आज इस आर्टिकल में हम टाटा कंपनी का मालिक कौन है? (TATA company ka malik kaun hai?) और टाटा कंपनी के मालिक का नाम क्या है? (TATA company ka malik ka nam) के बारे में विस्तार से जानेंगे।
आज मैं आपको इस आर्टिकल में एक बहुत ही प्रसिद्ध कंपनी के बारे में बताने जा रहे हैं ,आज मैं टाटा कंपनी के बारे में आपको बताने जा रही हूं ,शायद ही कोई ऐसा होगा जिन्होंने टाटा कंपनी का नाम नहीं सुना होगा या उसकी चीजों का इस्तेमाल नहीं किया होगा। टाटा कंपनी हमारे भारत देश की सबसे पुरानी कंपनियों में से एक है। आज लगभग हर कोई टाटा कंपनी का कोई न कोई product इस्तेमाल करता है तो आज मैं आपको यह बताऊंगी कि टाटा कंपनी का मालिक कौन है? (TATA company ka malik kaun hai?) और टाटा कंपनी के मालिक का नाम क्या है? टाटा कंपनी की कितनी कंपनियां है? टाटा कंपनी की कमाई कितनी है?
टाटा कंपनी क्या है?
TATA Company एक निजी व्यावसायिक समूह कंपनी है। इसका कार्यक्षेत्र अनेक बिजनेस संबंधित सेवाओं के क्षेत्र में फैला हुआ है ,जैसे कि सूचना प्रौद्योगिकी, वाहन, रसायनिक उद्योग , सॉफ्टवेयर ,होटल ,इस्पात इत्यादि सेवाओं के क्षेत्र में जुड़ा हुआ है। TATA Groups की सफलता इसके आंकड़े खुद ही बयां करते हैं आंकड़ों के अनुसार साल 2020 में 106 बिलियन अमेरिकन डॉलर है, और 2020 के आंकड़ों के अनुसार टाटा ग्रुप में 750000 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं।
टाटा कंपनी के मालिक कौन है? (TATA Company ka malik kaun hai?)
वर्तमान में टाटा कंपनी के मालिक रतन टाटा जी (Ratan Tata) है। रतन टाटा जी (Ratan Tata) ने जब से TATA Groups को संभाला तब से TATA Groups को बहुत ऊंचाइयोंं तक पहुंचाया जब से Ratan Tata ने टाटा समूह को संभाला इसी बीच टाटा समूह में बहुत सारेेे उतार-चढ़ाव आए पर रतन टाटा जी के नेतृत्व में टाटा समूूह ने इन सब परिस्थितियों को पार करते हुए टाटा समूह को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। टाटा समूह के मालिक रतन टाटा जी ने कोरोना की महामारी के समय अपने देश को 1500 करोड़ की सहायता की। Ratan Tata ने देश में सबसे सस्ती कीमत की कार लाई। आज टाटा की ऑटोमोबाइल कंपनी TATA Motors भारत की सबसेे बड़ी automobiles कंपनी है रतन टाटा जी ने हर क्षेत्र अपनी कंपनी का विकास पूरी तेजी के साथ किया।
टाटा समूह के संस्थापक (Founder of TATA Groups)
टाटा कंपनी (TATA Company) की शुरुआत जमशेदजी टाटा ने की थी। वह एक भारतीय पारसी परिवार से थे। 1858 में अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने अपने पिता का व्यवसाय को संभालना शुरू किया। सन 1868 में उन्होंने ₹21000 में एक दिवालिया तेल मिल खरीद कर उसमें रुई का कारखाना से शुरू किया। इसके बाद जमशेदजी टाटा ने अपने जीवन का 4 लक्ष्य निश्चित किया पहला स्टील कंपनी खोलना, दूसरा भारत में एक World Class Institution स्थापित करना ,तीसरा एक HOTEL खोलना और चौथा एक Hydroelectric Power Plant की स्थापना करना।
लेकिन जमशेदजी अपने जीवन में सिर्फ ताजमहल होटल का ही लक्ष्य पूरा कर पाए हालांकि टाटा समूह की आने वाली पीढ़ियों ने उनके सभी लक्ष्य को पूरे किए। जमशेदजी टाटा की मृत्यु के बाद टाटा कंपनी का मालिक उनके बेटे दोराबजी टाटा बने और वे अपने पिता के सपनों की शुरू की गई कंपनियों पर काम करना जारी रखा और उसे पूरा करने के लिए अपनी पूरी जी जान लगा दी।
