आज के समय में हमारे देश में 3276 से ज्यादा कॉलेज हैं जोकि फार्मेसी के पढ़ाई कर आते हैं और हर साल इन कॉलेज से 2.62 लाख से अधिक छात्र फार्मेसी की पढ़ाई पूरी करते हैं। फार्मेसी के पढ़ाई 3 भागों में बांटा गया है एम फार्मा, बी फार्मा, डी फार्मा।
डी फार्मा की पढ़ाई 2 साल की होती है एक डिप्लोमा कोर्स होता है जो भी छात्र जल्दी डी फार्मा के पढ़ाई पूरी करके फार्मेसी क्षेत्र में नौकरी पाना चाहते हैं वह डी फार्मा की पढ़ाई करते हैं।
जो छात्र डी फार्मा की पढ़ाई करना चाहता हूं उनके मन में कई सारे प्रश्न रहते जैसे कि डी फार्मा में कितने सब्जेक्ट होते हैं? 1st year डी फार्मा में कितने सब्जेक्ट होते हैं? 2nd year में डी फार्मा में कितने सब्जेक्ट होते हैं बी फार्मा में कौन-कौन से विषय को पढ़ाया जाता है?
ऐसे प्रश्न डी फार्मा करने की इच्छा रखने वाले छात्रों के मन में स्वाभाविक है। इस आर्टिकल में हम इन्हीं सारे प्रश्नों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
अगर आप भी डी फार्मा में कितने सब्जेक्ट होते हैं? डी फार्मा में किन-किन विषयों को पढ़ाया जाता है? इसके बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
डी फार्मा में कितने सब्जेक्ट होते हैं? (D pharma me kitne subject hote hain?)
डी फार्मा कोर्स करने के बाद आपको दवाइयों के बारे में अच्छी तरह से जानकारियां प्राप्त हो जाती है इसका अर्थ है कि बी फार्मा में आपको कुछ ऐसे विषयों की पढ़ाई की जाती है ,
जिससे आप दवाइयों की पहचान आसानी से कर सकते हैं बी फार्मा में कुल 12 विषय देखने को मिलेंगे आपको जीत की पढ़ाई आपको पूरे 2 साल में करनी है यानी हर 1 साल में आपको 6 विषय की पढ़ाई
डी फार्मा 2 साल का कोर्स होता है इसमें प्रत्येक साल 6 विषय होते हैं , तो चलिए हम जानते हैं डी फार्मा की सब्जेक्ट के बारे में कितने सब्जेक्ट होते है।
1st year में डी फार्मा में कितने सब्जेक्ट होते हैं? (1st year D pharma me kitne subject hote hai)
जैसा कि हम जानते हैं कि डी फार्मा एक डिप्लोमा डिग्री का कोर्स है जिसमें हमें फार्मेसी में डिप्लोमा डिग्री मिलती है डी फार्मा का कोर्स 2 साल का होता है डी फार्मा के पहले साल में आपको 7 सब्जेक्ट पढ़ाया जाते हैं।
- Pharmaceutics-1
- Pharmaceutical Chemistry-1
- Pharmacology
- Biochemistry & Clinical Pathology
- Health Education & Community Pharmacy
- Human Anatomy & Physiology
- Pharmaceutics- 1
आइए हम इसके बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं,
Pharmaceutics-1
इस विषय में विद्यार्थियों को दवाओं से संबंधित सभी तरह के जानकारी हैं, जैसे metrology, pharmaceuticals की packing, size separation आदि के बारे में पढ़ाया जाता है ।
डी फार्मा कि इस विषय में सामान्य रूप से दवाओं से संबंधित चीजों के बारे में ही पढ़ाया जाता है।
इस course के द्वारा विद्यार्थियों को अलग-अलग प्रकार की दवाइयां कैसे बनाई जाती है, तथा दवाइयां कैसे बनते हैं एवं टेबलेट कैसे बनते हैं इत्यादि के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जाता है।
कौन सी दवा का उपयोग कौनसी रोग में किया जाए गई है ,सब में इस कोर्स केइस सब्जेक्ट के द्वारा ही पता चलता है।
यह आपका पहला सब्जेक्ट होता है, इस विषय में आपको प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों तरह से पढ़ाई कराई जाती है इस विषय में आपको खासतौर पर दवाइयों के पाउडर बनाने के तरीके को सिखाया जाता है, यानी दवाई जो होती है, वह पहले पाउडर होती है, उसे सुखाकर टेबलेट करूपिया जाता है ,यानी टेबलेट बनाने का तरीका इस विषय के द्वाराविद्यार्थियों को बताया जाता है।
