हर साल रेलवे के द्वारा तरह-तरह की वैकेंसी के लिए फॉर्म निकाले जाते हैं, लेकिन फॉर्म भरने वाले बहुत से विद्यार्थी के मन में पहला सवाल यही रहता है कि रेलवे का पेपर कैसा आता है?
बहुत से लोगों को लगता है, कि रेलवे का पेपर बहुत ही tough आता है लेकिन वास्तव में रेलवे का पेपर है कैसा? यह बहुतों को नहीं पता है।
इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम मुख्य रूप से रेलवे का पेपर कैसा होता है? इसके बारे में बताने वाले हैं।
तो चलिए हम जानते हैं आखिरकार रेलवे का पेपर कैसा होता है?
रेलवे का पेपर कैसा होता है?
उम्मीदवारों के लिए रेलवे का पेपर कंप्यूटर आधारित प्रश्न वाला पेपर होता है। जिस पर ऑब्जेक्टिव प्रश्न दिए रहते है, जिसके उत्तर उम्मीदवारों को चुनने होते हैं।
रेलवे का पेपर कोई 90 मिनट का होता है जिसमें कुल 100 प्रश्नों के उत्तर उम्मीदवारों को देने होते हैं।
ऐसे बहुत से छात्र होते है, जिनके मन में सवाल होते है कि रेलवे का पेपर कैसा होता है?, यानी मुश्किल होता है आसान होता है? आखिर कैसा होता है।
बहुत विद्यार्थी होते जिनके अनुसार रेलवे का परीक्षा बहुत ही मुश्किल परीक्षा होती है इस परीक्षा में बहुत ही मुश्किल प्रश्न पूछे जाते हैं लेकिन यह परीक्षा उन विद्यार्थियों के सरल होती है, जो इस परीक्षा के लिए अच्छी तरह तैयारी करते हैं।
रेलवे के पेपर में कैसे प्रश्न पूछे जाते हैं?
उम्मीदवारों से रेलवे के परीक्षा में सिलेबस पैटर्न पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं।
अगर इसे आसान भाषा में कहा जाए तो सिलेबस में बताए गए विषयों और टॉपिक के अनुसार रेलवे की परीक्षा में प्रश्न पूछे जाते हैं।
रेलवे की परीक्षा में कुल 4 भागों से प्रश्न पूछे जाते हैं इन चार भागों में जनरल साइंस, मैथमेटिक्स, जनरल अवेयरनेस एंड करंट अफेयर्स और जनरल इंटेलिजेंस आदि शामिल होते हैं।
इसमें बहुत अधिक कठिन प्रश्न नहीं पूछे जाते है, अगर विद्यार्थी सही तरीके से इस परीक्षा के तैयारी करें तो आसानी से रेलवे की परीक्षा पास कर सकते हैं।
परीक्षा कंप्यूटर based टेस्ट के द्वारा आयोजित की जाती है। रेलवे की परीक्षा में कंप्यूटर पर दिए गए प्रश्नों के उत्तर उम्मीदवारों को सही चुनकर देने होते हैं।
अगर बात की जाए कि रेलवे के पेपर में किन विषयों से प्रश्न पूछे जाते हैं? तो वह सब्जेक्ट इस प्रकार है।
- जनरल साइंस
- मैथमेटिक्स
- जनरल अवेयरनेस एंड करंट अफेयर्स और जनरल इंटेलिजेंस
रेलवे के पेपर का पैटर्न कैसा होता है?
उम्मीदवारों के लिए रेलवे के पेपर का पैटर्न 4 चरणों में आधारित होता है।
- 1st Stage Computer Based Test (CBT)
- 2nd Stage Computer Based Test (CBT)
- Typing Skill Test/Computer Based Aptitude Test (as applicable)
- Document Verification/Medical Examination
पहले चरण की कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट को पास करने के बाद उम्मीदवारों को दूसरे चरण के कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट को देना होता है।
इसके बाद टाइपिंग स्किल्स की परीक्षा होती है और अंत में डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन और मेडिकल वेरिफिकेशन होता है।
इस तरह रेलवे के पेपर की पूरी परीक्षा आयोजित किया जाता है। अगर उम्मीदवार रेलवे की परीक्षा देना चाहते हैं तो वह इन सभी पैटर्न आधारित तरीकों से रेलवे की परीक्षा दे सकते है।
रेलवे की पैटर्न के होने वाली दोनों कंप्यूटर बेस्ड परीक्षाओं के पैटर्न की विस्तारपूर्वक बात की जाए तो सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को 40% अंक और OBC को 30%, एससी/एसटी को 25 पर्सेंट अंक लाने होते हैं।
RRB Stage-1 Exam Pattern
Sections | No. of Questions | Total Marks | Duration |
Mathematics | 30 | 30 | 90 minutes |
General Intelligence and Reasoning | 30 | 30 | 90 minutes |
General Awareness | 40 | 40 | 90 minutes |
Total | 100 | 100 | 90 minutes |
RRB NTPC Stage-2 Exam Pattern
Sections | No. of Questions | Total Marks | Duration |
Mathematics | 35 | 35 | 90 minutes |
General Intelligence and Reasoning | 35 | 35 | |
General Awareness | 50 | 50 | |
Total | 120 | 120 |
PWD candidates के लिए यह परीक्षा 120 मिनट की होती है।
रेलवे के paper में question का level कैसा होता हैं?
