फाइनेंशियल अकाउंटिंग इन हिंदी | financial accounting in hindi

Financial accounting का अर्थ वित्तीय लेखांकन होता हैं। किसी भी प्रकार के बिजनेस को शुरू करने के लिए वित्तीय लेखांकन की जानकारी होना जरूरी होता है।

लेकिन बहुत सारे लोगों को फाइनेंशियल अकाउंटिंग के बारे में अधिक जानकारी ना होने कारण वह बिजनेस सही तरीका से नहीं चला पाते।

आज के इस आर्टिकल में हम मुख्य रूप से फाइनेंसियल एकाउंटिंग के बारे में ही बात करेंगे कि फाइनेंसियल एकाउंटिंग क्या होता है?

फाइनेंशियल अकाउंटिंग इन हिंदी

तो चलिए हम जानते हैं,आखिरकार फाइनेंशियल अकाउंटिंग क्या होता है और फाइनेंसियल एकाउंटिंग से जुड़े अन्य भी जानकारी इस आर्टिकल में हम जानेंगे।

आज हम जानेंगे? Show Topic

फाइनेंशियल अकाउंटिंग क्या है?

फाइनेंशियल अकाउंटिंग एक ऐसा क्षेत्र होता है, जो निर्णय लेने देने वाले बहुत लोगों के विवरण के लिए एक वित्तीय विवरण तैयार करता है।

इसका मुख्य कार्य किसी भी संस्था या बैंक आदि का लाभ हानि का पूरा डाटा बताना होता है या फिर किसी भी संस्था के वित्तीय विवरण का स्पष्ट रुप से जानकारी देना होता है।

Financial accounting अर्थात वित्तीय लेखांकन इसमे एकाउंटिंग का अर्थ होता है लेखांकन,लेखांकन व्यवसाय की भाषा है। जो सभी प्रकार के व्यवसायिक गतिविधियों को मापती है और वित्तीय वही व्यवसायिक गतिविधियों को लोगों को बताता है।

फाइनेंशियल अकाउंटिंग की परिभाषाएं अलग-अलग संस्थाओं द्वारा

American Accounting Association (AAA) के अनुसार,सूचना के उपयोग करने वाले लोगों के द्वारा बताया गया निर्णय और उसी निर्णय की जानकारी देने के लिए आर्थिक जानकारी को पहचाने और संचार करने वाली क्रिया को फाइनेंशियल अकाउंटिंग कहते हैं।

American Institute of Certified Public Accountants (AICPA) के अनुसार,यह एक प्रकार की सेवा गतिविधि है जिसका काम लोगों को मात्रात्मक जानकारी प्राप्त करना होता हैं। इसको हम फाइनेंसियल एकाउंटिंग कहते हैं।

फाइनेंसियल एकाउंटिंग का उद्देश्य क्या है?

किसी भी बिजनेस या संपत्ति आदि में फाइनेंसियल एकाउंटिंग का निम्नलिखित उद्देश्य होता है।

  • किसी भी प्रकार के रिकॉर्ड को व्यवस्थित करने के लिए (Systematic records)
  • किसी भी प्रकार की व्यवसायिक संपत्ति की सुरक्षा के लिए (Protection of commercial assets)
  • किसी भी प्रकार के बिजनेस में लाभ हानि का पता लगाना (Finding operating profit or loss)
  • व्यापार की वित्तीय स्थिति का पता लगाना (Ascertain the financial position of bussiness)
  • किसी प्रकार के तर्कसंगत निर्णय लेने में सुविधा (Facilitate rational decision)

अब हम फाइनेंसियल एकाउंटिंग के उद्देश्य के बारे में विस्तारपूर्वक जानेंगे कि फाइनेंशियल अकाउंटिंग का उद्देश्य आखिरकार होता क्या है?

1.किसी भी प्रकार के रिकॉर्ड को व्यवस्थित करने के लिए (Systematic records)

एकाउंटिंग का मुख्य उद्देश्य किसी भी प्रकार के लेन देन का डाटा रिकॉर्ड करके रखना होता है।

यह किसी पर प्रकार के वित्तीय पहलुओं को व्यवस्थित रूप से रिकॉर्ड रखता है।

रिकॉर्ड किए गए वित्तीय विवरण को वर्गीकृत करके एक वित्तीय विवरण तैयार किया जाता है। उसके बाद उसके विश्लेषण और उसकी व्याख्या तार्किक रूप से सारांश में की जाती है।

2.किसी भी प्रकार के बिजनेस में लाभ हानि का पता लगाना (Finding operating profit or loss)

फाइनेंशियल अकाउंटिंग का उद्देश्य किसी भी प्रकार में के बिजनेस में होने वाले लाभ हानि का पता लगाना होता है अगर किसी बिजनेस में व्यय राजस्व से अधिक हो तो हम यह कह सकते हैं कि वह बिजनेस घाटे में चल रहा है।

लाभ और हानि से हमें किसी भी बिजनेस की तर्कसंगत ढंग से निर्णय लेने में मदद करता है।

