किसी के गांव का प्रमुख अधिकारी सरपंच होता है, ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो गांव में चुनाव लड़ कर सरपंच के पद पर काम करते हैं।
लेकिन क्या आपको पता है कि सरपंच की सैलरी कितनी है?, ऐसे बहुत से लोग होते जिनके बारे में सवाल आता है कि गांव के सरपंच को मासिक सैलरी कितनी मिलती होगी?
आज के इस आर्टिकल में हम सरपंच की सैलरी के बारे में ही बात करेंगे, इसलिए हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहे।
तो चलिए हम जानते हैं कि सरपंच की सैलरी कितनी होती है? या सरपंच को सैलरी कितनी मिलती है?
सरपंच की सैलरी कितनी होती है?
एक सरपंच को महीने में लगभग 30000 से ₹35000 सैलरी मिलती है।
सरपंच की सैलरी सभी राज्यों में समान ही होती है इसमें कोई अंतर नहीं होता है। हालांकि इस वर्ष 2023 में कुछ ऐसे गांव हैं जहां के सरपंच की सैलरी बढ़ाई गई है।
इस वर्ष 2023 में राजस्थान और छत्तीसगढ़ राज्य में सरपंच की सैलरी में बढ़ोतरी की गई है। वर्ष 2022 में राजस्थान में सरपंच की सैलरी ₹3200 थी, लेकिन इस वर्ष 4800 रूपए सैलरी मिलेगी।
राजस्थान राज्य में यह सैलरी 1 अप्रैल के बाद सरपंच को मिलना शुरू हो जाएगी। इसके अलावा छत्तीसगढ़ राज्य में सरपंच की सैलरी 3000 से बढ़ाकर ₹4000 कर दी गई है।
लेकिन अन्य सभी राज्यों जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड आदि में सरपंच की सैलरी काफी कम है।
इन सभी राज्यों में सरपंच को हर महीने 2500रूपए से 5000 रूपए के बीच की सैलरी मिलती है, हालांकि कुछ समय पहले सभी राज्यों में सरपंच की सैलरी सामान थी।
सरपंच को सैलरी के अलावा कितने पैसे मिलते हैं?
किसी भी गांव की सरपंच को सैलरी अलावा गांव के विकास के लिए सरकार के द्वारा फंड 5 से 7 करोड़ तक मिलता है, जिससे वह गांव का विकास कर सके।
हर एक गांव के सरपंच को सैलरी के साथ-साथ विभिन्न प्रकार की योजनाओं के लिए fund भी मिलते हैं जिससे वह गांव में सुविधाएं उपलब्ध करा सके।
गांव का विकास करने के लिए सरकार के द्वारा सरपंच को कुछ करोड़ रुपए दिए जाते हैं जिससे वह गांव में कुछ विशेष सुविधाएं जैसे कि पानी की सुविधा, सड़क, अच्छी शिक्षा, अच्छे साधन गांव के लोगों को उपलब्ध करा सके।
इन सभी के अलावा सरपंच के पास कई तरह के अन्य स्रोतों से आने वाले लाभ ही होते हैं। जैसे अगर सरपंच किसी गांव में पंचायत बैठ आएगा तो उसे उस गांव से ₹500 भत्ते के रूप में मिलेंगे।
सरपंच को मिलने वाले भत्ते
जैसा कि मैंने आपको पहले भी बताया कि सरपंच किसी एक गांव का प्रमुख अधिकारी होता है जो पूरे गांव की जिम्मेदारी खुद पर लेता है।
एक सरपंच को उनकी सैलरी के साथ-साथ उनके पंचायत बैठक के लिए भत्ते मिलते हैं। इसके अलावा अगर सरपंच किसी काम से किसी यात्रा पर हो, तो उन्हें यात्रा भत्ता भी मिलता है।
सरपंच को सैलरी के साथ-साथ ₹500 पंचायत भत्ता और ₹100 यात्रा भत्ता मिलते हैं।
सरपंच को सैलरी कौन देता है?
कुछ लोग ऐसे होते हैं जिन्हें लगता है सरपंच को सैलरी उप सरपंच देता है, लेकिन ऐसा नहीं है सरपंच को सैलरी सरकार के द्वारा ही दिया जाता है।
क्योंकि सरपंच पूरे गांव की जिम्मेदारी खुद पर लिया हुआ रहता है, इसलिए सरकार के द्वारा डायरेक्ट सरपंच को ही सैलरी मिलती है।
हर महीने में गांव के सरपंच को पहले सप्ताह ही सैलरी मिल जाती है। जो कि हर एक गांव के सरपंच के बैंक खाते में ऑनलाइन माध्यम में भेजी जाती है।
हालांकि इससे कुछ समय पहले सरकार के द्वारा सरपंच को कैश सैलरी दी जाती थी लेकिन अब सरकार ने ऑनलाइन माध्यम में सरपंचों को सैलरी देना शुरू कर दिया है।
किस राज्य में सरपंच की सैलरी में बढ़ोतरी हुई है?
