दोस्तों जब भी विद्यार्थियों के लिए करियर की बात होती है तो उसमें आने वाले 2 सबसे मुख्य नाम इंजीनियरिंग और मेडिकल है। इंजीनियरिंग को छोड़ दें, तो मेडिकल लाइन सबसे ज्यादा विद्यार्थियों के द्वारा चुने जाने वाला profession है।
जब यह मेडिकल लाइन की बात करते हैं तो ज्यादातर विद्यार्थियों के मन में सिर्फ डॉक्टर का नाम आता है पर असल में मेडिकल लाइन काफी vast है, एक डॉक्टर या सर्जन के अलावा इसमें और भी बहुत सारे job profiles आ जाते हैं।
उसी हिसाब से अलग-अलग medical courses भी design किए गए हैं।
आज इस आर्टिकल में हम Medical line के courses की list की बात करेंगे। यानी मेडिकल लाइन में कौन-कौन से अलग-अलग medical courses होते हैं? यहां हम medical line course list के सभी मुख्य courses के बारे में भी जानेंगे।
मेडिकल लाइन कोर्स लिस्ट
जो भी विद्यार्थी मेडिकल की लाइन में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद साइंस स्ट्रीम का चयन करना होता है और उसमें भी उन्हें फिजिक्स केमिस्ट्री और बायोलॉजी ही चुनना होता है, यानी पीसीबी का चुनाव करना होता है।
इन विषयों के साथ 12वीं कक्षा पास करने के बाद वह अपनी इच्छा के अनुसार अलग-अलग प्रकार के मेडिकल कोर्स में अपना दाखिला ले सकते हैं।
जिसके लिए उन्हें एंट्रेंस एग्जाम देनी होगी जो की एग्जाम की प्रक्रिया निर्धारित है, उससे गुजरना होता है।
यानी कि मुख्यत: सभी विद्यार्थियों बारहवीं कक्षा पास करने के बाद मेडिकल लाइन में अपने पसंद के कोर्स में एडमिशन लेते है।
हम सभी जानते हैं, मेडिकल लाइन में बहुत सारे कोर्स होते हैं ,पर सारे courses करने के बाद आपको डॉक्टर की डिग्री प्राप्त नहीं होती ,डॉक्टर की डिग्री के लिए आपको उसके लिए भी अलग अलग कोर्स करने पड़ते हैं।
डॉक्टर के कोर्स के लिए आपको एमबीबीएस नहीं तो बीडीएस कोर्स करने की जरूरत होती है।
मेडिकल लाइन कोर्स लिस्ट
मेडिकल कोर्स लिस्ट
- Family physician
- Surgeon
- Dentist
- Pharmacist
- Pediatrician doctor
- Veterinarian
- Mbbs
- Bds
- Bams
- Bpt
- B.pharma
- D.pharma
तो चलिए हम इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं,
1. Family physician
. मेडिकल लाइन के करीब में प्रथम स्थान पर फैमिली फिजिशियन जैसी कोर्स आती है ,फैमिली फिजिशियन अर्थात आम भाषा में एक डॉक्टर भी हम कर सकते हैं ।
जिसके पास हमें बुखार ,खांसी ,सर्दी के लिए हर रोज चेकअप करवाने जा सकते हैं ,आप खुद अपने आप में अंदाजा लगा सकते हैं ,कि जब हम सर्जन के पास जाते हैं तो उनके पास कितनी लंबी लंबी लाइन होती और हमें हमेशा इनकी जरूरत पड़ती है।
Physician बनने के लिए सबसे पहले आपको MBBS की डिग्री प्राप्त करनी होगी ,इसके लिए आपको इसकी 4 साल के कोर्स की पढ़ाई करनी होती हैं ।
उसके बाद आपको 1 साल का इंटर्नशिप मिलता है इसमें पूरे 5 साल का समय लगता है।
2. Surgeon
