ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो चाहते हैं। कि वह भविष्य में यूपीएससी की परीक्षा दे, लेकिन यूपीएससी के लिए योग्यता क्या होती है? कुछ स्टूडेंट्स को नहीं पता होता है।
इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम मुख्य तौर पर यूपीएससी के लिए योग्यता के बारे में बताने वाले हैं।
यूपीएससी के लिए क्या योग्यता चाहिए? या यूपीएससी के लिए उम्मीदवारों के पास कौन-कौन सी योग्यताओं का होना आवश्यक है? आदि जैसे प्रश्नों के उत्तर इस आर्टिकल में विस्तार पूर्वक जानेंगे।
हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहे हम आपको सभी प्रकार की जानकारियों के बारे में विस्तार पूर्वक विवरण देंगे।
यूपीएससी के लिए योग्यता
उम्मीदवारों को यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए ग्रेजुएशन पास होना अनिवार्य होता है।
बिना ग्रेजुएशन पास की उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते।
यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से ग्रेजुएशन या ग्रेजुएशन के समकक्ष कोई डिग्री प्राप्त करनी आवश्यक होती है।
बहुत सारे विद्यार्थी ऐसे होते है, जिनके मन में सवाल होता है कि उन्होंने ग्रेजुएशन बीए से न करके, B.Sc, B.Com, B.Tech आदि जैसे कोर्स किए हैं, तो क्या वह यूपीएससी में शामिल हो सकते हैं?
अगर विद्यार्थी ने ग्रेजुएशन किसी भी स्ट्रीम से पूरा कर लिया है, तो वह यूपीएससी में शामिल हो सकता है।
ऐसी कोई जरूरी बात नहीं है कि अगर विद्यार्थी बीए से ग्रैजुएशन नहीं करता है, तो वह यूपीएससी में शामिल नहीं हो सकता।
इतना ही नहीं अगर कोई विद्यार्थी ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में पढ़ाई कर रहा है, तो वह भी यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हो सकता है।
क्योंकि फॉर्म भरने से लेकर यूपीएससी की परीक्षा होने तक विद्यार्थी ग्रेजुएशन पास कर चुका होता है, इसलिए वह यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए योग्य माना जाता है।
अब तक हमने यूपीएससी की शैक्षणिक योग्यताओं के बारे में जाना है, अब हम यूपीएससी की परीक्षा के लिए उम्र सीमा क्या होती है? इसके बारे में जानते हैं।
यूपीएससी की परीक्षा के लिए उम्र सीमा
किसी भी उम्मीदवार की उम्र अगर 21 वर्ष या 21 से अधिक है तो वह यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हो सकता है।
यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 21 वर्ष और अधिकतम उम्र सीमा 32 वर्ष होती है।
हालांकि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को यूपीएससी की परीक्षा में उम्र सीमा में थोड़ी बहुत छूट मिलती है।
आयु सीमा में छूट
यूपीएससी आयु सीमा में छूट | |
सामान्य वर्ग | कोई छूट नहीं |
ओबीसी वर्ग | 3 साल की छूट |
एससी/एसटी वर्ग | 5 साल की छूट |
विकलांग छात्र | 10 साल की छूट |
यूपीएससी की परीक्षा देने में उम्र सीमा भी एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि कई सारे उम्मीदवार ऐसे होते है।
जिनकी उम्र सीमा अधिक हो जाने के बाद वह यूपीएससी की परीक्षा में शामिल नहीं हो पाते हैं। सभी कैटेगरी के उम्मीदवारों के लिए यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम उम्र सीमा 21 वर्ष ही है।
सामान्य रूप से किसी भी उम्मीदवार को अपनी ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई पूरी करते-करते 21 वर्ष की आयु हो ही जाती है।
यूपीएससी की परीक्षा में attempt भी मायने रखते हैं क्योंकि एक सामान्य वर्ग का उम्मीदवार कम से कम पांच से छह बार ही यूपीएससी की परीक्षा दे सकता है।
हालांकि सामान्य वर्ग के अलावा अन्य उम्मीदवार की बात करें तो ओबीसी वर्ग के उम्मीदवार के लिए यूपीएससी की परीक्षा में 9 attempt होते है। इस कैटेगरी के उम्मीदवारों को 9 बार यूपीएससी की परीक्षा देने का मौका मिलता है।