उन्होंने 1911 में Indian Institute of Science की स्थापना की जो आज दुनिया Top college में आता है और इसे जमशेदजी टाटा ने शुरू किया था जो उनके सपने में से एक था जमशेदजी इसे शुरू करने के लिए ₹30000 का दान दिया था लेकिन वे इसे पूरा होते नहीं देख पाए जो उनके बेटे ने पूरा किया। उनके बेटे ने भारत की पहली ओलंपिक टीम को financial support किया और TATA institute of Social Science शुरू किया जिससे गरीब लोगों की मदद कर सकें। टाटा परिवार हमेशा ही सोशल वर्क को बढ़ावा देते आए हैं और आज तक दे रहे हैं।
1938 में Darobji TATA Groups के चेयरमैन पद से हटने के बाद “JRD TATA” टाटा ग्रुप के नए चेयरमैन पद के लिए चुने गए। उस वक्त JRD TATA की उम्र 34 साल थी और टाटा ग्रुप की कुल 14 कंपनी थी। जेआरडी टाटा ने TATA Airlines शुरू किया और उस एयरलाइन की पहली फ्लाइट कराची से मुंबई के लिए उड़ाई गई। यह भारत की पहली एयरलाइन कंपनी (India first airline company) थी और इसे जेआरडी टाटा ने दुनिया की बेस्ट एयरलाइन कंपनी बनाई लेकिन उस एयरलाइन कंपनी का कंट्रोल भारत सरकार ने ले लिया और उसका नाम Air India कर दिया लेकिन भारत सरकार ने एयर इंडिया का चेयरमैन जे आर डी टाटा को ही रखा।
किंतु 1977 में भारत के प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने JRD TATA को एयर इंडिया के चेयरमैन पद से हटा दिया उसके बाद जेआरडी टाटा ने TATA Motors, TCS टीसीएस इत्यादि सेवाएं शुरू की। जब शुरुआती तौर पर जेआरडी टाटा ने टाटा ग्रुप को संभाला था तब इसमें कुल 14 कंपनियां थी किंतु जब JRD TATA TATA Groups के चेयरमैनपद से हटें तब टाटा ग्रुप की 95 कंपनियां बन चुकी थी। साथ ही साथ जेआरडी टाटा ने अपने बिजनेस के साथ-साथ social work के काम भी बहुत सारे किए 1941 में जे आर डी टाटा ने टाटा मेमोरियल सेंटर शुरू किया जिसमें लोग कैंसर जैसी बीमारी का इलाज कम से कम पैसे में किया जा सके।
उसके बाद 1981 में Ratan Tata को TATA Groups का अध्यक्ष बनाया गया। 1991 में जेआरडी टाटा के द्वारा रतन टाटा को टाटा ग्रुप के चेयरमैन चुना गया और Ratan TATA जी के चेयरमैन बनने के बाद TATA Groups और तेजी से बढ़ने लगा। टाटा टेलर स्विफ्ट कमर्शियल और पैसेंजर बनाती थी किंतु 30 दिसंबर 1998 में पूरी तरह से भारत में बनी TATA Company की Indica कार लांच कि यह रतन टाटा का ड्रीम प्रोजेक्ट था लेकिन Auto NIA ने इस कार की बहुत आलोचना की जिसका असर टाटा इंडिका की सेल पर हुआ और Market से अच्छा responce नहीं मिला जिससे टाटा को काफी नुकसान झेलना पडा।
उसके बाद सालों तक रिसर्च करने के बाद Ratan Tata ने Indica Car का second model Indica V2 लॉन्च किया और यह कार लोगों को बहुत पसंद आया इस कार्य की वजह से टाटा कंपनी का कार का बिजनेस आगे बढ़ने लगा। सन 2008 में रतन टाटा ने fords company से Jaguar और Land Rover खरीदा किसी विदेशी कंपनी को खरीदना हम भारतीयों के लिए सबसे बड़ी डील थी। साल 2008 में दोपहिया परिवार वालों का सपना पूरा करने के लिए रतन टाटा ने ₹100000 में TATA Nano कार को लॉन्च किया शुरुआत में टाटा नैनो को लोगों ने इसे बहुत पसंद किया लेकिन बाद में यह एक जीप कार के रूप में लोगों का इमेज बन गए और टाटा नैनो फ्लॉप हो गई। 28 दिसंबर 2012 को रतन टाटा ने टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद से इस्तीफा दिया पूरे 22 साल तक टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने रहे। उसके बाद कई दिनों तक टाटा ग्रुप के चेयरमैन पद खाली पड़ा रहा उसके बाद 2017 में नटराजन चंद्रशेखरन टाटा ग्रुप के नए चेयरमैन के रूप में नियुक्त किए गए।
टाटा कंपनी कहां की कंपनी है?