Pharmaceutical- chemistry 1
इस विषय में आपको रसायन विज्ञान की पढ़ाई कराई जाती है ,जिसमें आपको दवाइयों के इस्तेमाल करने के तरीके को बताया जाता है ,जैसे जो कंपाउंडर होते हैं ,वह मरीजों को सलाह देते हैं – कि उन्हें किस तरह की दवाइयां खाने चाहिए, जिससे वह तुरंत ठीक हो जाए।
यानी इसका अर्थ है कि एक कंपाउंडर का जो काम होता है, उसके बारे में इस विषय के द्वारा पूर्ण जानकारी दी जाती है।
इस विषय में आपको थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों तरह के तरीकों से पढ़ाया जाता है ,इसमें बहुत तरह के कंपाउंड के बारे में भी आपको बताया जाता है जैसे कंपाउंड भी बहुत तरह के होते हैं।
Pharmacognosy
इस विषय के द्वारा आपको उन दवाइयों के बारे में बताया जाता है ,जिसे जानवरो या पेड़ों के द्वारा बनाई जाती है, और इन सब की अलावा जो भी दवाइयां घरों में आयुर्वेदिक तरीके से बनाई जाती है, अर्थात अदरक ,लॉन्ग, इलायची आदि से बनाई जाने वाली दवाइयों के बारे में इस विषय में अध्ययन कराया जाता है ।
और इस विषय में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों के द्वारा पढ़ाई कराई जाती है, अगर आम भाषा में बोला जाए, तो हम यह कह सकते हैं इस विषय के द्वारा आप को दवाइयां बनाना सिखाया जाता है।
Biochemistry
इस विषय में आपको केमिकल्स के enzymes के बारे में पूर्ण जानकारी दी जाती है ,इसका अर्थ है कि हमारे शरीर में जितने भी केमिकल enzymes होते हैं वह किस तरह कार्य करते हैं ।
इसके बारे में हमें इस विषय के द्वारा पढ़ाया जाता है ,इस विषय के द्वारा ही हमें ब्लड टेस्ट करने में आसानी होती है ,और इसमें ब्लड टेस्ट और इसके इलाज अथवा इसकी बीमारी को पकड़ने के लिए जो भी यूरिन आदि के टेस्ट होता है वह सब करना सिखाया जाता है इस विषय में लगभग सभी तरह की चीजें प्रैक्टिकल होती है।
Human anatomy
इस विषय के द्वारा इंसान के शरीर के भागों की जांच की जाती है , हमारे शरीर में कौन सा भाग किस प्रकार काम करता है यह सब कुछ हम इस सब्जेक्ट के द्वारा ही जानते हैं ,और यदि किसी इंसान को उसके शरीर के किसी हिस्से में किसी भी तरह की कोई बीमारी होती तो वह उस बीमारी को किस तरह ठीक कर सकता है । उस बीमारी को ठीक करने के लिए कौन सी दवाइयों की जरूरत पड़ती है, वह हम सभी इस सब्जेक्ट के द्वारा ही जानते हैं।
Health education
इस विषय में आपको स्वास्थ्य संबंधित जानकारियां बताएं जाती अर्थात हमारे शरीर से जुड़ी जितनी भी प्रकार की बीमारियां होती है ,उन सभी को किस प्रकार हम ठीक कर सकते हैं, वह सभी हमें इस विषय में बताया जाता है।
2nd year में डी फार्मा में कितने सब्जेक्ट होते हैं? (2nd year me D pharma me kitne subject hote hain)
डी फार्मा के दूसरे वर्ष में 6 विषय की पढ़ाई करनी होती है,लेकिन आपको थोड़ी उच्च स्तर की जानकारी इस विषयों में दी जाती है।
चलिए अब हम जानते हैं, आखिरकार डी फार्मा में द्वितीय वर्ष में कौन-कौन से विषय होते हैं।
- Pharmaceutics
- Pharmaceutical chemistry
- Pharmacognosy toxicology
- Pharmaceutical jurisprudence
- Drugstore business management
- Hospital clinical pharmacy
Pharmaceutics
जिस प्रकार से आप के प्रथम वर्ष में आपको इस विषय में दवाइयों के बारे में बताया जाता था ,उसी प्रकार इस subject मैं आपको दवाइयों के बारे में ही लेकिन कुछ उच्च स्तर की जानकारी इस विषय में दी जाएगी ,जिस प्रकार से आप प्रथम वर्ष में पढ़ते हैं ,की दवाइयां किस प्रकार बनाई जाती है,और दवाई बनाने का तरीका क्या है ।