रेलवे के पेपर में क्वेश्चन के लेवल की बात की जाए तो railway का पेपर बहुत से छात्रों के मुताबिक मुश्किल होता है।
लेकिन वास्तव में अगर रेलवे के पेपर की अच्छी तैयारी की जाए तो रेलवे के पेपर का लेवल आसान लगेगा।
रेलवे के पेपर में पूछे जाने वाले प्रश्न रेलवे के सिलेबस से ही पूछे जाते हैं इसलिए जो विद्यार्थी इस पेपर का तैयारी करके जाता है, उसके लिए रेलवे के पेपर का क्वेश्चन लेवल अच्छा होता है।
लेकिन रेलवे के पेपर के सिलेबस की तैयारी करने के लिए उम्मीदवारों को किसी ना किसी साधन की मदद की आवश्यकता जरूर पड़ती है क्योंकि बिना किसी मदद के उम्मीदवार रेलवे के पेपर इसलिए बस को पूरा नहीं कर सकता।
मदद से हमारा तात्पर्य है जैसे यूट्यूब की कोई फ्री क्लासेस, या आज के समय में मिलने वाले कई सारे ऑनलाइन क्लास, ऑफलाइन क्लास आदि।
क्या रेलवे की परीक्षा में सारे प्रश्न MCQ होते हैं?
हां, रेलवे की परीक्षा में सारे प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप ही होते हैं। रेलवे की परीक्षा में पूछे जाने वाले प्रश्न उसके सिलेबस से ही पहुंचे आते लेकिन कंप्यूटर बेस्ड ऑब्जेक्टिव टाइप में रहते हैं।
रेलवे के paper मैं cutoff कितना होता हैं?
जैसे कि आप सभी को पता होगा कि रेलवे की परीक्षा भारत में ली जाने वाली प्रमुख परीक्षा में से एक परीक्षा इसलिए इस परीक्षा में अधिकतर अभ्यर्थी भाग लेते हैं।
तो जाहिर सी बात है, कि अगर अधिक अभ्यर्थी भाग ले रहे हैं तो कट ऑफ अधिक जाएगा।
रेलवे की परीक्षा में कटऑफ हर साल अधिक ही जाता है, लेकिन जो भी छात्र अच्छी तरह से रेलवे की परीक्षा की तैयारी करते हैं, वह कट ऑफ पास करके भी रेलवे में नौकरी पा सकते हैं।
FAQ
उम्मीदवारों से रेलवे के पेपर में रेलवे के सिलेबस के टॉपिक से प्रश्न पूछे जाते हैं।
जैसे कि जनरल साइंस विषय से 25 प्रश्न, मैथमेटिक्स से 25 प्रश्न, जनरल इंटेलीजेंस व रीजनिंग से 30 प्रश्न और जनरल अवेयरनेस व करेंट अफेयर्स से 20 प्रश्नों समेत कुल 100 प्रश्न पूछे जाते है।
उम्मीदवारों के द्वारा रेलवे का पेपर कंप्यूटर आधारित प्रश्नों के द्वारा दिया जाता है, जिसको बनाने में उम्मीदवारों को 1 घंटे का समय मिलता है।
उम्मीदवारों से रेलवे की परीक्षा में कुल 3 पेपर से प्रश्न पूछे जाते हैं जैसे कि जिसमें मैथमेटिक्स, जनरल इंटेलिजेंस एंड रीजनिंग और जनरल अवेयरनेस आदि।
group d की परीक्षा, कुछ सफल छात्रों के अनुसार रेलवे की आसान परीक्षा माना जाता है।
सारांश
रेलवे की परीक्षा का पेपर मुश्किल होता है लेकिन अगर इसकी अच्छी तरह से सिलेबस अनुसार तैयारी की जाए तो कोई भी छात्र रेलवे की परीक्षा में पास हो सकता है।
हालांकि कई सारे अभ्यर्थियों का ऐसा मानना है कि रेलवे की परीक्षा में पेपर में पूछे जाने वाले प्रश्न अक्सर tough होते हैं।
रेलवे की परीक्षा में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न रेलवे की परीक्षा के पेपर की सिलेबस से ही पूछ जाता है इसलिए अभ्यार्थी सिलेबस अनुसार तैयारी करके जाता है, तो उनके लिए रेलवे की परीक्षा का पेपर आसान होता है।