आज के समय में बहुत सारे ऐसे विद्यार्थी हैं जो कि 12वीं कक्षा उत्तीर्ण होने के बाद किसी नौकरी की तलाश में होते हैं। ऐसे में बहुत लोगों का यह सपना होता है कि वह बैंक में नौकरी करें और बैंक में सबसे ऊंचा पोस्ट एक बैंक मैनेजर का ही माना जाता है,
तो कहीं ना कहीं आपके मन में भी यह ख्वाब या सपना जरूर होगा कि एक बैंक मैनेजर बने। क्या आप यह जानना चाहते हैं कि 12वीं के बाद बैंक मैनेजर कैसे बन सकते हैं? (12th ke baad bank manager kaise bane?)
क्या आपके मन में यह सवाल उठता है कि 12वीं के बाद बैंक मैनेजर कैसे बने? तो आज मैं आपके इसी सवाल के साथ मौजूद हूं और आज मैं आपको बताऊंगी कि 12वीं के बाद बैंक मैनेजर कैसे बने? (12th ke baad bank manager kaise bane?)
इसके अलावा आपको यह जाने की भी उत्सुकता होगी की बैंक मैनेजर बनने के लिए हमारे पास कितनी डिग्री या कौन-कौन सी डिग्री मौजूद होनी चाहिए? बैंक मैनेजर बनने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है?
तो इन तमाम सवाल के जवाब आज आप इस आर्टिकल में पाएंगे और आप बिल्कुल अच्छी तरह इसे पढ़कर समझ जाएंगे तो चलिए आर्टिकल की शुरुआत करते हैं और जानते हैं 12th के बाद बैंक मैनेजर कैसे बने?
12वीं के बाद बैंक मैनेजर कैसे बने? (12th ke baad bank manager kaise bane)

अगर आप एक बैंक मैनेजर बनना चाहते है तो आपको बता दें कि आपको 12th के बाद ग्रेजुएशन करना अनिवार्य है तभी आप एक बैंक मैनेजर बन सकते हैं ।
12वीं के बाद आपको क्या-क्या करना होगा ,जिससे आप एक बैंक मैनेजर बन सकते हैं तो चलिए इस process को step wise समझते हैं ताकि आपको पूरी प्रक्रिया अच्छी तरह से समझ में आ सके।
Step1
सबसे पहली और सबसे जरूरी चीज आपका 12वीं कक्षा अच्छे अंकों के साथ उद्दीन होना अनिवार्य है। अगर आप 12वीं में किसी भी मान्यता प्राप्त विद्यालय या विश्वविद्यालय से अच्छे अंकों के साथ उतरना होते हैं।
तभी आप बैंकिंग सेक्टर में आ कर सकते हैं। इसके लिए आपका 12वीं कक्षा में कम से कम 50% से अधिक अंकों के साथ होती न होना अनिवार्य है।
बहुत सारे विद्यार्थियों को ऐसा लगता है कि बैंकिंग सेक्टर में वैसे ही छात्र जा सकते हैं जिन्होंने 12वीं कक्षा commerce से पढ़ी हो किंतु ऐसा जरूरी नहीं है।अगर आपने science या arts स्ट्रीम से भी 12वीं कक्षा की पढ़ाई की है तो भी आप एक बैंक मैनेजर बनने के योग्य है।
किंतु अगर आप 12वीं कक्षा कॉमर्स जिनके साथ पढ़ते हैं तो आपको बैंक की पढ़ाई के दौरान उसे समझने में और उसे सीखने में ज्यादा मदद मिलती है, क्योंकि यह कॉमर्स के विद्यार्थियों को 11वीं और 12वीं कक्षा में ही अच्छा खासा कैलकुलेशन का ज्ञान दिया जाता है।
Step 2
बारहवीं कक्षा कम से कम 50% से अधिक अंकों के साथ होती तो होने के तत्पश्चात आपको ग्रेजुएशन में दाखिला लेना होगा और ग्रेजुएशन आप अपनी मनपसंद की किसी भी सब्जेक्ट के साथ कर सकते हैं।
आपको पता होगा कि ग्रेजुएशन 3 साल का होता है ;जिसे पूरा करने के बाद आपको ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त होती है। बैंक परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को यह डिग्री हासिल करना अनिवार्य है।
Step 3
बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होने के पश्चात या ग्रेजुएशन के द्वारा आपको जब भी समय मिले, आप कंप्यूटर का कोर्स अवश्य करें ;क्योंकि आपको भी पता है कि बैंक के अंतर्गत जो भी कार्य होते हैं,
वह कंप्यूटर से संबंधित ही होते हैं और परीक्षा उत्तीर्ण होने के पश्चात भी आपसे कंप्यूटर skills पर कुछ ना कुछ टेस्ट अवश्य लिए जाते हैं । जिसमें आप कंप्यूटर में क्या-क्या जानते हैं ;यह सब चीजें आपसे पूछे और करवाई जाती है।
जिसके लिए परीक्षा देने से पूर्व आप से कंप्यूटर की डिग्री भी मांगी जा सकती है। ऐसे में कंप्यूटर के कोर्स अलग-अलग प्रकार के होते हैं। जिसमें से जो भी course आपके लिए ज्यादा बेनिफिशियल हो ; उनमें से किसी एक कोर्स को चयन करके आप कर सकते हैं।
Step4
बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण होने के पश्चात, उसकी डिग्री ग्रेजुएशन की डिग्री और कंप्यूटर की डिग्री हासिल करने के तत्पश्चात आप Bank PO जैसे एग्जाम देने के लिए आवेदन कर सकते हैं और उसकी तैयारी करके आप उसे क्लियर कर सकते हैं।
