आज हम जानेंगे कि उत्तर प्रदेश की राजधानी कहां है? (Uttar Pradesh ki rajdhani kahan hai) या उत्तर प्रदेश की राजधानी क्या है? (Uttar Pradesh ki rajdhani kya hai) तथा उत्तर प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के राजधानी में प्रसिद्ध स्थल कौन-कौन से हैं?
उत्तर प्रदेश की राजधानी (Capital of Uttar Pradesh in hindi) के बारे में पूरे विस्तार से जानने के लिए इसे पूरे ध्यान से पढ़ें।
उत्तर प्रदेश की राजधानी क्या है? (Uttar Pradesh ki rajdhani kahan hai)
उत्तर प्रदेश की राजधानी ‘लखनऊ’ है।
जनसंख्या के दृष्टिकोण से भारत के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ है। इसे भारत के सबसे उत्कृष्टतम शहरों में गिना जाता है। इसी शहर में लखनऊ जिले और लखनऊ मंडल के प्रशासनिक मुख्यालय में स्थित है। उत्तर प्रदेश के कानपुर के बाद यह शहर ही सबसे बड़ा शहरी क्षेत्र है। यह हमेशा से ही एक बहू संस्कृति का शहर रहा है। लखनऊ के सिया नवाबों के द्वारा शिष्टाचार, खूबसूरत उद्यानों, बढ़िया खान-पान, संगीत और कविता आदि को संरक्षण मिला है। यह शहर भारत के तेजी से बढ़ रहे गैर महानगरों के शीर्ष 15 में से एक है, यह हिंदी और उर्दू साहित्य का केंद्र भी है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी की क्षेत्रफल एवं जनसंख्या
क्षेत्रफल एवं जनसंख्या में उत्तर प्रदेश का लखनऊ 631 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है, एवं समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 130 मीटर की है। जनसंख्या में वर्ष 2011 में हुई जनसंख्या जनगणना के अनुसार इस शहर की आबादी 2817105 के करीब एवं पूरे महानगर की आबादी मिलाकर 2901474 जितनी दर्ज की गई थी। वर्ष 2003 में इस की जनसंख्या 2541101 थी, एवं साक्षरता दर 68.63 परसेंट थी।
भारत सरकार की 2001 की जनगणना के आंकड़े दर्शाते हैं कि लखनऊ जिला अल्पसंख्यको की घनी आबादी वाला जिला था। यहां की अधिकांश जनसंख्या पूर्वार्ध उत्तर प्रदेश से है। धार्मिक दृष्टिकोण से कुल जनसंख्या का 77% हिंदू एवं 20% लोग मुस्लिम है। शेष जनसंख्या सिख, जैन, ईसाई एवं बौद्ध धर्म से संबंध रखते हैं।
साक्षरता दर में, यहां की साक्षरता दर 82.5% है, एवं स्त्रियों एवं पुरुषों की जनसंख्या में साक्षरता दर क्रमश: 78% एवं 89% है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी की भूगोल एवं जलवायु
भूगोल एवं जलवायु में लखनऊ शहर बहुत से ग्रामीण गांवों और कस्बों से घिरा, विशाल गांगेय मैदान के हृदय क्षेत्र में स्थित है। लखनऊ के पूर्व में बाराबंकी जिला, पश्चिम में उन्नाव जिला एवं दक्षिण में रायबरेली जिला स्थित है। उत्तर में सीतापुर एवं हरदोई जिले हैं।
शहर के बीचोबीच से गोमती नदी निकलती हुई लखनऊ को ट्रांस गोमती एवं सिस गोमती क्षेत्रों में विभाजित करती है। जलवायु में लखनऊ में गर्म अर्ध उष्णकटिबंधीय जलवायु है। दिसंबर से फरवरी शुष्क शीतकाल तथा अप्रैल से जून तक शुष्क ग्रीष्म काल रहता है।
शीतकाल में तापमान 3-4 डिग्री से लेकर 21 डिग्री सेल्सियस के मध्य रहता है एवं गर्मियों में तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तक जाता है। दक्षिण पश्चिमी मानसून हवा के प्रभाव से वर्षा ऋतु में औसतन 50 इंच जितनी वर्षा होती है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी में पर्यटन स्थल
पर्यटन स्थलों में लखनऊ और उसके आसपास कई दर्शनीय स्थल मौजूद हैं, जिनमें मनोरंजन स्थल, शॉपिंग मॉल, उद्यान एवं ऐतिहासिक स्थल आते हैं।
लखनऊ का प्रसिद्ध बड़ा इमामबाड़ा का सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व है। 50 मीटर लंबे और 15 मीटर ऊंचे इस गुंबदनुमा हॉल रूपी इमामबाड़े का निर्माण आसफउदौला के द्वारा 1784 में अकाल राहत परियोजना के अंतर्गत करवाया गया था। इस इमामबाड़े में एक असफी मस्जिद भी है।