मेडिकललाइन के कोर्स इसमें एक कोर्स सर्जन का भी आता है ,अगर आप 12वीं की कक्षा विज्ञान से पास करने के बाद सर्जन बनना चाहते हैं ,तो यह भी एक बहुत अच्छा करियर ऑप्शन है ।
सर्जन बनने के लिए भी आपको एमबीबीएस की पढ़ाई करनी आवश्यक होती है, उसके बाद आपको मास्टर ऑफ सर्जरी करनी होती है ,जो कि 3 साल की होती है, इसी के साथ आपको 1 साल 6 महीने की ट्रेनिंग लेनी होती है।
सहजन की सैलरी के बाद की जाए तो इसी शुरुआती सैलरी 50000 से 80000 प्रति माह तक होती है ,और आपको समय समय के साथ experience भी पड़ता जाता और आपकी सैलरी बढ़ती है।
3. Dentist
Dentist आपके दांत और मसूड़ों के संबंधित डॉक्टर को कहा जाता है, पहले डेंटिस्ट की मांग कम होती थी ,लेकिन अब हर कोई अच्छा स्वस्थ दांतरखना चाहता है।
इस कोर्स करने के लिए आपको 5 साल का कोर्स करना पड़ता है, जिसे हम बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी कहते हैं ।
इसके 4 साल की पढ़ाई और 1 साल का इंटर्नशिप होती है ,इसमें बीडीएस के बाद एमडीएस यानी मास्टर of डेंटल सर्जरी भी आप कर सकते हैं।
इस कोर्स का अप्लाई करने के लिए आप 12वीं कक्षा मै आपको बायोलॉजी विषय लेना आवश्यक होगा ।
12वीं कक्षा में कम से कम 50% मार्क्स होने आवश्यक है, तभी आप इस परीक्षा के लिए योग्य हो सकते हैं।
इस कोर्स को करने के बाद आप अपना खुद का हॉस्पिटल भी खोल सकते हैं ,या फिर किसी हॉस्पिटल में काम कर सकते हैं।
4. Pharmacist
फार्मासिस्ट बनना चाहते हैं, तो इसकेलिए आपको डी फार्मा ,डिप्लोमा इन फार्मेसी का कोर्स करना होगा ।
जो कि 2 साल का कोर्स होता है ,इसी के साथ आपको 4 साल का बी फार्मेसी यानी बैचलर ऑफ फार्मेसी का कोर्स भी करना आवश्यक होता है ।
इसके बाद अगर आप डॉक्टर बनना चाहते हैं ,तो आप एमबीबीएस और बीडीएस दोनों में से किसी एक का कोर्स कर सकते हैं ।
5. Pediatrician doctor
यह वह डॉक्टर होते हैं, जो छोटे बच्चे से लेकर 12 साल के बच्चों तक का इलाज करते हैं, हम आम भाषा में इन डॉक्टरों को बच्चों का डॉक्टर भी कहते हैं।
Pediatrician डॉक्टर बनने के लिए आपको एमबीबीएस की डिग्री लेनी होती है,उसके बाद आपको मास्टर्स की डिग्री भी इस कोर्स में करनी होती है ।
इसलिए आप किसी भी हॉस्पिटल में प्रैक्टिस कर के बच्चों के डॉक्टर बन सकते हैं।
6. Veterinarian
Veterinarian डॉक्टर्स को हम vat भी कहते हैं , यह डॉक्टर जानवरों के डॉक्टर होते हैं, और यह जानवरों का इलाज करता है।
अगर आप को भी इस डॉक्टर के कोर्स में रुचि है, और आपको लगता है कि आप जानवरों के डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आप यह कोर्स कर सकते हैं ।
12वीं कक्षा पास करने के बाद आप पशु चिकित्सा डिप्लोमा कोर्स करने के लिए आपको बैचलर ऑफ veterinary यानी bvsc का कोर्स करना होता है,इसकोर्स को करने के लिएआपको 5 साल का समय लगता है ।
Course करने के लिए आपको mbbs नहीं करनी होती है, आप बिना mbbs के भी इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं।
