विज्ञान में कौन-कौन से विषय होते हैं? | Science Subject List In Hindi

दोस्तों अगर आपने 10th के बाद साइंस स्ट्रीम चुनने का निर्णय ले लिया है तो आपको इस बात की सही जानकारी होना बहुत आवश्यक है की Science mein kaun kaun se subject hote hai (विज्ञान में कौन-कौन से विषय होते हैं?). इसमें आपके पास कौन-कौन से सब्जेक्ट पढ़ने का विकल्प होता है।

दोस्तों दसवीं से निचले की कक्षाओं में हम साइंस यानी विज्ञान को एक सिंगल सब्जेक्ट के रूप में पढ़ते हैं जिसमें फिजिक्स यानी भौतिक शास्त्र केमेस्ट्री यानी रसायन शास्त्र एवं बायलॉजी यानि जीव विज्ञान का संयुक्त रूप से अध्ययन करते हैं।

परंतु जब बात दसवीं के बाद साइंस को पढ़ने की होती है तब उसे एक सिंगल सब्जेक्ट की तरह ना पढ़कर अलग शाखाओं में बांट दिया जाता है जिन शाखाओं के अंदर आप विशेष रुप से किसी एक सब्जेक्ट जैसे गणित एवं बायलॉजी और साथ-साथ फिजिक्स और केमिस्ट्री का गहन अध्ययन करते हैं तथा उनमें से किसी एक सब्जेक्ट विशेष में अपना करियर आगे बनाने की सोचते हैं।

विज्ञान में कौन-कौन से विषय होते हैं? (Science mein kaun kaun se subject hote hai)

science me kon kon se subject hote hai – दोस्तों कक्षा ग्यारहवीं में मुख्यता आपको साइंस स्ट्रीम थे तो भाग देखने को मिलते हैं। जिसमें पहला मैथ्स ग्रुप एवं दूसरा बायोलॉजी ग्रुप होता है। इन दोनों में प्रमुख अंतर मैथ यानी गणित और बायोलॉजी यानी जीव विज्ञान का होता है। अगर आपकी रुचि डॉक्टर या इंजीनियर मैं से इंजीनियरिंग क्षेत्र में जाने की है तो आप मैथ्स ग्रुप का चुनाव करते हैं एवं डॉक्टरी के क्षेत्र में रुचि रखने वाले बायोलॉजी ग्रुप का चुनाव करते हैं।

दोस्तों मैथ्स ग्रुप यानी 11वीं में गणित का चुनाव करने वाले छात्रों को निम्नलिखित विषय को पढ़ना होता है-

  • गणित(mathematics)
  • भौतिक शास्त्र (physics)
  • रसायन शास्त्र(chemistry)
  • अंग्रेजी(english language)/
  • हिंदी (Hindi language)
  • Optional subject

एवं 11वीं में बायोलॉजी ग्रुप यानि जीव विज्ञान चुनने वाले छात्रों को निम्नलिखित विषय पढ़ना होता है-

  • भौतिक शास्त्र (physics)
  • रसायन शास्त्र (chemistry)
  • अंग्रेजी (english language)/
  • हिंदी (hindi language)
  • बायोलॉजी (biology)
  • Optioanl सब्जेक्ट

दोस्तों दोनों में से किसी भी एक का चुनाव करने पर प्रमुख अंतर गणित और बायोलॉजी का ही होता है । भौतिक शास्त्र याने फिजिक्स, रसायन शास्त्र यानी केमिस्ट्री, लैंग्वेज यानी भाषा में  इंगलिश और हिंदी जो अलग अलग राज्य में अलग अलग हो सकता है दोनों ही ग्रुप में सेम विषय होते हैं एवं इसके अलावा आप एक ऑप्शनल सब्जेक्ट का भी चुनाव करते हैं जिसमें कंप्यूटर साइंस, गणित, बायलॉजी, फिजिकल एजुकेशन एवं आर्ट्स या कॉमर्स के भी कोई आप की पसंद के सब्जेक्ट हो सकते हैं।

Mathematics (गणित)

इंजीनियरिंग के क्षेत्र में रुचि रखने वाले एवं उसमें अपना करियर बनाने की सोचने वाले छात्र दसवीं के बाद एक 11वीं में मैथ्स ग्रुप को चुनते हैं। Science stream मे गणित को चुनने वाले छात्र हर प्रकार की परीक्षाओं में बैठने के योग्य हो जाते हैं। आईआईटी जैसे देश की बड़ी परीक्षाओं में भी गणित विषय अनिवार्य होता है।

Biology (जीव विज्ञान)

डॉक्टरी या उससे संबंधित क्षेत्र जैसे फार्मास्यूटिकल्स एग्रीकल्चर आदि से जुड़े क्षेत्र में अपना करियर बनाने की चाह रखने वाले बायोलॉजी ग्रुप को चुनते हैं। बायोलॉजी पढ़कर जियोलॉजिस्ट और आर्कियोलॉजी जैसे क्षेत्रों मे भी जाया जा सकता है। 11वीं में बायोलॉजी में आपको जीव विज्ञान का निचली कक्षाओं की तुलना में और ज्यादा विस्तार से अध्ययन कराया जाता है।

Physics (भौतिक शास्त्र)

