आपने अपने दैनिक जीवन में साइकोलॉजी का नाम तो जरूर सुना होगा, लेकिन क्या आपको पता है, साइकोलॉजी होता क्या है?
कुछ विद्यार्थी ऐसे होते हैं, जिन्हें लगता है कि साइकोलॉजी एक तरह का सब्जेक्ट है जिसे आमतौर पर दसवीं कक्षा के बाद आर्ट्स स्ट्रीम में विद्यार्थी अध्ययन करते हैं।
हां, यह तो सच है कि दसवीं कक्षा के बाद आर्ट्स स्ट्रीम के विद्यार्थी साइकोलॉजी विषय का चयन करके उसका अध्ययन करते हैं।
लेकिन यह साइकोलॉजी होता क्या है? क्या आपको पता है? आज के इस आर्टिकल में हम इसके बारे में ही बात करने वाले हैं।
आज के इस आर्टिकल में हम मुख्य रूप से जानेंगे कि साइकोलॉजी क्या होता है? या हम साइकोलॉजी किसे कहते हैं?
साइकोलॉजी किसे कहते हैं?
साइकोलॉजी विज्ञान की एक ऐसी शाखा है, जिसके अंतर्गत सभी मनुष्य के साथ-साथ सभी जानवर पशु पक्षी आदि का अध्ययन जन्म से लेकर मृत्यु तक का किया जाता है।
साइकोलॉजी एक अंग्रेजी शब्द है, जिसे हिंदी में मनोविज्ञान कहा जाता है। इसके अलावा अनेक प्रकार के विद्वानों ने साइकोलॉजी को आत्मा के विज्ञान का अध्ययन करना भी बताया है।
कुछ समय पहले लगभग 16 शताब्दी के समय में साइकोलॉजी का अध्ययन फिलोसोफी के अंतर्गत ही किया जाता था।
उस समय साइकोलॉजी की अलग शाखा विकसित नहीं हुई था, लोग साइकोलॉजी का अध्यन फिलोसोफी में ही करते थे।
साइकोलॉजी शब्द ग्रीक शब्द से बना एक शब्द है, जिसमें साइको का अर्थ होता है, आत्मा और logos का अर्थ होता है, अध्ययन या विज्ञान।
अब बात आती है, साइकोलॉजी की परिभाषा कि तो साइकोलॉजी की परिभाषा बहुत तरह के विद्वानों ने अलग-अलग प्रकार के दिए हैं।
सभी प्रकार के विद्वानों में से कुछ विद्वानों की परिभाषा के बारे में अब हम बात करते हैं।
मैकडूगल के अनुसार
साइकोलॉजी यानी मनोविज्ञान आचरण और व्यवहार का यथार्थ विज्ञान होता है। मैक्डूगल का यह मानना था कि साइकोलॉजी एक ऐसा आचरण या व्यवहार होता है, जिसका अध्ययन हम एक विज्ञान के रूप में करते हैं।
वाटसन के अनुसार
साइकोलॉजी मानवीय व्यवहार का निश्चित और शुद्ध विज्ञान होता है।
वुडवर्थ के अनुसार
साइकोलॉजी मानव के संपर्क में होने वाले मानवीय व्यवहारों का विज्ञान होता है।
बोरिंग
मानव प्रकृति का एक अध्ययन साइकोलॉजी कहलाता है।
गैरिसन
साइकोलॉजी का संबंध प्रत्यक्ष मानवीय व्यवहार से होता है।
गार्डनर मर्फी
साइकोलॉजी एक प्रकार का ऐसा विज्ञान है जिसके अंतर्गत जितने भी जीवित वस्तु है, उनके वातावरण के प्रति अनुक्रियाओं का अध्ययन है।
हालांकि इन सभी विद्वानों के अलावा भी अन्य भी बहुत सारे साइकोलॉजिस्ट ने साइकोलॉजी की परिभाषा दी है।
साइकोलॉजी का अर्थ क्या होता है?
इसका हिंदी अर्थ होता है मनोविज्ञान। इस सबसे प्रतीत होता है कि मनोविज्ञान यानी मन का विज्ञान।
साइकोलॉजी दो ग्रीक शब्दों से मिलकर बना शब्द है, साइकी शब्द का अर्थ आत्मा है, जबकि ‘लोगस’ शब्द का अर्थ अध्ययन है।
इसका शाब्दिक अर्थ होता है, आत्मा के संबंध में अध्ययन करने वाला विज्ञान। प्राचीन दार्शनिक में साइकोलॉजी को आत्मा के संबंध में अध्ययन करने वाला विज्ञान भी कहा गया है।
साइकोलॉजी की क्या विशेषताएं हैं?
तो चलिए अब हम साइकोलॉजी की कुछ विशेषताओं के बारे में बात करते हैं, कि साइकोलॉजी की क्या विशेषताएं होती है।
- साइकोलॉजी एक प्रकार का विज्ञान होता है।
- इस विषय में व्यवहार का वस्तुनिष्ठ अध्ययन किया जाता है।
- मानवीय अनुभूति का भी अध्ययन साइकोलॉजी के अंतर्गत ही किया जाता है।
- साइकोलॉजी में इंसानों, जानवरों आदि पर अध्ययन एवं मनोवैज्ञानिक प्रयोग किए जाते है।
- इस विषय में मानव के साथ-साथ पशुओं के व्यवहार के संबंधों का भी अध्ययन किया जाता है।
- साइकोलॉजी एक प्रकार का विज्ञान है जो कि सभी प्रकार के सामाजिक व्यवहारों का अध्ययन करता है।
साइकोलॉजी की शाखाएं कौन-कौन सी है?