केवल छत्तीसगढ़ और राजस्थान राज्य में सरपंच की सैलरी में बढ़ोतरी हुई है हालांकि कुछ समय पहले तक सभी राज्यों में सरपंच की सैलरी बिल्कुल समान थी।
इसके अलावा अन्य सभी राज्यों में समान सैलरी नहीं है कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है।
किस राज्य में सरपंच की सैलरी कम है?
छत्तीसगढ़ और राजस्थान राज्य के अलावा बाकी सभी राज्यों में सरपंच की सैलरी कम है केवल इन्हीं दोनों राज्यों में सरकार के द्वारा सरपंच की सैलरी में बढ़ोतरी की गई है।
हालांकि 2022 वर्ष तक इन दोनों राज्यों में भी सरपंच की सैलरी समान ही थी, लेकिन कुछ समय पहले वर्ष 2023 के बजट के बाद इन दोनों राज्यों में सरपंच की सैलरी में बढ़ोतरी की गई है जो कि 1 अप्रैल के बाद से लागू कर दी गईं हैं।
सरपंच कैसे बने?
किसी भी गांव के सरपंच बनने के लिए आपको सबसे पहले उस गांव से चुनाव लड़ना पड़ता है और चुनाव लड़कर जितना भी होता है।
लेकिन सरपंच का चुनाव लड़ने के लिए आपके पास कुछ योग्यताओं का होना आवश्यक है, उन सभी योग्यताओं को पूरा करने के बाद अब चुनाव लड़ सकते हैं।
हर 5 साल बाद हर गांव में पंचायत चुनाव आयोजित किया जाता है जिसमें सरपंच के पद पर चुनाव होता है आप उस पद में नामांकन करा कर चुनाव लड़ सकते हैं।
चुनाव में नामांकन कराने के बाद आपको अपने नाम का प्रचार भी करना होता है जिसकी अवधि आपको नामांकन करते समय मिल जाएगी।
प्रचार करने के बाद मतदान होता है, मतदान में अगर आपको अधिक वोट मिल जाते हैं तो आप सरपंच के रूप में चयनित हो जाते हैं।
FAQ
किसी भी ग्राम पंचायत का प्रमुख अधिकारी सरपंच होता है एक सरपंच का काम पूरे गांव की जिम्मेदारी संभालना होता है। जैसे कि गांव में सभी प्रकार की सुविधा मिल रही है कि नही? आदर।
अच्छी खेती, बेहतर शिक्षा, कौशल निर्माण, स्वास्थ्य और स्वच्छ सुविधाओं के प्रावधान आदि जैसे कामों को करके एक सरपंच गांव की बेहतरी के लिए बहुत अच्छा काम कर सकता है।
किसी ने ग्राम पंचायत का पैसा चेक करने के लिए आपको इसकी ऑफिशल वेबसाइट egramswaraj.gov.in पर जाकर चेक करना होता है।
किसी भी पंचायत के अंतर्गत आने वाले गांव में किस काम के लिए कितना पैसा आया है? यह जानने के लिए आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट egramswaraj.gov.in पर जाना होगा।
जो भी व्यक्ति भारत के नागरिक हैं और उनकी आयु 21 साल से अधिक है, वह सरपंच बनने के लिए चुनाव लड़ सकते हैं।
Conclusion
आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको मुख्य रूप से बताया कि सरपंच की सैलरी कितनी होती है? या सरपंच को सैलरी कितनी मिलती है?
सैलरी के अलावा कितने पैसे मिलते हैं?, सरपंच को गांव के विकास के लिए कितना फंड मिलता है?, सरपंच को अन्य भत्ता कितना मिलता है?
इन सबके अलावा किन राज्यों में सरपंच की सैलरी में बढ़ोतरी हुई है एवं किन राज्य में सरपंच की सैलरी कब है एवं आप सरपंच कैसे बन सकते हैं इन सभी के बारे में एक विस्तार पूर्वक विवरण इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया है।
आशा करती हूं मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े कोई प्रश्न तो कमेंट करके मुझसे अवश्य पूछें धन्यवाद।