हर साल बहुत सारे उम्मीदवार आईएस बनने के लिए आवेदन करते हैं, उनमें से बहुत सारे उम्मीदवार ऐसे होते हैं जो ओबीसी वर्ग से ताल्लुक रखते हैं।
ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के मन में सबसे पहला सवाल यह होता है कि ओबीसी वर्ग से आईएएस अधिकारी बनने के लिए आपको कितने rank चाहिए होती हैं।
इसलिए आज के इस आर्टिकल में मुख्य रूप से हम आईएएस बनने के लिए ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को कितना रैंक चाहिए इसके बारे में बात करने वाले हैं।
तो चलिए हम जानते हैं, आखिरकार आईएएस बनने के लिए कितना रैंक चाहिए ओबीसी? या एक आईएएस अधिकारी बनने के लिए ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को कितना रैंक चाहिए होता है।
आईएएस बनने के लिए कितने रैंक चाहिए ओबीसी?
ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को आईएएस बनने के लिए 300 रैंक के अंदर रैंक लाने की आवश्यकता होती है। तभी वह आईएएस अधिकारी बनने के लिए सिलेक्ट हो पाते हैं।
लेकिन असल में एक आईएएस अधिकारी बनने के लिए आपको ओबीसी वर्ग से कितना रैंक लाना चाहिए, इसके लिए आपको आईएएस अधिकारी बनने की सभी प्रक्रिया को समझना होगा।
यूपीएससी की परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों के लिए रैंक किस अनुसार निर्धारित होता है, इसके बारे में अब हम विस्तारपूर्वक बात करते हैं।
ओबीसी वर्ग के आईएएस अधिकारी का रैंक कैसे तय होता है?
यूपीएससी की परीक्षा में एक आईएएस अधिकारी का रैंक कई बातों के आधार पर तय होता है।
इसलिए आईएएस की परीक्षा में रैंक किस आधार पर तय होता है, इसके बारे में जानने से पहले आपको यूपीएससी की परीक्षा की प्रक्रिया को जानना जरूरी होता है।
यूपीएससी के द्वारा हर साल आईएएस अधिकारियों का चयन किया जाता है इस परीक्षा में आईएएस अधिकारी के अलावा अन्य 24 services पर भी चयन किया जाता है।
आईएएस की परीक्षा में यूपीएससी के द्वारा दो तरह की सर्विस आती है, पहला ऑल इंडिया सर्विसेज और दूसरा सेंट्रल लेवल सर्विस।
ऑल इंडिया सर्विस में केवल आईएएस और आईपीएस के पदों पर नियुक्ति की जाती है एवं सेंट्रल लेवल सर्विस के पद पर आईआरएस, आईएफएस जैसे पदों पर नियुक्ति की जाती है।
लेकिन इस आर्टिकल में हम ऑल इंडिया सर्विस के आधार पर ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आईएस के पद पर नौकरी कितने रैंक पर और किस आधार पर मिलती है? इसके बारे में बात कर रहे हैं।
अगर आसान भाषा में कहा जाए ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को यूपीएससी की परीक्षा को अच्छे अंको से पास करके 300 अंकों के अंदर अपना रैंक लाना होता है, तभी वह आईएएस अधिकारी बनते हैं।
लेकिन अब बात आती है, कि रैंक तय होने की प्रक्रिया क्या है? हमें यह तो पता है कि रैंक किस आधार पर तय किया जाता है।
लेकिन रैंक तय होने की प्रक्रिया क्या है? इसके बारे में हम विस्तार पूर्वक बात करेंगे।
ओबीसी वर्ग के उमीदवारो की रैंक तय होने की प्रक्रिया
उम्मीदवारों की रैंक तय होने की प्रक्रियाओं के बारे में अगर बात की जाए तो, ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों का रैंक उनके द्वारा लाए गए अंकों के आधार पर तय होता है।
जब कोई उम्मीदवार आईएएस की परीक्षा के लिए prelims की परीक्षा पास कर लेते हैं और उसके बाद mains की परीक्षा का फॉर्म भरते हैं।
तुम mains की परीक्षा का फॉर्म भरते समय उनसे प्रेफरेंस पूछा जाता है, कि उन्हें कौन सी पोस्ट पर कार्य करना है।
जिसमें उम्मीदवार अपनी इच्छा अनुसार अपनी पोस्ट भरते हैं, जैसे किसी उम्मीदवार को अगर आईएएस अधिकारी बनना है तो आईएएस अपने प्रेफरेंस में देगा।
उम्मीदवारों के द्वारा प्रीलिम्स, मैंस एवं इंटरव्यू में लाए गए अंकों के आधार पर उन्हें रैंक मिलता है।