मनोविज्ञान के अंतर्गत बहुत सारी शाखाएं आती है,जिनके नाम इस प्रकार है।
- बाल मनोविज्ञान (Child Psychology)
- सामान्य मनोविज्ञान (Normal Psychology)
- असामान्य मनोविज्ञान (Abnormal Psychology)
- समाज मनोविज्ञान (Social Psychology)
- मानव मनोविज्ञान (Human Psychology)
- शिक्षा मनोविज्ञान (Education Psychology)
- किशोर मनोविज्ञान (Adolescent Psychology)
- प्रौढ़ मनोविज्ञान (Adult Psychology)
- अपराध मनोविज्ञान (Crime Psychology)
- औद्योगिक मनोविज्ञान (Industrial Psychology)
- व्यैक्तिक मनोविज्ञान (Individual Psychology)
- पशु मनोविज्ञान (Animal Psychology)
- परा मनोविज्ञान (Parapsychology)
अब हम साइकोलॉजी की शाखाओं के बारे में विस्तारपूर्वक जानते हैं, कि साइकोलॉजी कि इन सभी शाखाओं को क्या कहलाती हैं।
बाल मनोविज्ञान (Child Psychology)
यह साइकोलॉजी की एक ऐसी शाखा है, जो बालक के प्रारंभिक विकास और व्यवहार से जुड़े संबंधों का अध्ययन करती हैं।
सामान्य मनोविज्ञान (Normal Psychology)
यह साइकोलॉजी की एक ऐसी शाखा होती जो सामान्य परिस्थिति में होने वाली संभावनाओं का अध्ययन करती है।
असामान्य मनोविज्ञान (Abnormal Psychology)
जब कोई व्यक्ति सामान्य नहीं रहता यानी असामान्य गतिविधियां करने लगता है, यानी असामान्य गतिविधियों का अध्ययन करना ही असामान्य मनोविज्ञान कहलाता है।
अगर उदाहरण के तौर पर समझा जाए तो कोई व्यक्ति अगर पागल जैसा व्यवहार करने लगे तो हम उस गतिविधि को असामान्य गतिविधि कहते हैं उन्हीं गतिविधियों का अध्ययन सामान्य मनोविज्ञान के अंतर्गत किया जाता है।
समाज मनोविज्ञान (Social Psychology)
यह साइकोलॉजी का एक ऐसा विज्ञान है जिसके अन्तर्गत समाज में होने वाली गतिविधियों और सामाजिक परिस्थितियों का अध्ययन किया जाता है।
साइकोलॉजी की एक प्रमुख शाखा मानव मनोविज्ञान भी होती है इसके अंतर्गत मानवीय दृष्टिकोण से मानव द्वारा होने वाले व्यवहार का अध्ययन किया जाता है।
शिक्षा मनोविज्ञान (Education Psychology)
साइकोलॉजी की वह शाखा जो मानव की शैक्षणिक गतिविधियों से संबंधित है। उन्हें ही शिक्षा मनोविज्ञान कहा जाता है।
किशोर मनोविज्ञान (Adolescent Psychology)
इसके अंतर्गत किशोरावस्था की गतिविधियों एवं व्यवहार का अध्ययन किया जाता है यह भी साइकोलॉजी के अंतर्गत आता है।
प्रौढ़ मनोविज्ञान (Adult Psychology)
किशोरावस्था के बाद आने वाली अवस्था का नाम है प्रौढ़ावस्था इस अवस्था की गतिविधि एवं व्यवहार का अध्ययन करना मनोविज्ञान कहलाता है।
अपराध मनोविज्ञान (Crime Psychology)
साइकोलॉजी के अंतर्गत आने वाली यह एक शाखा है जिसके अंतर्गत अपराधी मनुष्य को सामान्य मनुष्य बनाने के उद्देश्य से इसका अध्ययन किया जाता है।
औद्योगिक मनोविज्ञान (Industrial Psychology)
किसी भी प्रकार के उद्योग में मालिक से लेकर कर्मचारी तक के होने वाले व्यवहारों का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
व्यैक्तिक मनोविज्ञान (Individual Psychology)
यह साइकोलॉजी की एक प्रकार की ऐसी शाखा है, जिसके अंतर्गत व्यक्ति व्यक्ति में होने वाली अंतर का अध्ययन किया जाता है।
पशु मनोविज्ञान (Animal Psychology)
यह साइकोलॉजी की एक ऐसी शाखा होती हैं, जिसके अंतर्गत पशु के व्यवहार एवं गतिविधियों को समझने का प्रयास किया जाता है।
परा मनोविज्ञान (Parapsychology)
साइकोलॉजी की इस विज्ञान में आकस्मिक घटना, दुर्घटना आदि होने की संभावनाओं का अध्ययन एवं परिस्थितियों को समझा जाता है।
इसके अलावा समाज में होने वाले अन्य परालोकिक व्यवहारों का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
Conclusion
आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया कि साइकोलॉजी किसे कहते हैं या साइकोलॉजी क्या कहलाता है।
मैंने इस आर्टिकल में आपको सभी प्रकार के विद्वानों के अनुसार साइकोलॉजी की क्या परिभाषा है? इन सभी के बारे में एक विवरण इस आर्टिकल प्रस्तुत किया है।
इसके अलावा मैंने आपको बताया कि साइकोलॉजी की क्या विशेषताएं होती है?, साइकोलॉजी की कितनी शाखाए है,उन सभी के बारे में विवरण इस आर्टिकल के द्वारा मैंने प्रस्तुत किया है।
आशा करती हूं, मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी। अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न तो कमेंट करके मुझसे अवश्य पूछें।
धन्यावाद।