IPS फुल फॉर्म | IPS full form 

आज के वर्तमान समय में यूपीएससी की परीक्षा पास करके आईपीएस, आईएएस अधिकारी बनना बहुत सारे विद्यार्थी चाहते हैं।

लेकिन आईपीएस का फुल फॉर्म क्या होता है, इसके बारे में कुछ विद्यार्थियों को जानकारी नहीं होती है ।

उन विद्यार्थियों की सुविधा हेतु आज के इस आर्टिकल में हम आपको मुख्य रूप से आईपीएस की फुल फॉर्म के बारे में बताने वाले हैं।

IPS फुल फॉर्म

तो चलिए अब हम जानते हैं, आखिरकार आईपीएस का फुल फॉर्म क्या होता है?

IPS का फुल फॉर्म 

आईपीएस का फुल फॉर्म होता है, इंडियन पुलिस सर्विस यानी भारतीय पुलिस सेवा।

भारत में आईपीएस का पद भारत में गठित तीन अखिल भारतीय सेवाओं में से एक पद है। आईएएस के पद के बाद दूसरा यह सबसे प्रतिष्ठित पद माना जाता है।

I – INDIAN

P – POLICE 

S – SERVICE

किसी भी जिले की आईपीएस अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवारों को यूपीएससी की परीक्षा पास करने जरूरी होती है।

जो कि संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षा है इस परीक्षा को पास करके ही कोई भी उम्मीदवार आईएएस या आईपीएस अधिकारी बनते हैं।

एक आईपीएस अधिकारी किसी भी राज्य के जिले में कानून व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने वाला अधिकारी होता है।

इसका मुख्य उद्देश्य नागरिकों की रक्षा करना एवं  ख्याल रखना होता है।आईपीएस अधिकारी को पुलिस अधीक्षक के रूप में किसी भी जिले में तैनात रहना होता है।

आईएएस, आईआरएस आदि जैसे पदों के जैसा ही एक प्रभावशाली व्यक्तित्व वाला अधिकारी होता है।

आईपीएस अधिकारी कैसे बनते हैं? 

किसी भी उम्मीदवार को आईपीएस अधिकारी बनने के लिए यूपीएससी की परीक्षा पास करनी होती है यूपीएससी परीक्षा में 3 चरण होते प्रीलिम्स, मैंस और इंटरव्यू। 

इन तीनों चरणों के पास करने के बाद ही कोई भी उम्मीदवार आईपीएस अधिकारी बन सकता है। 

उम्मीदवारों को केवल यूपीएससी की परीक्षा पास ही नहीं करनी होती बल्कि यूपीएससी की परीक्षा में अच्छे अंक भी हासिल करने होते हैं तभी उम्मीदवार आईपीएस अधिकारी बन सकते हैं 

क्योंकि उम्मीदवारों का सिलेक्शन रैंक के अनुसार ही आईएएस आईपीएस के पदों पर होता है। 

आईपीएस अधिकारी का काम क्या होता है? 

किसी भी आईपीएस अधिकारी का काम किसी भी राज्य अथवा जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखना होता है।

इतना ही नहीं आईपीएस अधिकारी किसी भी जिले के पुलिस विभाग का सर्वोच्च अधिकारी माना जाता है। 

केवल एक आईपीएस अधिकारी ही भविष्य में पुलिस महानिदेशक बन सकता है।

आईपीएस अधिकारी बनने की योग्यता 

यूपीएससी की परीक्षा हर साल संघ लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित की जाती है यूपीएससी के द्वारा ही आईपीएस अधिकारी बनने के लिए योग्यताएं निर्धारित की जाती है।

जो इस प्रकार है।

  • उम्मीदवारों को आईपीएस अधिकारी बनने के लिए भारत का नागरिक होना आवश्यक होता है।
  • भारत के नागरिक होने के साथ-साथ उम्मीदवारों के पास किसी में मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की एवं स्नातक से समकक्ष डिग्री होने आवश्यक होती है।
  • आईपीएस बनने के लिए उम्मीदवार की minimum आयु 21 वर्ष होनी चाहिए।
  • सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों के लिए आईपीएस बनने के लिए अधिकतम आयु सीमा 32 वर्ष तक होनी चाहिए।
  • हालत सामान्य के अलावा अन्य सभी वर्गों के उम्मीदवारों को आयु सीमा में छूट मिलती है।
  • पुरुष उम्मीदवारों की हाइट 165 सेंटीमीटर और महिलाओं की हाइट 150 सेंटीमीटर होने आवश्यक होती है।
  • जबकि आयु सीमा के अलावा हाइट में अन्य सभी उम्मीदवारों को छूट मिलती है।

आईपीएस की सैलरी कितनी है? 