इसे हम इस प्रकार समझते हैं,अगर किसी प्रकार के बिजनेस में लाभ नहीं होता तो उसमें फाइनेंसियल एकाउंटिंग के द्वारा यह पता लगाया जाता है,किस कारण उसमें हानि हो रही है।

3.व्यापार की वित्तीय स्थिति का पता लगाना (Ascertain the financial position of bussiness)

किसी भी बिजनेस में बिजनेसमैन किसी विशेष वित्तीय स्थिति का पता लगाने के लिए जागरूक नहीं रहता,बल्कि वह यह जानने के लिए इच्छुक रहता है कि बाहरी लोगों के प्रति उसका क्या बकाया है और उसके पास कितनी संपति है उस एक निश्चित समय अवधि पर।

यह जानने के लिए फाइनेंसियल एकाउंटिंग किसी एक समय पर व्यवसाय की संपत्तियों का एक विशेष वित्तीय विवरण तैयार करता है।

फाइनेंसियल एकाउंटिंग के सिद्धांत कौन-कौन से हैं?

यह एक समूह पर स्थापित है जिनमें से फाइनेंसियल एकाउंटिंग पांच महत्वपूर्ण सिद्धांत होते हैं।

अब हम उन सभी पांच महत्वपूर्ण सिद्धांत के बारे में जानते हैं।

  • राजस्व सिद्धांत (The Revenue Principle)
  • व्यय पहचान सिद्धांत (Expense Recognition Principle)
  • मेल खाते सिद्धांत (Matching Principle)
  • खर्च का सिद्धांत (Cost Principle)
  • निष्पक्षता का सिद्धांत (Objectivity Principle)

अब हम इन सभी सिद्धांत के बारे में विस्तारपूर्वक जानते हैं।

1.राजस्व सिद्धांत क्या होता है?

इस सिद्धांत के अनुसार हमें यह पता चलता है कि किसी भी बिजनेस में income तब तक दर्ज नही की जाती है,जब तक उस bussiness से कोई ग्राहक सामान या सेवा नहीं लेता है।

अर्थात अगर किसी बिजनेस में कोई ग्राहक सामान नहीं लेता तो उस बिजनेस में income दर्ज नहीं होते हैं चाहे भुगतान पहले ही क्यों ना कर दिया गया हो।

2. व्यय पहचान सिद्धांत क्या होता है?

इस सिद्धांत के अनुसार किसी पर बिजनेस में सभी लागतो को तब दर्ज किया जाता है जब कोई कंपनी किसी तीसरे पक्ष के प्राप्त किए गए सामानों की पुष्टि करती है ना कि तब तक जब तक उससे बिल किया जाता है।

3.मेल खाते सिद्धांत क्या होता हैं?

किसी भी बिजनेस को विकसित करने के लिए उस बिजनेस के लिए ग्राहकों से कुछ खर्च किया जाता है उसी को मेल खाता सिद्धांत कहते हैं।

इस प्रकार समझते हैं,अगर कोई मार्केटिंग एजेंसी है। जो अपनी वेबसाइट को विकसित करने के लिए ग्राहक से कुछ शुल्क लेती है।इस शुल्क में वेबसाइट को विकसित करने के लिए जितनी भी लागत रहती है उन सभी का कुछ भाग रहता है।

4. खर्च का सिद्धांत क्या है?

हम खर्च का सिद्धांत को cost अकाउंटिंग भी कहते इस सिद्धांत के अनुसार हमें किसी भी बिजनेस में होने वाले लेनदेन की इतिहासिक लागतो पर विचार किया जाना चाहिए।

5. निष्पक्षता का सिद्धांत क्या होता है?

फाइनेंशियल अकाउंटिंग मे अनुमानित मूल्य का उपयोग न करके केवल वास्तविक तथ्यों का उपयोग किया जाना चाहिए।

इस सिद्धांत के अनुसार हमें किसी भी प्रकार की अनुमानित मूल्य का उपयोग नहीं करना चाहिए बल्कि सभी वास्तविक मूल्य का ही उपयोग करके अपने सामानों को ग्राहक तक पहुंचाना चाहिए।

Conclusion 

आज के आर्टिकल में मैंने आपको मुख्य रूप से फाइनेंशियल एकाउंटिंग क्या होता है? इसके बारे में बताया है,इसके अलावा मैंने आपको फाइनेंसियल एकाउंटिंग से जुड़े कुछ अन्य तथ्यों के बारे में भी बताया है।

जैसे कि फाइनेंसियल एकाउंटिंग के पांच महत्वपूर्ण सिद्धांत कौन-कौन से हैं,फाइनेंशियल अकाउंटिंग के उद्देश्य क्या क्या होते हैं। इसके अलावा इन सभी बातों के विस्तार पूर्वक विवरण भी मैंने प्रस्तुत किया है।

आशा करती हूं, मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी,अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न हो तो आप कमेंट करके मुझसे अवश्य पूछें।

धन्यवाद।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *