हर साल सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार की नौकरियां निकाली जाती है, और उन सभी नौकरियों में दसवीं पास नौकरी भी आती है।
दसवीं पास नौकरी में विद्यार्थियों से matriculation certificate की मांग की जाती है, यह सर्टिफिकेट विद्यार्थियों को दसवीं कक्षा पास करने के बाद मिलता है।
लेकिन कुछ विद्यार्थियों को पता नहीं होता कि matriculation सर्टिफिकेट होता क्या है? इस आर्टिकल में हम मुख्य रूप से मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट के बारे में ही बात करने वाले हैं।
तो चलिए हम जानते हैं कि आखिरकार मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट क्या होता है या मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट मीनिंग इन हिंदी क्या होता है?
मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट मीनिंग इन हिंदी
दोस्तों मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट का हिंदी अर्थ होता है, दसवीं कक्षा की मार्कशीट अर्थात दसवीं कक्षा पास करने के बाद विद्यार्थियों को जो एक मार्कशीट दी जाती है, उस मार्कशीट को ही मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट कहा जाता है।
जिस मार्कशीट पर विद्यार्थी का नाम, उसके पिता का नाम, माता का नाम एवं उसके द्वारा लाए गए अंक दिए रहते हैं।
मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट का उपयोग हम दसवीं कक्षा पास करने के बाद, दसवीं कक्षा स्तर की जितनी भी जॉब होती है उन सब के लिए करते हैं।
इसके अलावा मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट हमें किसी कॉलेज में एडमिशन लेने अथवा किसी कोर्स को करने में काम में आता है।
इसका अर्थ यह होता है, कि मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट हम उस सर्टिफिकेट को कहते हैं जिससे हमें दसवीं कक्षा पास करने के बाद अंकपत्र के रूप में दिया जाता है।
मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट शब्द का उपयोग कहां होता है?
जो भी विद्यार्थी दसवीं कक्षा की पढ़ाई करने के बाद दसवीं कक्षा पास हो जाते हैं, तो उन विद्यार्थियों को उसके स्कूल की ओर से मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट दिया जाता है।
इस सर्टिफिकेट शब्द का उपयोग आमतौर पर किसी कॉलेज में एडमिशन के दौरान किया जाता है।
इसके अलावा 11वीं कक्षा में एडमिशन लेने के लिए विद्यार्थियों को दसवीं की मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट की आवश्यकता पड़ती है।
आमतौर पर देखा जाए तो इस शब्द का उपयोग किसी भी कॉलेज अथवा किसी अन्य कोर्स में एडमिशन लेने के लिए किया जाता है।
इसे हम इस प्रकार समझते हैं जैसे कोई विद्यार्थी है, वह दसवीं कक्षा पास कर चुका है। और उसे 11वीं में एडमिशन लेना है।
एडमिशन लेने के लिए वह जिस भी school में एडमिशन लेना चाहते हैं,उस कॉलेज में जाकर पता करते हैं कि admission में कौन कौन से दस्तावेज लगते हैं।
उस स्कूल या कॉलेज की ओर से उसे बता दिया जाएगा कि आपको 11वीं कक्षा में एडमिशन पाने के लिए आपकी मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट की छाया प्रति और अन्य जरूरी कागजात लगेंगे।
इससे हमें समझ में आता है,कि इस सर्टिफिकेट का उपयोग पढ़ाई और जॉब आदि के लिए ही किया जाता है।
मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट की आवश्यकता क्यों होती है?
