M.Ed के बाद क्या करें? | M.Ed ke baad kya kare

आज के समय में हर व्यक्ति चाहता है,कि वह उच्च  से उच्च शिक्षा हासिल करें,इसके लिए  वह बेहतर शिक्षा हासिल करने के लिए अच्छी पढ़ाई करता है।

M.e.d का कोर्स वही व्यक्ति करते हैं,जो भविष्य में एक शिक्षक बनना चाहते हैं,यह एक तरह का मास्टर्स कोर्स होता है,जो कि शिक्षक बनने के लिए जरूरी होता है।

M.e.d Course में आपको Education sectors की हर नई तकनीक सीखने को मिलती है,और आपका ज्ञान भी बढ़ता है | 

अब हम यह जानने का प्रयास करते हैं,कि m.e.d के कोर्स को करने के बाद आप क्या कर सकते हैं? या आप m.e.d के कोर्स को करने के बाद आप क्या करें?

M.Ed के बाद क्या करें? (M.Ed ke baad kya kare)

अब बात यह आती है,कि m.e.d का कोर्स करने के बाद आप क्या कर सकते हैं?या आप किस क्षेत्र में अपना करियर बना सकते है,तो चलिए हम जानते हैं।

अगर आप m. ed (एम. एड) कर लेते है,तो आप एक professional skills trainer, Career Counsellor, home tutors, online tutors और teacher आदि इनमें से किसी में अपना करियर आसानी से बना सकते है।

M.e.d course करने के बाद आप चाहे तो एक प्रिंसिपल के तौर पर आसानी से job पा सकते हैं,और प्राइवेट या गवर्नमेंट sector में आसानी जॉब कर सकते हैं।

इस कोर्स के उच्च करने के बाद आपको एक शिक्षक के तौर पर शिक्षण के क्षेत्र में अधिक जानकारी प्राप्त हो जाती है,आप चाहे तो अपना खुद का एक कोचिंग सेंटर खोल सकते हैं,जिससे आप एक सरकारी जॉब या प्राइवेट जॉब से अधिक earning कर सकते हैं।

इस कोर्स को करने के बाद सबसे अच्छी बात तो यह होती है,कि चाहे तो इस कोर्स को करने के बाद पीएचडी का कोर्स भी कर सकते हैं या फिर किसी प्रकार की डॉक्टर डिग्री के लिए भी आप कोर्स कर सकते हैं।

M.Ed के बाद पीएचडी कर सकते हैं?

अगर आप M.Ed के बाद आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं तो M.Ed के बाद पीएचडी सबसे अच्छा ऑप्शन है। M.Ed के बाद अगर आप पीएचडी करते हैं तो आपको किसी कॉलेज में एक असिस्टेंट प्रोफेसर की नौकरी आसानी से मिल सकती है और अधिकतर छात्र जोकि M.Ed यह हुए हैं वह अपने आगे की पढ़ाई के लिए पीएचडी ऑप्शन को ही चुनते हैं।

पीएचडी करने के लिए नेट एग्जाम देना जरूरी है, इसलिए अगर आप M.Ed के बाद पीएचडी करना चाहते हैं तो आपको M.Ed की पढ़ाई पूरी करने के बाद नेट एग्जाम देना होगा नेट एग्जाम के नंबर के आधार पर ही आपको पीएचडी में दाखिला मिलता है।

और पीएचडी करने के लिए छात्रों को सरकार के तरफ से स्टाइपेंड भी दिया जाता है ताकि वह अपनी पढ़ाई अच्छे से कर सके और साथ ही साथ अपने पीएचडी के पेपर को भी अच्छे से लिख पाए।

M. Ed करने से कौन कौन सी नौकरी मिलती है?

इस कोर्स को करने के बाद आपको बहुत सारे नौकरी के अवसर प्राप्त होते हैं, उन सभी अवसरों के बारे में हम जानते है।

  • professional soft skills trainer
  • Career Counsellor
  • Home tutors
  • Online tutors 
  •  teacher 
  • Professor
  • School Principal
  • Researcher
  •  Supervisor
  • School Teacher
  •  Educational Entrepreneur
  •  Free Lancer
  •  Teacher Educator
  • Educational Planners
  • Curriculum Developer
  • Administrators

अब हम इनमें से कुछ मुख्य नौकरियों के बारे में विस्तार पूर्वक जानने का प्रयास करते हैं।

1.professional soft skills trainer

सॉफ्ट स्किल ट्रेनर एक व्यापक क्षेत्र है, जिसमें सम्प्रेषण कौशल, श्रवण कौशल, टीम कौशल, नेतृत्व के गुण, सृजनात्मकता और तर्कसंगति, समस्या निवारण कौशल तथा परिवर्तनशीलता आदि सम्मिलित होते हैं। 