7. MBBS
Medical courses में निश्चय ही सबसे पहला नाम इसी का आता है। इसका पूरा नाम Bachelor of medicine and bachelor of surgery है, जो 5.5 साल का course है।
यदि आप एक डॉक्टर बनना चाहते हैं तो 12वीं के बाद आप एमबीबीएस में ही दाखिला लेंगे। इसमें दाखिले के लिए NEET पास करना अनिवार्य है। MBBS पूरी कर लेने के बाद आपको डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस करने के लिए लाइसेंस मिल जाता है।
8. BDS
Medical courses की list में BDS भी एक मुख्य नाम है। इसका पूरा नाम Bachelor of dental surgery है, और जैसा किसके नाम से समझ में आता है यदि आप एक दंत चिकित्सक यानी डेंटिस्ट या डेंटल हाइजीनिस्ट आदि बनना चाहते हैं तब आप 12वीं के बाद BDS course करेंगे। यह भी 5.5 वर्ष का बैचलर मेडिकल कोर्स है और इसके लिए भी NEET पास करना जरूरी होता है।
9. BAMS
इसका पूरा नाम Bachelor of ayurvedic medicine and surgery होता है। यदि आप एक आयुर्वेदिक डॉक्टर बनना चाहते हैं तो 12वीं के बाद आपको BAMS कोर्स के लिए जाना होगा।
यह भी 5.5 साल का course है और इसमें दाखिला भी NEET के माध्यम से ही होता है। MBBS और BDS की तरह इसमें भी 1 साल की इंटर्नशिप करनी होती है।
10. BPT
BPT का पुरा नाम Bachelor of physiotherapy होता है। जोकि 4.5 वर्ष की अवधि का एक अंडरग्रैजुएट मेडिकल कोर्स है जिसमें फिजियोथेरेपी के बारे में सिखाया जाता है।
Basically, yah5 physical movement और उसके channelizing से संबंधित मेडिकल विज्ञान की पढ़ाई होती है। 4 वर्ष की पढ़ाई के बाद इसमें 6 महीने की mandatory internship करनी होती है।
11. B. Pharma
इसका पूरा नाम Bachelor of Pharmacy होता है। वैसे स्टूडेंट जो मेडिकल लाइन में pharmacist बनाना चाहते हैं, यह bachelor course उनके लिए है।
बी फार्मा कोर्स में आपको मुख्य तौर पर यह पढ़ाया जाता है कि medicines human body पर किस तरह से काम करती है। बी फार्मा का कोर्स करने के बाद खुद का मेडिकल स्टोर आदि भी खोल सकते हैं।
12. D.Pharma
इसका पूरा नाम Diploma in Pharmacy होता है। यह मेडिकल लाइन में 2 वर्ष की अवधि का एक entry level tertiary pharmacy course है। 12वीं के बाद विद्यार्थी आसानी से डी फार्मा कर सकते हैं।
इसमें भी मुख्य तौर पर दवाओं के बारे में ही पढ़ना होता है बस इस कोर्स का स्तर बैचलर स्तर से थोड़ा अलग होता है। इसमें भी medicine के fundamentals, biochemistry, pharmacology और toxicology जैसी चीजें ही पढ़नी होती है।
Conclusion
इस आर्टिकल के द्वारा मैंने आपको बताया कि मेडिकल लाइन में कौन-कौन से कोर्स होते हैं और आप किस कोर्स को करके medical के क्षेत्र में जॉब कर सकते हैं।
तथा मैंने प्रत्येक कोर्स के बारे में विस्तार पूर्वक विवरण प्रस्तुत किया है, आशा करती हूं ,मेरे द्वारा दी गई जानकारी को पसंद आई होगी ।