आंध्र प्रदेश की राजधानी क्या है? Capital of Andhra Pradesh in hindi

आज हम जानेंगे कि आंध्र प्रदेश की राजधानी क्या है? (Andhra pradesh ki rajdhani kya hai) या आंध्र प्रदेश की राजधानी कहां है? (andhra pradesh ki rajdhani kahan hai) तथा आंध्र प्रदेश की राजधानी मैं प्रसिद्ध स्थल कौन-कौन से हैं?

आंध्र प्रदेश की राजधानी कहां है? (andhra pradesh ki rajdhani kahan hai)

Andhra pradesh ki rajdhani

आंध्र प्रदेश की विधानसभा में पारित कानून के अनुसार आंध्र प्रदेश राज्य की तीन राजधानियां निर्धारित की गई है। भारत का यह पहला ऐसा राज्य है, जिसकी तीन राजधानियां है।

यह तीन राजधानियां ‘विशाखापट्टनम’ ‘अमरावती’ एवं  कुर्नूल है। तीनों राजधानियों का अपना-अपना महत्व है इस कानून के तहत आंध्र प्रदेश राज्य की कार्यपालिका यानी सरकार विशाखापट्टनम से संचालित करेगी वहीं राज्य विधानसभा अमरावती में होगी, एवं हाई कोर्ट कुरनूल से काम करेगा। इस प्रकार आंध्र प्रदेश राज्य के कुल 3 राजधानी होंगे  जहां से संचालन होगा।

आंध्र प्रदेश की पहली राजधानी विशाखापट्टनम

विशाखापट्टनम आंध्र प्रदेश के सबसे प्रमुख शहरों में से एक है। यदि बात करें स्थिति की तो विशाखापट्टनम शहर आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र से जुड़ा है यह गोदावरी नदी के मुहाने के उत्तर में स्थित है। साथ ही  विशाखापट्टनम भारत देश का चौथा सबसे बड़ा पोताश्रय यानी बंदरगाह है इसे अंग्रेजी में पोर्ट कहते हैं। यहां से समुद्री, जल मार्ग से आवाजाही, वस्तुओं का आयात निर्यात आदि होता है।

विशाखापट्टनम में जलयान बनाने का कारखाना भी है। विशाखापट्टनम में विशाखापट्टनम जिले का मुख्यालय स्थित है विशाखापट्टनम बंदरगाह एक प्राकृतिक बंदरगाह है जोकि समुद्र से सुरक्षित भी है। साथ ही विशाखापट्टनम एक महत्वपूर्ण मत्स्य शिकार का स्थान भी है। यह शहर एक छोटी खाड़ी पर है। यहां पर जिला का मुख्यालय एवं भारतीय नौसेना के पूर्वी कमान का केंद्र भी स्थित है। इस शहर को वाईजाम के नाम से भी जाना जाता है।

बात की जाए क्षेत्रफल और जनसंख्या की तो विशाखापट्टनम का क्षेत्रफल लगभग 682 km ² है एवं वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार यहां का क्षेत्रफल 1,728,128 है। समय के साथ विशाखापट्टनम के बंदरगाह का महत्व बड़ा है जिसका कारण है कि कोरोमंडल तट पर यह एकमात्र संरक्षित बंदरगाह है।

विशाखापट्टनम एक प्रमुख  पोत निर्माता भी है। यहां के बंदरगाह से तिलहन एवं अन्य खनिजों का  निर्यात होता है। साथ ही यहां तेल परिशोधनसाला एवं चिकित्सा संग्रहालय भी  स्थित है।

उद्योग के क्षेत्र में विशाखापट्टनम में जलयान यानि पानी का जहाज बनाने का कारखाना है। एशिया के अंदर आंध्र प्रदेश राज्य में बहुत ही तेजी से बढ़ रहे शहरों में विशाखापट्टनम एक है। यहां बड़ी तेल रिफ़ाइनरी, बिजली के संयंत्र, जहाज बनाने का कारखाना, एवं इस्पात कारखाना भी स्थित है।

