अगर आपका सपना एक डॉक्टर बनने का है ,और आप भविष्य में एक बेहतर डॉक्टर बनना चाहते हैं,
तो आपको शुरुआती समय से ही इसके लिए तैयार होना होगा यानी 10वीं कक्षा से ही आपको decide करना होगा कि आपको क्या करना है?
क्योंकि डॉक्टर बनने के लिए हमें दसवीं कक्षा से ही कड़ी मेहनत करनी होती है, तब जाकर आप एक सफल डॉक्टर बन सकते हैं।
ऐसे में अब आपके मन में यह सवाल अवश्य आता होगा कि दसवीं तो हमने पास कर ली;
अब डॉक्टर बनने के लिए 10वीं के बाद क्या करें? तो आज मैं आपकी इस दुविधा को दूर करने जा रही हैं,
और आपको बताऊंगी कि डॉक्टर बनने के लिए 10वीं के बाद क्या करें? इसके बाद आपको बेहतरीन जानकारी प्राप्त हो जाएगी और आपको एक मार्गदर्शन प्राप्त होगा
तो चलिए आर्टिकल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं कि डॉक्टर बनने के लिए 10वीं के बाद क्या करें?
डॉक्टर बनने के लिए 10वीं के बाद क्या करें?
सबसे पहले आपको यह बता दे कि अगर आप एक डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आपको डॉक्टर बनने के लिए दसवी के बाद विज्ञान विषय से पढ़ाई करनी होती है ।
आपको अपनी ग्यारहवीं कक्षा में Biology, Chemistry और Physics विषय को पढ़ना होगा तभी आप डॉक्टर बन सकते है।
इन तीनों विषयों को आपको अच्छी तरह पढ़ना होगा और 12वीं कक्षा में आपको 50% से 60% अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। तभी आप आगे डॉक्टर बनने के योग्य बन सकते हैं।
बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होने के पश्चात आपको National level मेडिकल एग्जाम का फॉर्म भरना होता है।
जिसे हम NEET का फॉर्म कहते हैं। अगर आप एक डॉक्टर बनने का सपना देख रहे हैं तो आपको NEET परीक्षा के विषय में अवश्य पता होगा।
NEET परीक्षा क्या है?
NEET की परीक्षा काफी कठिन होती है; इसीलिए अगर आपको इस परीक्षा में उत्तीर्ण होना है और अच्छा रैंक लाना है,
तो आपको 11वीं और 12वीं कक्षा के सिलेबस को काफी अच्छी तरह पढ़ना होगा,
और साथ ही साथ इस परीक्षा के एग्जाम पैटर्न के मुताबिक आपको तैयारी करनी होगी और उस दौरान आपको काफी मेहनत करने की जरूरत पड़ सकती है।
आपको बता दें कि NEET की परीक्षा इंग्लिश तथा हिंदी दोनों माध्यम से ली जाती है ; जो कि ऑफलाइन होती है ।
इस परीक्षा में सही जवाब देने पर आपको 4 अंक दिए जाते हैं ,वही गलत जवाब में 1 अंक की कटौती की जाती है।
इस परीक्षा में फिजिक्स से 45 ,केमिस्ट्री में 45 ,जूलॉजी से 45, बॉटनी में 45 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं यानी कुल 180 अंक की NEET की परीक्षा होती है।
जिसमें आपको ज्यादा से ज्यादा अंकों के साथ उत्तीर्ण होना अनिवार्य है, तभी आपका Rank अच्छा आप आता है ।
अगर आप NEET की परीक्षा देने वाले अभ्यार्थी हैं तो previous year के क्वेश्चन को अवश्य देखें और उसे हल करें
ताकि उससे आपको question का idea हो सके और आप उसी अनुसार अपनी तैयारी कर सकें।
NEET परीक्षा में अच्छा रैंक क्यों ज़रूरी है?
आपको यह बता दें कि मेडिकल कॉलेज में आपको एडमिशन आपके NEET एग्जाम के रिजल्ट पर ही मिलता है। यदि आप का rank NEET के एग्जाम में अच्छा आता है;
तब आपको सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन आसानी से मिल जाता है। वहीं अगर आप का Rank अच्छा नहीं आ पाता या फिर थोड़ा ज्यादा आता है, तो आपको प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन मिल पाता है ।
अगर आपको सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिलता है तो उसकी फीस प्राइवेट की तुलना में काफी कम होती है।
इसीलिए अगर आप मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल करना चाहते हैं,
तो यह कोशिश करें कि NEET के एग्जाम को अच्छे से दें और अच्छे रैंक के साथ उत्तीर्ण करें ताकि आपको सरकारी कॉलेज मिल सके।
उसके बाद मेडिकल कॉलेज में आपको एमबीबीएस की तैयारी करवाई जाती है।
डॉक्टर बनने में कितना समय लगता है?
जो करीबन 5.5 साल का होता है; जिसमें आपको 1 साल की इंटरशिप भी कराई जाती है।
4.5 साल के पढ़ाई करने के बाद आपका एमबीबीएस का एग्जाम होता है; इसमें अगर आप पास हो जाते हैं, तो आप मेडिकल कॉलेज में इंटर्नशिप कर सकते हैं ।
और एक डॉक्टर बन सकते हैं ,किंतु अगर आप इस परीक्षा में पास नहीं हो पाते तो आप इंटरशिप नहीं कर पाएगा और आपका 4.5 साल बर्बाद हो जाएगा और आपका डॉक्टर बनने का सपना भी खत्म हो जाएगा।
MBBS के एग्जाम में पास होने के बाद आप एक डॉक्टर बन पाते हैं ,और अगर आप एक सफल डॉक्टर बनना चाहते हैं।
तो आपको लगातार मेडिकल की तैयारी करते हुए काफी ध्यान लगाकर पढ़ने की आवश्यकता है; तभी आप एक बेहतर और सफल डॉक्टर बन पाएगा।
NEET परीक्षा कितने अंकों का होता है?
एमबीबीएस की परीक्षा में आप से कुल 720 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं। जिसमें हिंदी और इंग्लिश दोनों में medium से आपके प्रश्न होते हैं। यह परीक्षा कंप्यूटर based होती है;
जिसमें आपको 3.5 घंटे का समय दिया जाता है। अगर आप सही जवाब देते हैं तो आपको 1 अंक दिए जाते हैं ,वही गलत जवाब देने पर ⅓ अंक की कटौती की जाती है ।
इसमें बायोलॉजी से 180 नंबर ,फिजिक्स से 180 नंबर ,केमिस्ट्री से 180 नंबर और GK से 180 नंबर यानी कुल 720 अंकों के प्रश्न पूछे जाते हैं ।
जिसमें आपका उत्तीर्ण होना अनिवार्य है । तभी आप 4.5 साल की मेहनत के बाद एक डॉक्टर बन पाएगा और इंटरशिप मेडिकल कॉलेज से कर पाएगा।
किंतु ध्यान रहे आप इस परीक्षा में सभी शामिल हो पाएगा जब आप की उम्र 18 वर्ष से ऊपर होगी यानी 18 वर्ष से कम आयु के छात्र इस परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते ।
इस प्रकार आप दसवीं के बाद बायोलॉजी विषय का चयन करके अच्छे अंकों के साथ NEET एग्जाम क्लियर करके एक बेहतर और टॉप most मेडिकल कॉलेज में दाखिला लेकर एमबीबीएस एग्जाम को क्लियर करके,
एक बेहतरीन डॉक्टर बनकर आप लोगों की मदद करते हुए दुआएं और कमाई दोनों बेशुमार कर सकते हैं।
जिसमें आपको पैसे के साथ-साथ इज्जत भी मिलेगी और आप हर इंसान की बीमारियों को दूर भी कर पाएगा।
क्या doctor बनने के लिए neet की परीक्षा पास करना जरूरी है?
डॉक्टर बनने की चाह रखने वाले बच्चे , दसवीं के बाद फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी जैसे विषयो से11वीं और 12वीं की पढ़ाई करते हैं।
और वह 12वीं के बाद एमबीबीएस या किसी अच्छे medical course में दाखिला लेना चाहते है।
सभी students को under ग्रेजुएशन मेडिकल कोर्सेज में दाखिला लेने के लिए NEET परीक्षा यानी कि National eligibility come entrance test की परीक्षा पास करनी अनिवार्य होती है। इसके बिना वह डॉक्टर नहीं बन सकते।
Medical के कोर्सेज में दाखिले के लिए NEET की परीक्षा पास करना अनिवार्य कर दिया गया है।
यानी कि NEET पास करने वाले विद्यार्थी ही MBBS जैसे मेडिकल कोर्स में दाखिला ले कर doctor बन सकते हैं।
Conclusion
आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया कि दसवीं कक्षा के बाद डॉक्टर बनने के लिए क्या करें?
जिसके बाद मुझे उम्मीद है कि आपको हमारा आज का आर्टिकल पढ़कर इसके विषय में जानकारी अवश्य मिल गई होगी।
अगर आपको हमारा आज का आर्टिकल अच्छा लगा होगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें और अगर आपके मन में इससे संबंधित कोई भी प्रश्न हो तो आप हमें बेझिझक कमेंट बॉक्स में कमेंट करके प्रश्न पूछ सकते हैं ।
धन्यवाद