बहुत से लोगों को यह पता होता है कि पानी से बिजली बनती है, लेकिन पानी से बिजली कैसे बनती है? इसके बारे में अधिकतर लोगों को जानकारी नहीं होती है।
आज के समय में बिजली पर तो हर एक इंसान निर्भर रहने लगा है, क्योंकि बिजली का उपयोग घरों की लाइटों से लेकर electric कार, इलेक्ट्रिक मोटर आदि सब चीजों में उपयोग होने लगा है।
लेकिन क्या आपको पता है,बिजली बनती कैसे हैं, बिजली को बनाने के बहुत सारे तरीके होते हैं। उनमें से एक तरीका होता है,पानी से बिजली बनाना।
आज के समय में अधिकतर लोगों को यह तो पता होता है, कि पानी से बिजली बन सकती है, लेकिन क्या उन्हे यह पता है,कि पानी से बिजली किस तरह बनती है?
चलिए अब हम जानते हैं, आखिरकार पानी से हम बिजली किस प्रकार बना सकते हैं या पानी से बिजली कैसे बनती है?
पानी से बिजली किस प्रकार बना सकते हैं?
आप पानी से बिजली हाइड्रो पावर प्लांट के द्वारा बना सकते हैं। इससे पानी बनाने के लिए नदियों को रोक कर बांध बनाया जाता है और नदियों के पानी को रोककर उससे बिजली उत्पन्न की जाती है।
पानी energy का एक अक्षय स्रोत है, बिजली बनाने के वैसे तो और भी बहुत तरीके हैं लेकिन ज्यादातर बिजली का उत्पादन पानी के द्वारा ही होता है, जिसे हम hydropower plant भी कहते हैं।
अब हम जानते हैं, पानी से बिजली किस प्रकार बनती हैं। पानी से बिजली बनाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है पानी, इसलिए नदियों को रोककर बांध बनाया जाता है।
इन बांध के जरिए हम न सिर्फ़ नदियों को रोकते हैं, बल्कि उन नदियों के पानी को रोककर उससे बिजली बनाते हैं।
अगर आसान भाषा में कहें तो पानी से बिजली बनाने में सबसे अहम भूमिका dam निभाता है।
dam पानी के flow को और भी तेज करके बिजली बनाने में सहायता करता है। इसके अंदर motor की तरह दिखने वाले turbine और generator लगे रहते हैं।
बांध के द्वारा पानी के flow को धीरे धीरे turbine की ओर छोड़ा जाता हैं। इसके flow के कारण ही turbine घूमता है।
Turbine के घूमने के कारण generator को power मिलती हैं और वह electricity generate करती है।
पानी से बिजली पैदा करने की प्रक्रिया क्या है?
बिजली produce करने के लिए पानी का उपयोग होता है, इसलिए dams आमतौर पर जल स्रोत पर या उसके पास ही स्थित होते हैं।
moving energy से होने वाली energy जल प्रवाह की मात्रा और ऊंचाई में परिवर्तन दोनों पर निर्भर करती है।
जितना अधिक प्रवाह और dam जितना ऊंचा होगा,उतनी ही अधिक बिजली उत्पन्न की जा सकती है।
Hydro power plant पर पानी एक पाइप के माध्यम से बहता है जिसे पेनस्टॉक के रूप में भी जाना जाता है।
उसके बाद फिर ब्लेड को एक टरबाइन में पानी का flow घुमाता है, जो एक जनरेटर को घुमाता है और यही अंत मैं बिजली पैदा करता है।
ज्यादातर अन्य electricity को generate करने की सुविधाएं भी इस तरह से ही संचालित होती हैं।
जिसमें run of the river system और pump storage system शामिल हैं ।
जल से बिजली उत्पन्न होने के लाभ
- यह एक प्रकार की नवीकरणीय स्रोत हैं, क्यूंकि यह पानी के द्वारा बिजली का उत्पादन करती है और इसका उपभोग नहीं करती।
- यह बहुत कम recurring cost का साधन हैं। यह कोयले और अन्य तरह के चीजों से produce होने वाली बिजली के मुकाबले में बहुत सस्ता है।
- जल विद्युत से उत्पन्न होने वाली बिजली में कोई भी जीवाश्म ईंधन का उपयोग नहीं होता है, यह बहुत ही कम लागत में बिजली उत्पन्न करती है।
भारत में जल से बिजली बनाने की क्षमता
भारत में पानी से बिजली बनाने की क्षमता लगभग 1,45,000 मेगावाट होती हैं।
जल से produce बिजली की खपत में 60% load factory पर होता है, यह लगभग 85,000 मेगावाट की मांग को पूरा कर सकती है।
Small hydro power project से विद्युत उत्पादन की अनुमान की गई क्षमता लगभग 20,000 मेगावाट होती है।
पानी से निर्मित बिजली हमारे घरों तक कैसे पहुंचती है?