आगे के कुछ अंशों से ही आपको पता चल गया होगा की टाटा कंपनी भारतीय कंपनी है। टाटा ग्रुप का मुख्यालय भारत देश के मुंबई शहर मे है जो मुंबई शहर के रूप में जाना जाता है। इसलिए TATA Group एक भारतीय कंपनी कहलाती है, तथा इसके संस्थापक Grand Father जमशेदजी टाटा है उन्होंने इसकी स्थापना 1868 में की थी।
टाटा की कितनी कंपनी है? (TATA ki kitni company hai)
टाटा समूह की कुल 96 कंपनियां साथ अलग-अलग व्यवसायिक क्षेत्रों में सक्रिय इन 96 में से केवल 28 publicly listed कंपनियां है ।टाटा समूह छह महाद्वीपों के 40 से भी अधिक देशों में सक्रिय है। टाटा समूह दुनिया के 140 से भी अधिक देशों को उत्पादन व सेवाएं निर्यात कराता है।
टाटा कंपनी की कुछ कंपनियों के नाम जो अलग-अलग क्षेत्र में विख्यात है:-
1. Tata consultancy Service
2. TATA STEEL
3. TATA MOTORS
4. TATA CHEMICALS
5. TATA POWER
6. INDIAN HOTEL
7. TCS
8. TITAN
9. VOLTAS
10. TATA SONS….etc
टाटा कंपनी की कमाई कितनी है?
अगर टाटा कंपनी में काम कर रहे कर्मचारियों की बात करें तो उनकी महीने की वेतन ₹15350 से बढ़ोतरी होते हुए 12.9 फीसदी बोनस के साथ उन्हें मिलता है। अगर उनके कुल संपत्ति की बात की जाए तो US$52.8 billion से भी अत्यधिक है।
मैंने आपको आगे ही बताया कि टाटा कंपनी सोशल वर्क के प्रति हमेशा ज्यादा सामने आई है, इसलिए रतन टाटा जैसे बेमिसाल व्यक्ति जो कि दुनिया के सबसे अमीर लोगों के लिस्ट में आ सकते थे किंतु वे उन अमीर लोगों की लिस्ट में नहीं आते हैं, क्योंकि रतन टाटा अपनी कमाई का 65% हिस्सा दान कर देते थे। उनकी कंपनी का जो भी प्रॉफिट होता था ।वह उसे समाज कल्याण के लिए दान कर देते हैं ,यह पैसा उनकी निजी फाइनेंसियल स्टेटमेंट में दर्ज नहीं होता ।इसलिए रतन टाटा की निजी संपत्ति एक सौ करोड़ से ऊपर नहीं जाती है ।
Conclusion
आज के आर्टिकल में मैंने आपको भारत की एक बहुत ही प्रसिद्ध कंपनी टाटा कंपनी के बारे में बताया टाटा कंपनी क्या है? टाटा कंपनी के मालिक कौन है? (TATA Company ke malik kaun hai?), टाटा कंपनी का मालिक का नाम (TATA company ka malik ka naam) टाटा कंपनी की कितनी कंपनियां है? (TATA company ki kitni company hai) टाटा कंपनी की कमाई कितनी है? अगर आपको यह आर्टिकल अच्छा लगा तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ अवश्य साझा करें साथी साथ आपके मन में कोई भी प्रश्न हो तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट कर कर अवश्य पूछ सकते हैं आपका कमेंट हमारे लिए अत्यंत जरूरी होता है।
धन्यवाद