सॉफ्ट स्किल सामान्यतः गुण स्वरुप होते हैं lऔर इन्हें पुस्तकों से नहीं सीखा जा सकता।

सॉफ्ट स्किल ट्रेनर बनने के लिए बहुत जरूरी है,कि आप में टीचिंग स्किल हो,यानी दूसरों को आसानी से आप सिखा सकें।

इसके साथ ही,लीडरशिप,निगोसिएशन के साथ लोगों के बीच रह कर काम करने की एबिलिटी होनी चाहिए। 

2.Career Counsellor

यह छात्रों को सलाह देता है,कि वह कौन से विषय में अपना करियर बना सकते हैं, और इस प्रकार उन्हें एक सही दिशा दिखाकर उनकी समस्या का समाधान करता है।

इस प्रकार से एक करियर काउंसलर युवाओं की इंटरेस्ट, स्किल्स के आधार पर उन्हें सही फील्ड चुनने में मदद करता है।

अगर आप Career counselor बनना चाहते हैं,तो 12वीं कक्षा के बाद साइकोलॉजी, सोशयोलॉजी, सोशल वर्क जैसे विषयों का अध्ययन करें।

ग्रेजुएशन में भी ऐसे ही विषय पढ़े तथा इसके बाद कॉउंसलिंग में पोस्ट ग्रेजुएशन करें।

आप चाहें तो m.e.d करने के बाद डॉक्ट्रेट लेवल कोर्स भी कर सकते हैं,कुछ वर्ष अनुभव रखने वाले भी करियर गाइडेंस तथा कॉउंसलिंग में करियर बना सकते हैं।

3.professor

एक कॉलेज में कोई भी प्रोफेसर किसी एक सब्जेक्ट में स्पेशलिस्ट होता है,और एक प्रोफेसर बनने के लिए आपको काफी हार्ड वर्क करना होगा और मन लगाके पढाई में ध्यान देना होगा।

आप directly एक प्रोफेसर नहीं बन सकते इसके लिए आपको कई सारे एग्जाम देने होते है,उन्हें क्लियर करना होता है।

यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बनने के लिए पोस्ट ग्रेजुएशन के बाद पीएचडी करे,क्योंकि यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर बनने के लिए PhD जरूरी है।

4.Researcher

इस कोर्स में आपको किसी एक विषय के बारे में पूर्ण प्रकार से जानकारी दी जाती है,तो आपको उस विषय के बारे में ज्यादा ज्ञान प्राप्त हो जाता है,जिससे आप उस विषय के बारे में रिसर्च करके नई नई खोज कर सकते हैं।

5.Educational Entrepreneur

उद्यमिता शिक्षा छात्रों को विभिन्न सेटिंग्स में उद्यमशीलता की सफलता को प्रोत्साहित करने के लिए ज्ञान, कौशल और प्रेरणा प्रदान करना चाहती है।

स्नातक विश्वविद्यालय कार्यक्रमों के माध्यम से प्राथमिक या माध्यमिक विद्यालयों से स्कूली शिक्षा के सभी स्तरों पर उद्यमिता शिक्षा की विविधताएं पेश की जाती हैं। 

6.Administrators

शैक्षिक प्रशासक स्कूलों में काम करते हैं, लेकिन शिक्षक के रूप में नहीं। वे पूर्वस्कूली से स्नातकोत्तर स्तरों के माध्यम से स्कूलों में प्रशासनिक कर्तव्यों की देखरेख के लिए जिम्मेदार हैं। 

यह एक शैक्षिक प्रशासक होता है, जो अपने संस्थान में छात्रों और संकाय के लिए एक सुरक्षित और उत्पादक शिक्षण वातावरण सुनिश्चित करता है।

7.Curriculum Developer

यह एक प्रकार की शिक्षा विकास प्रक्रिया होती है,जो कि पाठ्यक्रम के मुख्य आधार पर होती हैं।

शिक्षा के समुचित विकास हेतु इसके द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर विकास होते रहता है।

Conclusion

यहाँ मैंने आपको बताया कि m.e.d के कोर्स को करने के बाद किस प्रकार की जॉब कर सकते हैं? या कौन से कोर्स करना आपके लिए अच्छा होता है।

इसके अलावा मैंने आपको हर प्रकार की करियर ऑप्शन के बारे में विस्तार पूर्वक विश्लेषण इस आर्टिकल के द्वारा प्रस्तुत कि हु, आशा करती हूं कि मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी।

धन्यावद।

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