ठीक उसी प्रकार आपके दूसरे वर्ष में भी आपको समझाया जाता है कि दवाइयां किस तरह बनती है, इसके बारे में विस्तार पूर्वक उच्च स्तर की जानकारी आपको प्रदान की जाती है।
Pharmaceutical chemistry
इस विषय में आपको दवाई बनाने का तरीका सिखाया जाता है ,इस विषय के द्वारा आप जानते हैं, कि कौन से पाउडर से कौन सी दवाई तैयार होती है ।
उस पाउडर के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी आपको बताई जाती है ,कि दवाइयां बनाई कैसे जाती है, यह सब आपको इस विषय के द्वारा ही पता चलता है ,इसके अलावा आपको बहुत प्रकार की दवाइयों के बारे में बताया जाता है जिससे आपको दवाइयों की समझ हो सकती है ।
Pharmacognosy toxicology
इस विषय में आपको पेड़ ,पौधे और जंतुओं के द्वारा बनने वाली दवाइयों के बारे में विस्तार पूर्वक बताया जाता है ,और यह भी बताया जाता है ,कि हमारे आसपास मिलने वाली आयुर्वेदिक पदार्थों से किस तरह के और कैसे दवाइयां बनाई जाती है ।
तथा उसके बारे में विस्तार पूर्वक पूर्ण जानकारी को बताई जाती है आपको सभी चीज के बारे में विस्तार पूर्वक पढ़ाया जाता है जिसके बारे में आपको अच्छी तरह पता चल जाए।
Pharmaceutical jurisprudence
इस विषय में आपको दवाइयों की खोज करने के बारे में सिखाया जाता है, अर्थात किसी भी प्रकार की नई बीमारी के लिए आपको कौन सी दवा खानी चाहिए या आपको किस प्रकार का दवाई हम का उपयोग कर सकते हैं ।
यह सब इस विषय के द्वारा बताया जाता है ,जिस प्रकार सभी तरह की बीमारियां अलग-अलग होती है ,और हमारे समाज में भी बहुत अलग है प्रकार की बीमारियां देखने को मिलती है ।
ठीक उसी प्रकार आपको अलग-अलग प्रकार की विभिन्न तरह की दवाइयों के बारे में बताया जाता है, और नई दवाइयां किससे बनाई जाती है सब आपको इस विषय के द्वारा बताया जाता है।
Drugstore business management
इस विषय में आपको दवाइयों को छोड़कर के उसके बेचने का तरीका बताया जाता है ,यानी किस प्रकार की आप मेडिकल का दुकान खोल सकते है,
जब मेडिकल दुकान खोल लेते हैं, तो उसे किस तरह चला सकती है यह सब आपको इस विषय के द्वारा बताया जाता है ।
दवाइयां कहां पर store करके रख सकते हैं उसे किस तरह संभाल कर रखते हैं यानी कि आप डी फार्मा करने के बाद अगर एक मेडिकल की दुकान खोलने की चाह रखते हैं, तो आप किस प्रकार उस दुकान को चला सकते हैं।
यह सब आपको इस subject के द्वारा पता चलता है इस विषय में आपको दवाइयों के बारे में भी बहुत तरह की जानकारियां पता चलती है ।
Hospital clinical pharmacy
इस विषय में आपको नर्स के कोर्स की जानकारी बताई जाती है ,अर्थात हॉस्पिटल में जो भी मरीज होते हैं ,उसकी देखरेख और देखभाल किस प्रकार की जाती है ,इन सब के बारे में आपको अच्छी तरह से बताया जाता है ,
इस विषय के द्वारा हमें बताया जाता है, अगर हम सही समय पर दवाई नहीं देंगे तो उस पर क्या असर होंगा ,मरीज पर।
यह सब आपको इस subject के द्वारा ही पता चलता है, और इसके अलावा भी कई तरह की जानकारियां, मरीजों से संबंधित हमें इस विषय के द्वारा ही पता चलती है।
निष्कर्ष
मुझे उम्मीद है कि इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद डी फार्मा करने वाले छात्रों के मन में जो प्रश्न होते हैं डी फार्मा के सब्जेक्ट से संबंधित जैसे कि डी फार्मा में कितने सब्जेक्ट होते हैं? डी फार्मा में कौन-कौन से विषय पढ़ाए जाते हैं?
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