छोटा इमामबाड़ा जिसका असली नाम हुसैनाबाद इमामबाड़ा है। इसका निर्माण 1837 में मोहम्मद अली शाह के द्वारा करवाया गया था।
हजरतगंज क्षेत्र में राज्यपाल निवास के निकट स्थित ऐतिहासिक इमारत लखनऊ रेजीडेंसी यहां के मुख्य पर्यटक स्थलों में से है। इसके अवशेष ब्रिटिश शासन की तस्वीर दिखाते हैं। 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के समय यह रेजिडेंसी ईस्ट इंडिया कंपनी के एजेंट का भवन भी था।
यहां का घंटाघर भर का सबसे ऊंचा घंटाघर है।
लखनऊ के लगभग सभी नवाबों की तस्वीर एक पिक्चर गैलरी में देखी जा सकती है जो कि हुसैनाबाद इमामबाड़ा के घंटाघर के समीप 19वीं शताब्दी में बनाई गई थी।
सआदत अली का मकबरा जो कि अवध वास्तुकला का शानदार उदाहरण प्रस्तुत करता है, भी यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। यह मकबरा बेगम हजरत महल पार्क के समीप स्थित है। मकबरे की गुंबदनुमा और शानदार छत इसकी खासियत है। इसके साथ ही खुर्शीद जैदी का मकबरा भी बना हुआ है, यह दोनों मकबरे जुड़वा लगते हैं।
सआदत अली खां के द्वारा बनवाया गया गोमती नदी की सीमा पर बने तीन इमारतों मे से प्रमुख है मोती महल।
एक लोकप्रिय पिकनिक स्थल कुकरेल फॉरेस्ट है जहां कछुआ और घड़ियालो का एक अभयारण्य भी है। इसकी स्थिति लखनऊ के इंदिरा नगर के निकट रिंग मार्ग पर है।
बनारसी बाग जिसका मूल नाम प्रिंस ऑफ वेल्स वन्य प्राणी उद्यान है, यहां का एक चिड़ियाघर है जहां की हरे भरे वातावरण में जानवरों की कुछ प्रजातियों को रखा गया है। इस उद्यान में एक संग्रहालय भी है।
अन्य दर्शनीय पर्यटन स्थलों में बुद्ध पार्क, रूमी दरवाजा, नींबू पार्क, मरीन ड्राइव, इंदिरा गांधी तारामंडल एवं छतर मंजिल जैसे स्थानों का नाम आता है। विश्व प्रसिद्ध दशहरी आम लखनऊ हरदोई राजमार्ग पर स्थित मलिहाबाद गांव के ही है। लखनऊ से 90 किलोमीटर की दूरी पर नैमिषारण्य तीर्थ स्थित है, जिसका अपना ही धार्मिक महत्व है। इलाहाबाद, कानपुर, वाराणसी, हरदोई जैसे शहर लखनऊ से सटे शहर है, जिनका अपना पर्यटक महत्व है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी में परिवहन एवं यातायात की सुविधा
परिवहन यानी यातायात में लखनऊ शहर देश के सभी क्षेत्र से सड़क मार्ग, रेल मार्ग या फिर वायु मार्ग से भलीभांति जुड़ा हुआ है। यह देश के प्रमुख शहरों में अपना स्थान रखता है।
सड़क मार्ग में लखनऊ देश के दूसरे मुख्य शहरों से राष्ट्रीय राजमार्ग यानी नेशनल हाईवे के जरिए जुड़ा हुआ है देश की राजधानी दिल्ली से नेशनल हाईवे 24 द्वारा सीधे लखनऊ पहुंचा जा सकता है। दिल्ली से आगरा, इलाहाबाद, वाराणसी और कानपुर के रास्ते कोलकाता थक जाने के लिए नेशनल हाईवे 2 लखनऊ से गुजरता है। नेशनल हाईवे 25 लखनऊ को झांसी से जोड़ता है। नेशनल हाईवे 28 और नेशनल हाईवे 43 से क्रमशः मुजफ्फरपुर और वाराणसी लखनऊ से जुड़ते हैं।
वायु मार्ग में लखनऊ में अमौसी अंतर्राष्ट्रीय विमानक्षेत्र स्थित है। देश के सभी बड़े प्रमुख शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, जयपुर, भुनेश्वर, गुवाहाटी, बेंगलुरु आदि से प्रतिदिन यहां के लिए और यहां से इन शहरों के लिए उड़ानें भरी जाती है। विभिन्न एयरलाइंस कंपनियां इसमें कार्यरत है।
रेल मार्ग में यहां का चारबाग रेलवे जंक्शन रेल लाइनों द्वारा भारत के प्रमुख शहरों से भली भांति जुड़ा हुआ है। लखनऊ मेल, शताब्दी एक्सप्रेस, पुष्पक एक्सप्रेस, दून एक्सप्रेस, हावड़ा एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें विभिन्न शहरों से यहां तक के लिए नियमित रूप से चलती है। लखनऊ सिटी रेलवे स्टेशन, ऐशबाग रेलवे स्टेशन, बादशाहनगर रेलवे स्टेशन, आलमनगर रेलवे स्टेशन एवं अमौसी रेलवे स्टेशन यहां के अन्य रेलवे स्टेशन है जहां से यह विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ता है।