जैसा कि मैंने आपको बताया कि dam के द्वारा पानी से बिजली बनती हैं।
अब बात आती हैं, कि यह बिजली हमारे घरों तक कैसे पहुंचती हैं।
बिजली हमारे घर तक पहुंचने के लिए बहुत ज्यादा ही लंबी दूरी तय करती है।
घर पहुंचने के लिए 3 चरणों से होकर बिजली को गुजरना होता है,तभी बिजली यानि electricity हमारे घर पहुंचती है।
इन तीनों चरण का नाम है,generation, transmission, distribution।
Generation यानी बिजली का उत्पादन, बिजली का उत्पादन नदियों को रोककर dam के द्वारा होता है।
dam से electricity generate होने का पूरा प्रोसेस भी मैंने आपको ऊपर बताया हैं।
कि किस तरह नदियों के जल के प्रवाह से बिजली निर्मित होती हैं।
इसके बाद transmission की यानि पानी से तैयार बिजली को लाइन में एक जगह से दूसरी जगह ले जाना।
इस process में एक राज्य से दूसरे राज्य बिजली तारों के द्वारा voltage पहुचायी जाती हैं।
तीसरा चरण होता है,distribution यानी बिजली का वितरण करना।
इसमें बिजली को बाटकर ट्रांसफार्मर के द्वारा सबके घरों तक पहुंचाया जाता हैं।
भारत के प्रमुख जल से बनी बिजली केंद्र की सूची
- Tehri bandh,Uttarakhand
- Koyna hydroelectric project, Maharashtra
- Srisailam,Andhra Pradesh
- Nathpa jhakri, Himachal Pradesh
- Sardar sarovar dam,Gujarat
- Bhakra Nangal dam, Himachal Pradesh
- Shravasti project,Karnataka
- Bat1, NHPC limited,Himachal Pradesh
- Indira Sagar dam, Madhya Pradesh
- Karkam Vangta Hydroelectric Plant,Himachal Pradesh
- Dehra power project,Himachal Pradesh
- Teesta dam,Sikkim
- Belli Mela dam,odisha
- Omkareshwar dam,Madhya Pradesh
FAQ
हाइड्रो पावर प्लांट के जरिए पानी से बिजली तैयार किया जाता है, इस तरीके में पानी को स्टोर करके उससे उर्जा उत्पन्न की जाती है।
वैसे तो बिजली उत्पन्न करने के कई तरीके लेकिन पानी से बिजली उत्पन्न करने वाले को हाइड्रो पावर प्लांट या जल विद्युत कहते हैं।
सोलर पैनल का इस्तेमाल करके आप घर पर बिजली बन सकते हैं। सोलर पैनल सोर्य ऊर्जा से चलने वाली एक बिजली की तकनीक है।
सारांश
पानी से बिजली बनाने के लिए नदियों को रोककर हाइड्रो पावर प्लांट स्थापित किया जाता है और उसके द्वारा बिजली उत्पन्न किया जाती है इसके बारे में मैं आज के इस आर्टिकल में आपको बताया है।
क्योंकि अक्सर कई सारे लोगों के मन में सवाल होते हैं कि पानी से बिजली कैसे बनती है?
इस आर्टिकल के द्वारा मैंने आपको बताया है,कि पानी से बिजली कैसे बनाई जाती हैं।या पानी के द्वारा बिजली कैसे बनती हैं।
इसके अलावा मैंने और भी बहुत सारी जानकारी आपको बताई है।
आशा करती हूं,मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी।
धन्यवाद।