अगर एससी एसटी वर्ग के उम्मीदवारों की बात की जाए तो इन वर्गों के उम्मीदवारों को यूपीएससी की परीक्षा देने के लिए कोई भी लिमिट नहीं है वह जितनी बार चाहे उतनी बार यूपीएससी की परीक्षा दे सकता है।
लेकिन आयु सीमा के अंतर्गत ही वह यूपीएससी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं अगर आयु सीमा अधिक है तो वह यूपीएससी परीक्षा में शामिल नहीं हो सकते।
यूपीएससी की परीक्षा के लिए नागरिकता
उम्मीदवारों को यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने के लिए भारत का नागरिक होना आवश्यक है।
यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने के लिए नागरिकता भी अपना एक महत्वपूर्ण महत्व रखती है। अगर कोई उम्मीदवार भारत का नागरिक नहीं है तो वह यूपीएससी की परीक्षा में शामिल नहीं हो सकता है।
यूपीएससी की परीक्षा के लिए प्रयासों की संख्या
सामान्य वर्ग के उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा में केवल 6 बार ही शामिल हो सकते हैं। लेकिन ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने की उम्र सीमा सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों से अधिक है।
ओबीसी वर्ग के उम्मीदवारों को यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने के लिए 9 बार प्रयासों के अवसर मिलते है।
इन दोनों के अलावा एससी/ एसटी वर्ग के उम्मीदवारों के लिए यूपीएससी की परीक्षा में प्रयासों की कोई सीमा नहीं है, इन कैटेगरी के उम्मीदवार जितनी बार चाहे उतनी बार यूपीएससी की परीक्षा दे सकते हैं।
उम्मीदवारों की प्रयास करने की संख्या | |
वर्ग | प्रयास |
सामान्य वर्ग | 6 |
अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) | 9 |
अनुसूचित जाति(SC)/अनुसुचित जनजाति(ST) | कोई सीमा नहीं |
FAQ
कक्षा 12वीं में यूपीएससी के लिए छात्रों को कम से कम 50 से 60 परसेंटेज लाने होते हैं हालांकि 12वीं में लाए गए अंक यूपीएससी के लिए मायने नहीं रखते हैं लेकिन यूपीएससी की परीक्षा के लिए छात्रों को बारहवीं कक्षा पास होकर ग्रेजुएशन करना अनिवार्य होता है।
किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से स्नातक पास होना यूपीएससी के लिए जरूरी होता है यूपीएससी के लिए न्यूनतम योग्यता स्नातक या स्नातक के समकक्ष डिग्री होती है।
यूपीएससी की परीक्षा में जनरल कैटेगरी के छात्रों को कम से कम 77 रैंक लाना होता है तभी उनका सिलेक्शन यूपीएससी में हो पाता है वह भी आईएएस की पोस्ट पर, एवं आरक्षित जाति के छात्रों को इससे कम अंकों में भी आईएएस की पोस्ट मिल जाती है।
सामान्य वर्ग के उम्मीदवार यूपीएससी 6 बार दे सकते हैं ओबीसी वर्ग के उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा 9 बार दे सकते हैं इसके अलावा एससी एसटी वर्ग के उम्मीदवार अपने आयु सीमा तक इस परीक्षा को दे सकते हैं इनके लिए कोई लिमिट नहीं है।
सारांश
यूपीएससी के लिए उम्मीदवारों को ग्रेजुएशन पास होना जरूरी होता है। ग्रेजुएशन या ग्रेजुएशन के जैसे समकक्ष डिग्री उम्मीदवारों की पास होनी अनिवार्य होती है, तभी वह यूपीएससी की परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
उम्मीदवारों को यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने के लिए सभी प्रकार की शैक्षणिक, शारीरिक एवं उम्र सीमा आधारित सभी प्रकार की योग्यताओं को पूरा करना जरूरी होता है।
यूपीएससी की परीक्षा के लिए उम्र सीमा में कुछ छूट का भी rule है जो कि आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को ही मिलता है।
सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को किसी भी प्रकार की योग्यता में कोई छूट मिलती है। यूपीएससी की योग्यता पूरी करने वाले उम्मीदवार ही यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने योग्य माने जाते हैं।