आज हम जानेंगे कि मिजोरम की राजधानी क्या है? (Mizoram ki rajdhani kya hai) या मिजोरम की राजधानी कहां है? (Mizoram ki rajdhani kahan hai) तथा मिजोरम की राजधानी में प्रसिद्ध स्थल कौन-कौन से हैं?
मिजोरम की राजधानी (Capital of Mizoram in hindi) के बारे में पूरे विस्तार से जानने के लिए इसे पूरा पढ़ें एवं ध्यान से पढ़ें।
मिजोरम की राजधानी कहां है? (Mizoram ki rajdhani kahan hai)
मिजोरम की राजधानी ‘आइजोल’ है।
भारत देश के मिजोरम राज्य की राजधानी आइजोल है जो कि यहां की अधिक जनसंख्या के कारण मिजोरम राज्य का सबसे बड़ा नगर है। 20 January 1987 को मिजोरम राज्य का गठन होने पर आइजोल को इसकी राजधानी के रूप में चुना गया था। राजधानी होने के कारण मिजोरम राज्य सभी प्रशासनिक भवन जैसे सचिवालय, विधानसभा एवं महत्वपूर्ण सरकारी भवन आइजोल में ही स्थित है।
आइजोल के इतिहास में, पहले यह असम का भाग हुआ करता था एवं 1987 में मिजोरम के अलग और एक पूर्ण राज्य बनने पर यह इसकी राजधानी बना।
क्षेत्रफल एवं जनसंख्या में 2011 की जनसंख्या जनगणना के अनुसार यहां की कुल जनसंख्या 293416 दर्ज की गई थी। जिसमें 49.39% जनसंख्या पुरुषों की और बाकी जनसंख्या महिलाओं की है। यहां का जनसंख्या घनत्व 234 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर का हो जाता है।
वहीं क्षेत्रफल में यह 457 वर्ग किलोमीटर यानी 176 वर्ग मील क्षेत्र में फैला हुआ है, एवं समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 1132 मीटर यानी 3714 फीट के बराबर है। यहां की आधिकारिक भाषा मिजो है। यहां के लिंगानुपात में प्रति हजार पुरुष 1025 महिलाएं है, जो कि राष्ट्रीय लिंगानुपात की तुलना में बेहतर है एवं साक्षरता दर में, यहां की औसत साक्षरता दर राष्ट्रीय औसत साक्षरता दर से काफी अधिक, 98.36% है।
मिजोरम की राजधानी आइजोल की भूगोल एवं जलवायु
भूगोल एवं जलवायु में इस शहर के पश्चिम में त्लावंग नदी घाटी एवं पूर्व में तूईरियल नदी घाटी स्थित है। यहां की स्थिति कर्क रेखा के उत्तर में पड़ती है। यह नगर समुद्र तल से 1132 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इसी ऊंचाई और आइजोल की स्थिति के कारण आइजोल की जलवायु उपोष्णकटिबंधीय जलवायु है।
यहां पर वर्षा अधिक होती है, परंतु जलवायु वर्गीकरण के अनुसार यहां पर आर्द्र उपोष्णकटिबंधीय जलवायु है। औसत तापमान में शीतकाल के दौरान तापमान 11 डिग्री सेल्सियस से 21 डिग्री सेल्सियस के मध्य रहता है। एवं ग्रीष्म काल के दौरान तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच होता है।
मिजोरम की राजधानी आइजोल में धार्मिक दृष्टिकोण से कुल जनसंख्या का बहुत बड़ा भाग ईसाई धर्म को मानता है। प्रतिशत में, कुल जनसंख्या का 93.63 % ईसाई धर्म के लोग हैं, कुल जनसंख्या का 4.14% हिंदू धर्म के लोग, 1.52% मुस्लिम धर्म के लोग, 0.45% बौद्ध धर्म के लोग, 0.03% सिख धर्म के लोग, 0.02 प्रतिशत जैन एवं 0.09 % अन्य धर्म को मानते हैं।
मिजोरम एवं मिजोरम की राजधानी में शिक्षण स्थल
शिक्षा के क्षेत्र में इस शहर में निम्न स्तर एवं उच्च स्तर के शिक्षा के लिए कई शिक्षण संस्थान है। यहां पर निजी और सरकारी दोनों ही तरह के स्कूल है। मिजोरम विश्वविद्यालय(जिसकी स्थापना 2001 में की गई थी) यहीं से आइजोल के सारे कॉलेज संबद्ध है, एवं सबसे पुराने शिक्षण संस्थान में पछूंगा विश्वविद्यालय कॉलेज का नाम आता है जिसकी स्थापना 1958 में की गई थी। कानून की शिक्षा देने के लिए मिजोरम विधि कॉलेज है। यहां के अन्य प्रमुख शिक्षण संस्थानों में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान मिजोरम तथा भारतीय पत्रकारिता संस्थान जैसे संस्थानों का नाम आता है।