किसी भी जिले में एक आईपीएस अधिकारी की शुरुआती सैलरी लगभग 56001 रुपये  से शुरू होती है। जिसमें समय के साथ प्रमोशन मिलने पर और बढ़ोतरी होती रहती है।

एक आईपीएस अधिकारी को किसी भी जिले में लगभग 3 से 5 साल की बाद प्रमोशन मिल जाता है। पहली बार प्रमोशन पाकर एक आईपीएस अधिकारी की सैलरी लगभग 143000 रुपए तक हो जाती है।

जब एक आईपीएस अधिकारी डीजी भी बनते हैं तो उनकी सैलरी लगभग 225000 रूपए होती है।

अतः हम यह कह सकते हैं कि आईपीएस अधिकारी को समय के साथ प्रमोशन मिलने पर उनकी सैलरी बढ़ती रहती है।

आईपीएस कौन होता है?

किसी भी राज्य का प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी आईपीएस अधिकारी होता है। इसका मुख्य काम कानून व्यवस्था को बनाए रखना है।

आईपीएस अधिकारी किसी भी एक जिला का प्रमुख प्रशासनिक अधिकारी होता है, जो पूरे जिले की लड़ाई ,दंगे, चोरी, दुर्घटना, अपराध को रोकने और समाज में होने वाली सभी प्रकार की समस्याओं को रोकने के लिए जिम्मेदार होता है।

इतना ही नहीं इन सब कामों के अलावा यातायात प्रबंधन के लिए भी एक आईएएस अधिकारी इन जिम्मेदार होता है।

पुलिस विभाग के सभी प्रकार के प्रशासनिक सेवाओं के लिए सबसे प्रमुख अधिकारी का यह अधिकारी होता है उसके नीचे ही सभी अधिकारी काम करते हैं।

एक आईएएस अधिकारी का पद यूपीएससी की परीक्षा पास करने के बाद मिलने वाले प्रमुख पदों में दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पद होता है।

FAQ

IPS का पूरा नाम क्या है?

आईपीएस का पूरा नाम होता है इंडियन पुलिस सर्विस यानी भारतीय पुलिस सेवा। जो कि किसी भी ज़िले का एक प्रशासनिक अधिकारी होता है।

IPS का काम क्या है?

आईपीएस का मुख्य काम समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखना होता है एवं उनका यह भी काम है कि समाज में किसी भी प्रकार की घटना, दुर्घटना आदि घटित ना हो।

आईपीएस की सैलरी कितनी होती है?

किसी भी जिले के आईपीएस अधिकारी की सैलरी ₹45000 शुरुआती सैलरी से लेकर 200000 से भी अधिक रुपए तक हो सकती है। हालांकि शुरुआती समय में सैलरी ₹45000 ही रहती है।

IPS में सबसे कम पोस्ट क्या है?

एक आईपीएस अधिकारी के लिए सबसे कम पोस्ट डीजेपी की होती है। हालांकि डीजेपी के अलावा अन्य सभी पोस्ट पर आईपीएस अधिकारी को काम करने के लिए बहुत सारे पद मिलता है, लेकिन डीजेपी के पद पर कम पद मिलते हैं।

सारांश 

आईपीएस का फुल फॉर्म होता है इंडियन पुलिस सर्विस यानी हिंदी में भारतीय पुलिस सेवा। हर साल यूपीएससी की परीक्षा पास करके कई सारे उम्मीदवार आईपीएस अधिकारी बनते हैं।

लेकिन यूपीएससी की परीक्षा देने वाले कुछ अभ्यर्थियों को कम में अक्सर ऐसे सवाल आते हैं कि आईपीएस का फुल फॉर्म क्या होता है?

इसलिए आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको आईपीएस का फुल फॉर्म और आईपीएस की फुल फॉर्म से जुड़े अन्य सभी सवालों के उत्तर इस आर्टिकल में बताए हैं।

आशा करती हूं मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न हो तो कमेंट करके मुझसे अवश्य पूछे। धन्यवाद।

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