यह परीक्षा दो चरणों में ली जाती है; जिसमें पहले चरण में आपसे GK,GS, Current Affairs ,General English,Mathematics इन सारे विषयों से कुल 100 प्रश्न पूछे जाते हैं ।
जिसमें आपको 1 घंटे का समय दिया जाता है। यह परीक्षा लिखित होती है ।अगर आप इस परीक्षा में उत्तीर्ण हो जाते हैं ;तब आपको दूसरे चरण की परीक्षा देने का मौका मिलता है। इसमें भी उन्हीं सारे विषयों से आप से प्रश्न पूछे जाते हैं ,बस दूसरे चरण की परीक्षा का level थोड़ा hard होता है।
Step 5
अगर आप Bank PO की परीक्षा पास कर लेते हैं ;तब आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है और हर एक राज्य में इंटरव्यू का system अलग अलग होता है,
किंतु किसी- किसी राज्य में अभी वर्तमान समय में इंटरव्यू का सिस्टम बंद भी कर दिया गया है । Interview मे pass होने के तत्पश्चात आपकी ट्रेनिंग होती है।
जिसमें आपको बैंकिंग से संबंधित सभी चीजों का प्रशिक्षण दिया जाता है ताकि आप ट्रेनिंग पूरी होने के बाद बैंक में पीओ की नौकरी अच्छे ढंग से कर सकें।
Step6
बैंक में आप सीधे बैंक मैनेजर के पोस्ट पर नियुक्त नहीं हो सकते। सबसे पहले आप बैंक में एक PO के पद पर नियुक्त किए जाते हैं; यदि आप PO के पद पर अच्छा कार्य करते हैं तो दो-तीन सालों के बाद आपको प्रमोशन दिया जाता है।
जिसके बाद आप असिस्टेंट मैनेजर के पद पर नियुक्त होते हैं और वहां पर भी अगर आपका परफॉर्मेंस अच्छा रहता है तो तीन-चार सालों के बाद आप बैंक के बैंक मैनेजर बन सकते हैं।
यानी बैंक पीओ से ही आपकी बैंक में कैरियर की शुरुआत होती है, जो बैंक मैनेजर तक पहुंचती है और उसी दौरान आपकी सैलरी भी उसी अनुसार Post Wise बढ़ती चली जाती है।
इसी प्रकार आप इन तमाम steps को फॉलो करके 12वीं के बाद बैंक मैनेजर बन सकते हैं।
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परंतु क्या आपको पता है कि सरकारी बैंक में और प्राइवेट बैंक में मैनेजर पढ़ने के अलग-अलग process होते हैं , तो चलिए इन दोनों प्रकार के बैंकों में मैनेजर किस प्रकार बने इसके विषय में विस्तार पूर्वक जानते हैं:-
12वीं के बाद सरकारी बैंक मे बैंक मैनेजर कैसे बने?
अगर आप सरकारी नौकरी करने की चाह रखते हैं और एक सरकारी बैंक के मैनेजर बनना चाहते हैं तो आपको बता दें कि सरकारी बैंक में नौकरी करने के लिए आपको IBPS (Institute of Banking Personnel Selection) की परीक्षा पास करनी होगी।
जिसे हर साल आयोजित कराया जाता है। इस परीक्षा को आप ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल होने के पश्चात दे सकते हैं। इस परीक्षा में PO की परीक्षा पास होने के पश्चात आप देश के लगभग सभी सरकारी बैंक में जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
इस परीक्षा को पास होने के बाद आप बैंक के PO पोस्ट पर सेलेक्ट होते हैं ;उसके कुछ सालों के बाद आप असिस्टेंट मैनेजर बनते हैं ।उसके बाद अगर आप का परफॉर्मेंस अच्छा होता है तो कुछ सालों के बाद आपको बैंक मैनेजर के पद पर नियुक्त कर दिया जाता है।
12वीं के बाद प्राइवेट बैंक में बैंक मैनेजर कैसे बने?
अगर आप प्राइवेट बैंक में नौकरी पाना चाहते हैं तो आपको PO (Probationary Officer) की परीक्षा पास करनी होती है। जब आप PO की परीक्षा उत्तीर्ण कर लेते हैं; तब आप प्राइवेट बैंक में PO के तौर पर नियुक्त किए जाते हैं।
उसके बाद जिस प्रकार सरकारी कार्य प्रक्रिया होती है। उसी प्रकार इसके अंतर्गत भी होती है । PO के पद पर नियुक्त होने के तत्पश्चात अगर आपका परफॉर्मेंस अच्छा होता है तो आपको असिस्टेंट बैंक मैनेजर बनाया जाता है । उसके तत्पश्चात आप बैंक मैनेजर के पोस्ट पर नियुक्त हो जाते हैं।
इसी प्रकार आप Bank PO की परीक्षा उत्तीर्ण कर कर एक बैंक मैनेजर बन सकते हैं।
Conclusion
आज के आर्टिकल में मैंने आपको बताया कि 12th के बाद बैंक मैनेजर कैसे बने? (12th ke baad bank manager kaise bane?) मुझे उम्मीद है कि आपको हमारा आज का आर्टिकल पढ़कर इससे संबंधित पूर्णता जानकारी अवश्य हासिल हो गई होगी।
अगर आपको हमारा आज का आर्टिकल पढ़कर अच्छा लगा हो, तो इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर कीजिएगा और अगर आपके मन में इससे संबंधित कोई भी सवाल हो तो आप हमे बेझिझक कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं।
धन्यवाद