बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो 12वीं के बाद लैब टेक्नीशियन कोर्स करना पसंद करते हैं।
लैब टेक्नीशियन एक ऐसा व्यक्ति होता है जो चिकित्सा मशीनरी आदि जैसे कामों में निपुण होता है।
आज के समय में दुनिया भर में लैब टेक्नीशियन की मांग बहुत ज्यादा है।
चाहे प्राइवेट हो या सरकारी, दोनों ही हॉस्पिटलों में लैब टेक्नीशियन की मांग है।
ऐसे में छात्र 12वीं आर्ट्स के बाद लैब टेक्नीशियन का कोर्स करते हैं तो उन्हें लैब टेक्नीशियन के रूप में नौकरी जल्दी मिल जाती है।
लेकिन बहुत से छात्रों के मन में पहला सवाल यही होता है, कि 12वीं आर्ट्स के बाद लैब टेक्नीशियन का कोर्स कैसे करें? तो चलिए इस आर्टिकल में हम इसी के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं।
12वीं आर्ट्स के बाद लैब टेक्नीशियन कोर्स
लैब टेक्नीशियन बनने के लिए 12वीं के बाद छात्रों को एक्स-रे, रेडियोग्राफी रसायन आदि के बारे में सभी प्रकार की जानकारी होनी चाहिए।
जिसके लिए 12वीं आर्ट्स करने के बाद उम्मीदवारों को lab टेक्निशियन का कोर्स करना पड़ता है, जिनमें से कुछ मुख्य courses निम्नलिखित हैं-
- X-Ray Technology BSc
- BSc Medical Imaging Technology
- Bachelor Of Medical Laboratory Technology (BMLT)
- BSc In Medical Laboratory Technology (B.Sc. MLT)
- BSc ECG and Cardiovascular Technology
- BSc Clinical Laboratory Technology
- Diploma in Medical Laboratory Technology (DMLT)
यह सभी कोर्स 12वीं आर्ट्स के बाद लैब टेक्नीशियन के बैचलर और डिप्लोमा कोर्स है। जिसे छात्र 12वी खआर्ट्स के बाद कर सकते हैं।
अब हम इन सभी कोर्स के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं।
Diploma in Medical Laboratory Technology (DMLT)
यह कोर्स 3 साल का होता है जिसे बारहवीं कक्षा के बाद कोई भी छात्र कर सकता है।
मेडिकल माइक्रोबायोलॉजी, जैव रसायन, हेमेटोलॉजी और पैथोलॉजी सहित प्रयोगशाला प्रौद्योगिकी में सभी प्रकार की जानकारी छात्रों को इस कोर्स में दी जाती है।
Bachelor of Science in Medical Laboratory Technology (BSc MLT)
यह कोर्स 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है जिससे कोई भी छात्र कर सकता है इसमें छात्रों को लैब में काम करने के तरीके के बारे में सिखाया जाता है।
इस कोर्स को करने के बाद छात्रों को लाभ के बारे में अधिक से अधिक प्रकार की जानकारी प्राप्त हो जाती है।
Bachelor of Science in Biotechnology (BSc Biotech)
यह 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है, जो कि लैब से जुड़ी थियोरेटिकल और बायोलॉजिकल टाइप लैब की सभी प्रकार की जानकारी इस कोर्स में बताता है।
लैब टेक्नीशियन के रूप में भविष्य में काम करने वाले बहुत सारे छात्र इस कोर्स को करना पसंद करते हैं।
Bachelor of Science in Microbiology (BSc Microbiology)
छात्र के लिए Bachelor of science in microbiology 3 साल का अंडरग्रैजुएट कोर्स होता है जिसे बारहवीं कक्षा के बाद अधिकतर छात्र करना पसंद करते हैं।
इसमें माइक्रोबायोलॉजी से जुड़ी सभी प्रकार के बायोलॉजिकल लैब की चीजें छात्रों को बताई जाती इतना ही नहीं लैब से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी थियोरेटिकल और प्रैक्टिकल तरीके से बताई जाती है।
Diploma in Radiology Technology
लैब टेक्नीशियन का 2 साल का डिप्लोमा कोर्स है जिसमें रेडियोलॉजी टेक्नोलॉजी के बारे में सिखाया जाता है
इस कोर्स में खास तौर पर छात्रों को रेडियोलॉजी की टेक्निक सिखाई जाती है।
Diploma in Dialysis Technology
यह कोर्स के 2 साल का डिप्लोमा कोर्स होता है इसमें छात्रों को डायलिसिस की जानकारी दी जाती है।
डायलिसिस का चेकअप करना इसमें सिखाया जाता है। डायलिसिस के रोगियों की चेकअप के लिए मेडिकल में डिप्लोमा इन डायलिसिस का लाभ टेक्नीशियन का कोर्स होता है जिसे करके कोई भी छात्र खिलाफ टेक्नीशियन के रूप में डायलिसिस की जांच कर सकता है।
Diploma in Medical Imaging technology
यह 2 साल का डिप्लोमा कोर्स होता है, यह कोर्स एक प्रकार का अंडर ग्रैजुएट डिप्लोमा कोर्स है जिसे अक्सर बारहवीं कक्षा के बाद किया जाता है।
रेडियोग्राफी, अल्ट्रासोनोग्राफी और सीटी स्कैनिंग सहित मेडिकल इमेजिंग तकनीक के लिए इस कोर्स में छात्रों को तैयार किया जाता है।
Diploma in Ophthalmic Technology
जब 2 साल का डिप्लोमा कोर्स होता है, जिसमें नेत्र की जांच की जाती है। Diploma in ophthalmic technology में खासतौर पर आंखो की जांच करना सिखाया जाता है।
Diploma in Medical Records Technology
यह 2 साल का मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नोलॉजी का कोर्स होता है जिसमें कोडिंग, ट्रांसक्रिप्शन और डेटाबेस प्रबंधन सहित मेडिकल रिकॉर्ड तकनीक के बारे में प्रशिक्षण इस कोर्स में दिया जाता है।
12वीं कक्षा के बाद लैब टेक्नीशियन बनने के लिए योग्यता
जो भी छात्र 12वीं के बाद लैब टेक्नीशियन के रूप में काम करते हैं उनके लिए कुछ योग्यताएं निर्धारित होती है जो इस प्रकार हैं।
- छात्रों को 12वीं कक्षा किसी भी स्ट्रीम से पास होने अनिवार्य है।
- उम्मीदवारों की न्यूनतम उम्र 17 वर्ष होनी चाहिए या 17 वर्ष से अधिक उम्र के छात्र होने चाहिए।
- कुछ लैब टेक्नीशियन कोर्स के लिए सरकार के द्वारा परीक्षाएं भी आयोजित होती है, जिसे देकर छात्र टेक्निशियन बन सकते हैं।
FAQ
आमतौर पर 12वीं के बाद लाइफ टेक्नीशियन का कोर्स 3 साल 6 महीने का होता है हालांकि कई सारे डिप्लोमा के कोर्स 2 साल के भी होते हैं। बारहवीं कक्षा के बाद छात्र चाहे तो अंडर ग्रेजुएट और ग्रेजुएट दोनों तरह के कोर्स कर सकते हैं।
मेडिकल लैब टेक्निशियन में डिप्लोमा, मेडिकल लैब टेक्निशियन में बैचलर्स, इम्यूनोलॉजी, क्लीनिकल, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री आदि जैसे कोर्स लैब टेक्नीशियन बनने के लिए करना पड़ता है।
शुरुआती समय में लैब टेक्नीशियन को शुरुवाती सैलरी12,000 से ₹14000 होती है, हालांकि समय के साथ सैलेरी मैं भी बढ़ोतरी होती रहती है लेकिन शुरुआती समय में इन्हें कम सैलरी मिलती है।
किसी भी lab में टेक्नीशियन का काम तकनीकी प्रकार के कार्यों को करना होता है जैसे आंखों की जांच, डायलिसिस जांच आदि।
सारांश
12वीं आर्ट्स के बाद लैब टेक्नीशियन बनने के लिए बहुत सारे कोर्स है, जिसे करके कोई भी छात्र किसी भी स्ट्रीम से लैब टेक्नीशियन की नौकरी पा सकते हैं।
आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको कुछ महत्वपूर्ण और प्रमुख लैब टेक्नीशियन कोर्स के बारे में सभी प्रकार की जानकारी बताइ है।
आशा है, मेरे द्वारा दी जाने वाली जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न पत्र हो तो कमेंट करके अवश्य पूछे। हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहने के लिए आपका धन्यवाद।