मिजोरम की राजधानी में पर्यटन स्थल
पर्यटन के दृष्टिकोण से आइजोल में बहुत से पर्यटन स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं-
इस शहर के केंद्र में स्थित मिजोरम राज्य संग्रहालय एक प्रमुख पर्यटन स्थान है, इस संग्रहालय में मिजोरम राज्य के सांस्कृतिक और समृद्ध विरासत की झलक देखने को मिलती है जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
Dampa tiger reserve, यह आइजोल का सबसे बड़ा वन्य जीव अभ्यारण्य है जिसे 1994 में एक बाघ आरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया था। इस टाइगर रिजर्व की स्थिति आइजोल शहर से 127 किलोमीटर दूर बांग्लादेश से लगभग सटकर अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास है।
शहर से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तामदिल झील सुंदर जंगलों से घिरी एक प्राकृतिक झील है, जिसे देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से यहां आते हैं। यहां की प्राकृतिक सुंदरता देखने लायक होती है।
फाल्कन गांव जोकि मिजो जनजाति के लोगों का एक गांव है। यहां इन जनजातीय लोगों की संस्कृति आजीविका और जीवन शैली देखने को मिलती है। मिजो जनजाति के लोगों के कारण इस राज्य का नाम मिजोरम पड़ा है।
इसके अलावा इस शहर के पश्चिम में लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर एक छोटा गांव रिक भी दर्शनीय स्थलों में गिना जाता है । यह प्राकृतिक वनों और अपने शांत वातावरण के लिए जाना जाता है।
अन्य प्रमुख पर्यटन स्थलों में बड़ा बाजार, हमुइफांग, फॉकलैण्ड अमयुज़मेंट पार्क, सोलोमन मन्दिर, दुर्तलांग पहाड़ियाँ, बकतवांग गाँव, बेरावातलंग, खुआंगचेरा पुक जैसे स्थानों का नाम आता है। एवं अन्य झीलों में टीपो झील, रग्डोल एवं रेंगडोल झील जाया जा सकता है।
राज्य के सरकारी कर्मचारियों को छोड़कर घरेलू पर्यटको को मिजोरम में प्रवेश लेने के लिए (आई एल पी) यानी इनर लाइन परमिट की जरूरत पड़ती है जिसे संबंधित अधिकारियों से मुंबई, दिल्ली, कोलकाता जैसे शहरों में या फिर आइजोल पहुंचने पर भी प्राप्त किया जा सकता है।
यातायात की सुविधा
परिवहन याने यातायात में यहां सड़क मार्ग, वायु मार्ग या रेल मार्ग से पहुंचा जा सकता है।
वायु मार्ग में आइजोल का निकटतम विमानक्षेत्र लेंगपुई विमानक्षेत्र है। यह विमानक्षेत्र देश के बड़े शहरों जैसे कोलकाता के नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र, शिलांग विमानक्षेत्र, इंफाल विमानक्षेत्र तथा गुवाहाटी के गोपीनाथ बोर्दोलोई अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र द्वारा जुड़ा है। Air India, Jet Airways, SpiceJet जैसी कंपनियों द्वारा लेंगपुई विमानक्षेत्र से देश के दूसरे शहरों तक नियमित रूप से हवाई सेवा उपलब्ध होती है।
सड़क मार्ग में यहां पहुंचने का उत्तम प्रबंध है। मिजोरम का आइजोल शहर असम के सिलचर से नेशनल हाईवे 54 द्वारा जुड़ा है जिसके बाद यह देश के अन्य क्षेत्रों से जुड़ता है। National Highway 40 द्वारा आइजोल भारत के त्रिपुरा राज्य की राजधानी अगरतला से जुड़ा है, वहीं मणिपुर की राजधानी इंफाल से यह नेशनल हाईवे 140 द्वारा जुड़ा है। दूसरे क्षेत्रों से यहां तक के लिए बस सुविधाएं उपलब्ध है, इसके अलावा टैक्सी या निजी वाहनों से भी सड़क मार्ग द्वारा यहां पहुंचते हैं।
रेल मार्ग में मिजोरम का अपना कोई रेलवे स्टेशन नहीं है यहां से सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन सिलचर है। देश के किसी दूसरे क्षेत्र से रेल मार्ग द्वारा सिलचर तक आकर 6 से 8 घंटे की यात्रा करके आइजोल पहुंचा जा सकता है। सिलचर रेलवे स्टेशन देश के दूसरे हिस्सों से भली-भांति जुड़ा है।