शिक्षण संस्थानों में, विशाखापट्टनम में आंध्र मेडिकल कॉलेज, गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट, कॉलेज ऑफ नर्सिंग, कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, जैसे कुछ मुख्य संस्थान एवं उनके साथ  और अन्य कई महाविद्यालय हैं। आंध्र विश्वविद्यालय उपनगर वॉल्टियर में स्थित है।

परिवहन यानी यातायात की व्यवस्था में विशाखापट्टनम शहर में सड़क मार्ग, रेल मार्ग, और वायु मार्ग तीनों ही प्रकार की यातायात सुविधा है। विशाखापट्टनम शहर सड़क, रेल और हवाई मार्ग से भारत देश के बड़े और मुख्य शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता से जुड़ा है। वायु मार्ग सुविधा में इंडियन एयरलाइंस की दैनिक उड़ाने देश के अन्य बड़े शहरों जैसे कोलकाता दिल्ली, हैदराबाद आदि से संचालित होती है।

पर्यटन के दृष्टिकोण से भी भारत का विशाखापट्टनम शहर एक अच्छा स्थान है। यहां कई प्रसिद्ध मंदिर है, एवं यह शहर कला संस्कृति  शिल्प आदि के लिए भी जाना जाता है। समुद्र से जुड़ा होने के कारण भी यह पर्यटकों को आकर्षित करता है इसके सुंदर पूर्वी घाट बंगाल की खाड़ी से सटकर इसकी खूबसूरती को बढ़ाते हैं।

आंध्र प्रदेश की दूसरी राजधानी अमरावती

आंध्र प्रदेश राज्य की राज्य विधानसभा अमरावती में है। अमरावती का निर्माण कृष्णा नदी के दक्षिणी तट पर किया गया है इसका नाम अमरावती मंदिर के ऐतिहासिक शहर से लिया गया है। आंध्र प्रदेश राज्य के दो  बड़े महानगर गुंटूर और विजयवाड़ा के महानगरीय क्षेत्र के मिलन से अमरावती महानगर क्षेत्र का निर्माण किया गया है।

यदि बात की जाए इस शहर के जनसंख्या एवं क्षेत्रफल की तो इस शहर का क्षेत्रफल 217.23 km ² एवं इस पूरे महानगर का क्षेत्रफल 8352. 69 km ² है। वही जनसंख्या में वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार इस शहर की जनसंख्या 103000 एवं पूरे महानगर की जनसंख्या लगभग 5.8 मिलियन यानी 50 लाख 80 हजार के लगभग की है।

Official language यानी आधिकारिक भाषा में यहां तेलुगू एवं अंग्रेजी मान्य भाषा है।

भौगोलिक स्थिति में यह शहर कृष्णा नदी के तट पर बनाया जा रहा है जो कि गुंटूर जिला में पड़ता है। राज्य के अन्य बड़े शहरों से दूरी में यह विजयवाड़ा के दक्षिण पश्चिम में 12 किलोमीटर एवं गुंटूर के उत्तर में 24 किलोमीटर में है। यह आंध्र प्रदेश राज्य का एक नवनिर्मित शहर है जिसकी  नीव 2015 में रखी गई थी

अमरावती की धर्म एवं संस्कृति

धर्म और संस्कृति के क्षेत्र में अमरावती शहर में हिंदू धर्म की बहुमत है इस शहर में अमरलिंगेश्वर जैसे मंदिर है।

शिक्षा के क्षेत्र में अमरावती शहर में एपी और वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी यानी  वीआईटी एपी, एसआरएम विश्वविद्यालय जैसे संस्थान हैं इनके अलावा एमिटी और इंडो यूके सेल्यूट ऑफ हेल्थ किंग्स कॉलेज अमृता विश्वविद्यालय जैसे संस्थानों के परिसर भी है।

