएस की तैयारी करने के लिए केवल खुद को मोटिवेटेड और सिलेबस को अच्छी तरह जानने की आवश्यकता होती है।

क्या यूपीएससी में मैथ आता है?

हां यूपीएससी के दूसरे चरण mains के पेपर में मैथ आता है जो कि केवल क्वालीफाइंग होता है।

सारांश 

आईएएस के मेंस के सिलेबस में कुल मिलाकर 9 सब्जेक्ट होते हैं जिसमें से आपको 7 विषयों में अधिक से अधिक अंक लाने होते है।

 2 विषय केवल क्वालीफाइंग होते हैं।इस में दो विषय लैंग्वेज का पेपर होता है जिसमें आपको केवल पासिंग मार्क्स लाने होते हैं।

मैंने आपको इस आर्टिकल में आईएएस के मेंस के सिलेबस में सभी प्रकार की जानकारी इस आर्टिकल विस्तारपूर्वक बताइ है।

आशा करती, मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी।

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