अक्सर दसवीं कक्षा पास करने के बाद कई सारे विद्यार्थी ऐसे होते हैं, जो आईटीआई का कोर्स करना पसंद करते हैं या उससे संबंधित किसी प्रकार का कोर्स करने की इच्छा रखते हैं।
लेकिन दसवीं कक्षा के बाद किसी भी प्रकार के कोर से पढ़ाई करने के लिए आपसे 10 वीं कक्षा की मार्कशीट यानी मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट मांगा जाता है।
इसलिए हम यह कह सकते हैं, कि मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट की आवश्यकता आपको किसी भी प्रकार के कोर्स को करने या दसवीं कक्षा के बाद अन्य किसी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए होती है।
इसके अलावा अगर उम्मीदवार दसवीं कक्षा के बाद किसी प्रकार की सरकारी नौकरी करना चाहते हैं, तो उनसे दसवीं कक्षा स्तर की नौकरियों के लिए भी आवेदन करते समय उनसे मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट की मांग की जाती है।
मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट किसके द्वारा जारी की जाती है?
जो भी विद्यार्थी दसवीं कक्षा पास कर लेता है, तो उसे मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट दिया जाता है, उम्मीदवार जिस भी बोर्ड से मैट्रिक की परीक्षा दिया होता है, उम्मीदवार को उस बोर्ड के द्वारा मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट दिया जाता है।
जैसे अगर छात्र सीबीएसई बोर्ड से दसवीं कक्षा के पढ़ाई कर रहा है और सीबीएसई बोर्ड के द्वारा ही दसवीं कक्षा की परीक्षा देता है, तो उसे सीबीएससी बोर्ड के द्वारा मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट मिलेगा।
यानी सीबीएसई बोर्ड में पढ़ाई किए गए बच्चों का मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट सीबीएसई बोर्ड के द्वारा जारी किया जाता है।
सीबीएसई के अलावा आईसीएससी बोर्ड एवं अन्य राज्यों के भी बोर्ड होते है, उन सभी बोर्ड के द्वारा मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट जारी किया जाता हैं।
जो भी विद्यार्थी जिस भी बोर्ड से पढ़ाई किए हुए रहते हैं, उन्हें उस बोर्ड के द्वारा जारी किया गया मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट मिलता है।
मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट कैसे प्राप्त करें?
जो भी विद्यार्थी दसवीं कक्षा पास कर लेते हैं, उन्हें ही मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट बोर्ड के द्वारा मिलता है।
अब बात आती है, कि मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट कैसे प्राप्त करें, मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट के लिए आपको सबसे पहले दसवीं कक्षा पास करनी होगी।
आपने जिस पर बोर्ड से दसवीं कक्षा पास की है, उस बोर्ड के द्वारा आपको मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट आपके स्कूल में दिया जाएगा।
रिजल्ट प्रकाशित होने के कुछ दिनों बाद आप अपने स्कूल में जाकर अपने दसवीं कक्षा की मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं।
मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट क्या होता है?
विद्यार्थी जब दसवीं कक्षा पास कर लेते हैं, तो उन्हें दसवीं कक्षा पास करने के बाद एक अंक पत्र दिया है, उस अंकपत्र को ही मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट कहा जाता है।
मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट में आपके नाम के साथ-साथ आपके माता, पिता का नाम एवं आपके द्वारा 10th में अर्जित किए गए अंक दिए रहते हैं।
यह सर्टिफिकेट इस बात का प्रमाण होता है,कि आपने 10 वीं कक्षा पास कर ली है।इसमें आपके द्वारा लाए गए अंक भी रहते हैं, जो कि इस बात का प्रमाण रहते हैं, कि आपने इतने अंको से दसवी परीक्षा को पास किया है।
Conclusion
आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया कि मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट इन हिंदी का मतलब क्या होता है? या फिर मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट का हिंदी में अर्थ क्या है?
इसके अलावा मैंने आपको मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट शब्द का उपयोग आप कहां-कहां कर सकते है, मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट की आवश्यकता आपको कहां पड़ती है? और मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट क्या होता है? मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट कैसे प्राप्त करें।
मैट्रिकुलेशन सर्टिफिकेट किसके द्वारा जारी किया जाता है,इन सभी प्रश्नों के बारे में इस आर्टिकल में विस्तार पूर्वक बात की है।
आशा करती हूं, मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी, अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े कोई प्रश्न हो तो कमेंट करके अवश्य पूछें।
धन्यवाद।