अमरावती में परिवहन की सुविधा

परिवहन यानी यातायात में यहां रेल मार्ग जिसमें अमरावती हाई स्पीड सर्कुलर रेलवे लाइन शहर से गुंटुर विजयवाड़ा और तेनाली जैसे शहरों के आसपास के इलाकों को जोड़ती है यहां की रेल व्यवस्था 10000 करोड़ के अनुमानित लागत के साथ 105 किलोमीटर तक फैली है।

वायु यातायात में  विजयवाड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा गन्नावारम में स्थित है, जहां से देश की राजधानी के साथ-साथ देश के अन्य बड़े शहरों तक उड़ान भरी जाती है। जल मार्ग में  बापटला, चिराला मचिपतितनम, निजामपत्नम जैसे बंदरगाह का उपयोग किया जाता है यह बंदरगाह सागर मार्ग से शहर की सेवा करते हैं।

इसके अलावा सड़क मार्ग का विस्तार भी यहां अच्छा है। बस, ऑटो रिक्शा एवं अन्य सार्वजनिक वाहनों से इस शहर एवं आसपास के इलाकों तक पहुंचा जा सकता है।

आंध्र प्रदेश की तीसरी राजस्थान कुर्नूल

कुरनूल शहर आंध्र प्रदेश राज्य के सबसे बड़े शहरों में से एक है आंध्र प्रदेश का हाई कोर्ट का संचालन यहां से होता है।

भौगोलिक स्थिति में यह शहर तुंगभद्रा नदी के तट पर स्थित है और इसके अलावा निवा नदी और हंद्री नदी भी इस शहर के बीच में  से बहती है। यह शहर समुद्री तल से 273 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।

क्षेत्रफल और जनसंख्या में इस शहर का क्षेत्रफल लगभग 492 1673 km ² यानी 19.20 वर्ग मील है। 2011 की जनगणना के अनुसार इस शहर की जनसंख्या 424920 है।  साथ ही यह कुरनूल जिले का मुख्यालय भी है। अगर बात की जाए साक्षरता दर की तो वर्ष 2011 की जनगणना के अंतिम आंकड़ों के अनुसार शहर की आबादी 484327 एवं साक्षरता दर 77.37 % थी।

यह शहर अच्छे खनिज संपदा से परिपूर्ण है यहां के मुख्य खनिजों में लोह, चुना पत्थर, सिलिका, क्वार्ट्ज स्टिलाइट जैसे खनिज शामिल है। 

धार्मिक दृष्टिकोण से यहां हिंदू धर्म की  बहुतायत है परंतु साथ ही इस्लाम धर्म और उसके बाद ईसाई धर्म एवं कुछ अन्य धर्म के मानक भी हैं।

शिक्षण संस्थानों में यहां के प्रसिद्ध संस्थान

शिक्षण संस्थानों में यहां के प्रसिद्ध संस्थान आईआईआईटीडीएम कुरनूल एवं कुरनूल मेडिकल कॉलेज है यहां के स्कूलों में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा प्रदान की जाती है।  आईसीडीएस विभाग के आंगनवाड़ी केंद्र द्वारा पहले शिक्षा दी जाती थी।

आंध्र प्रदेश की राजधानी कुर्नूल में परिवहन और यातायात

परिवहन और यातायात में यहां सड़क मार्ग जिसकी कुल लंबाई लगभग 519.22 किलोमीटर है  जोकि हैदराबाद और बेंगलुरु जैसे शहरों की सड़कों से जुड़ा हुआ है, इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग 44 राज्य राजमार्ग 51 और राष्ट्रीय राजमार्ग 46 शामिल है।

रेल मार्ग में कुरनूल रेलवे स्टेशन हैदराबाद गुंटकल रेलवे लाइन पर पड़ता है जिसका वर्गीकरण दक्षिण मध्य रेलवे के हैदराबाद रेलवे डिवीजन में ए श्रेणी स्टेशन में किया गया है। वायु मार्ग की सुविधा में यहां कुरनूल हवाई अड्डा है जहां से अन्य स्थानों के लिए उड़ानें भरी जाती है।