आपने मैथ से बायोलॉजी किसी का भी चुनाव किया हो उन दोनों के ही साथ आपको 11वीं में फिजिक्स को पढ़ना होगा। फिजिक्स दोनों ही ग्रुप में कॉमन और कंपलसरी होता है। फिजिक्स में गणित के ज्ञान का भी काफी किया जाता है इसीलिए गणित के साथ इसे पढ़ना आसान हो जाता है।

Chemistry (रसायन शास्त्र)

भौतिक शास्त्र की ही तरह गणित एवं बायलॉजी में से किसी का भी चुनाव करने पर आपको उसके साथ केमिस्ट्री भी पढ़ना होगा। रसायन शास्त्र भी दोनों में कॉमन और कंपलसरी होता है। बायोलॉजी के अध्ययन में रसायन शास्त्र का कई बार उपयोग होता है जिससे बायोलॉजी के साथ इसे पढ़ना इसे आसान और उपयोगी बनाता है।

English (अंग्रेजी)

दोस्तों मेन सब्जेक्ट के साथ-साथ एक लैंग्वेज सब्जेक्ट का भी चुनाव करना आवश्यक होता है आप किस लैंग्वेज को prefer करते हैं आपको उसी लैंग्वेज को चुनना होता है। अंग्रेजी आज के समय में अंतरराष्ट्रीय आर एक काफी उपयोगी भाषा है इसीलिए ज्यादातर छात्र लैंग्वेज सब्जेक्ट में अंग्रेजी को चुनते है।

Hindi (हिंदी)

हिंदी का चुनाव हर किसी के लिए आवश्यक नहीं होता अगर आप हिंदी भाषा के क्षेत्र से हैं तो भाषा विषय में हिंदी को भी चुनते है। जो छात्र हिंदी भाषा क्षेत्र से नहीं है वह अपने क्षेत्र के अपने भाषा का चुनाव कर सकते हैं।

Optional subject (विकल्पइक विषय)

उन सारे सब्जेक्ट के साथ आपको एक ऑप्शनल सब्जेक्ट चुने का भी विकल्प मिलता है। अगर आपने गणित को चुना है एवं साथ ही है आप बायोलॉजी का भी कुछ अध्ययन करना चाहते हैं तो बायोलॉजी का ऑप्शन सब्जेक्ट रूप में चुन सकते हैं। इसी तरह बायोलॉजी चुनने वाले छात्रों के पास भी गणित को ऑप्शन सब्जेक्ट के रूप में चुनने का विकल्प होता है।

इसके अलावा ऑप्शनल सब्जेक्ट में आप आर्स या कॉमर्स किसी भी स्ट्रीम के किसी सब्जेक्ट जैसे इकोनॉमिक्स आदि को चुन सकते हैं। इनके अलावा कंप्यूटर साइंस जिसमें कंप्यूटर साइंस, इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, इंफॉर्मेशन प्रैक्टिस आदि जैसे विषय आते हैं भी ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में काफी पसंद किए जाते हैं। अगर आपकी रूचि खेलों से भी जुड़ी है तो फिजिकल एजुकेशन  भी ऑप्शनल सब्जेक्ट्स में सबसे बेहतर में से एक है। ऑप्शनल सब्जेक्ट आपको किसी एक में सब्जेक्ट में फेल होने पर पास भी करा सकता है।

दोस्तों दसवीं के बाद से ही सभी छात्र इस कंफ्यूजन में रहते हैं कि आगे 11 में एडमिशन के लिए वे किस स्ट्रीम को चुनेंगे। दसवीं के बाद आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस स्ट्रीम मे से अपने लिए सही स्ट्रीम का चुनाव करना बहुत से छात्रों के लिए मुश्किल और कन्फ्यूजिंग होता है। दोस्तों किस स्ट्रीम का चुनाव करें यह छात्र की रूचि एवं वह भविष्य में क्या बनना चाहता है इस बात पर निर्भर करता है।

विषय को कैसे चुने?

दोस्तों साइंस स्ट्रीम का चुनाव वहीं छात्र करते हैं जो मुख्यतः डॉक्टर एवं इंजीनियर या इन्हीं से संबंधित क्षेत्रों जैसे- आर्किटेक्ट,जियोलॉजिस्ट,साइंटिस्ट एवं एस्ट्रोनॉट आदि जैसे प्रोफैशंस का चुनाव करना चाहते हैं। वैसे छात्र जो पढ़ाई में रुचि रखते हैं एवं अपना एक बेहतर भविष्य बनाना चाहते हैं साइंस स्ट्रीम का चुनाव करते हैं जिससे भविष्य में उनके लिए अलग-अलग क्षेत्रों में अपना करियर बनाने का विकल्प खुलता है। Science stream के चुनाव से आप मेडिकल और टेक्निकल फील्ड के अलावा एग्रीकल्चरल फील्ड, टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज, माइक्रोबायोलॉजी, बायो टेक्नोलॉजी आदि जैसे अनेक क्षेत्रों में करियर बनाने के योग्य हो जाते हैं।

Conclusion

आज आपने यह तो जान लिया कि Science mein kaun kaun se subject hote hai (विज्ञान में कौन-कौन से विषय होते हैं) लेकिन किसी भी विषय का चयन करने से पहले पूरी अच्छी तरह से इसके बारे में जान लें तथा आपको भविष्य में क्या बनना है यह भी आपको पता होना चाहिए अन्यथा ऐसा ना हो कि आप 12वीं किसी और विषय से करें और 12वीं के बाद कोई और विषय चुन ले।