आसान भाषा में समझा जाए तो अगर कोई उम्मीदवार टॉप रैंक लाया है और वह आईएएस अधिकारी के पद पर काम नहीं करना चाहता है तो वह आईएएस के अलावा अन्य पदों पर काम करना चाहता है।
तो उसके नीचे के रैंक वाले उम्मीदवार को आईएएस का पद मिल जाएगा। यानी ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आईएएस बनना उनके द्वारा द्वारा लाए गए अंकों के आधार पर तय होता है।
हालांकि रैंक वैकेंसी के आधार पर भी तय होती है जितनी वैकेंसी रहेगी उतने ही पोस्ट पर आपका सिलेक्शन होगा।
अगर इस एक उदाहरण के तौर पर समझा जाए तो 2018 में हुई यूपीएससी की परीक्षा में केवल 812 पोस्ट थी जिसमें से केवल 92 आईएएस अधिकारी बने।
इसमें से कुछ ही उम्मीदवारों ने ओबीसी वर्ग से 300 से कम रैंक लाकर आईएएस अधिकारी बन पाए है।
अर्थात ऐसा निश्चित नहीं है, कि 300 रैंक लाने पर आप आईएस अधिकारी बनेंगे लेकिन आपको ओबीसी वर्ग से आईएएस अधिकारी बनने के लिए कम से कम 300 रैंक के अंदर रैंक लाना होता है।
ओबीसी वर्ग से आईएएस अधिकारी बनने की प्रक्रिया क्या है?
आईएएस अधिकारी बनने के लिए सभी वर्गों के उम्मीदवारों के लिए समान ही प्रक्रिया होती है। ऐसा नहीं है कि ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आईएएस अधिकारी बनने की प्रक्रिया अलग होती है।
आईएएस अधिकारी बनने के लिए ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को सभी वर्गों के तरह इसकी सभी प्रक्रियाओं को पूरा करना होता है।
अब बात आती है कि ओबीसी वर्ग से आईएएस अधिकारी बनने के लिए अन्य वर्गों की तरह समान प्रक्रिया क्या है? इसके बारे में अब हम जानते हैं।
- प्रीलिम्स
- मेंस
- इन्टरव्यू
आईएएस अधिकारी बनने के लिए किसी भी उम्मीदवार को प्रीलिम्स, मेंस और इंटरव्यू को देना होता है। इन तीनों परीक्षाओं में पास होने वाले उम्मीदवार ही आईएएस अधिकारी बन पाते हैं।
इन सभी परीक्षा में पास होने के साथ-साथ ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को निर्धारित कटऑफ को भी पार करना होता है।
इसके अलावा आईएएस बनने के लिए कितने मार्क्स की आपको आवश्यकता होती है, इसके बारे में मैंने अपने दूसरे आर्टिकल में आपको बताया है। उसको अवश्य पढ़े।
आईएएस बनने के लिए 10वीं की मार्क्स मायने नहीं रखते हैं, आपको केवल दसवीं कक्षा पास होना चाहिए।
बारहवीं कक्षा के बाद आईएएस बनने के लिए आर्ट्स स्ट्रीम से पढ़ाई करना अच्छा माना जाता है।
आपको कलेक्टर बनने के लिए UPSC की सिविल सर्विस की परीक्षा में 100 रैंक के अंदर अपना रैंक लाना है।
UPSC के इंटरव्यू में 200 से ज्यादा अंकों को अच्छे मार्क्स माना जाता है।
सबसे ज्यादा आईएएस अधिकारी देने वाला राज्य उत्तर प्रदेश है, उसके बाद आईएएस अधिकारी देने वाला दुसरा राज्य बिहार है।
Conclusion
आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको मुख्य रूप से बताया कि आईएएस बनने के लिए ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को कितने रैंक की आवश्यकता होती है?
मैंने आपको बताया आईएएस बनने के लिए ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों का रैंक कैसे निर्धारित होता है, रैंक तय होने की प्रक्रिया क्या है?
इन सभी के अलावा ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आईएएस अधिकारी बनने की प्रक्रिया क्या होती है? इन सभी के बारे में मैंने विस्तारपूर्वक इस आर्टिकल के द्वारा आपको बताया है।
आईएएस अधिकारी के लिए कितने पदों पर वैकेंसी निकली है? इसकी जानकारी के लिए आप इसकी ऑफिशल वेबसाइट upsc.gov.in से पता कर सकते हैं।
आशा करती हूं, मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न हो तो कमेंट करके मुझसे अवश्य पूछे, हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।