आज हम जानेंगे कि राजस्थान की राजधानी क्या है? (Rajasthan ki rajdhani kya hai) या राजस्थान की राजधानी कहां है? (Rajasthan ki rajdhani Khna hai) तथा राजस्थान की राजधानी (capital of Rajasthan) से जुड़ी और भी कई जरूरी जानकारी मैं आपको देने वाला हूं?
दोस्तों हम सभी को ज्ञात है कि आज हमारे भारत देश में कुल 29 राज्य हैं। उन 29 राज्यों में से क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य राजस्थान है जिसका गठन 1 नवंबर 1956 को हुआ था। क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है इसका क्षेत्रफल 342239.74 वर्ग किलोमीटर है, एवं इसकी जनसंख्या 6 करोड़ 85 लाख 48 हजार 437 है।
राजस्थान की राजधानी क्या है? (Rajasthan ki rajdhani kya hai)
Rajasthan ki rajdhani kya hai
Capital of Rajasthan – राजस्थान की राजधानी जयपुर है। जयपुर शहर ही राजस्थान का सबसे बड़ा शहर है। हम सभी जयपुर शहर को पिंक सिटी के नाम से जानते हैं।
The capital of Rajasthan is Jaipur. Jaipur city is the largest city of Rajasthan. We all know Jaipur city as Pink City.
अगर बात करें जयपुर शहर की जयपुर शहर भारत संघ के सबसे बड़े राज्य यानी राजस्थान की राजधानी है साथ ही यह राजस्थान राज्य का सबसे बड़ा शहर भी है जिसे गुलाबी नगरी भी कहा जाता है।
जयपुर को गुलाबी शहर क्यों कहा जाता है?
जयपुर शहर का नाम गुलाबी शहर यहां के महलों और पुराने घरों में लगे गुलाबी धौलपुरी पत्थरों के कारण पड़ा है जो इस शहर के स्थापत्य की खूबी है । इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ प्रिंस ऑफ वेल्स युवराज अल्बर्ट के स्वागत में उस समय के महाराज सवाई राम सिंह द्वारा पूरे शहर को गुलाबी रंग से सजा दिया गया था और उसी समय से जयपुर शहर का नाम गुलाबी शहर पड़ा था।
राजस्थान के राजधानी का नाम जयपुर क्यों रखी गई है?
आमेर के महाराजा सवाई जयसिंह द्वितीय के द्वारा जयपुर शहर की स्थापना की गई थी। राजा जनक जयसिंह द्वितीय के नाम पर ही इस शहर का नाम जयपुर रखा गया था। दोस्तों राजस्थान के जयपुर शहर को वर्ष 2019 में यूनेस्को द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज सिटी (world heritage city) का दर्जा भी दिया गया है।
राजस्थान के राजधानी इतनी प्रसिद्ध क्यों है?
जयपुर शहर समृद्धि भवन निर्माण परंपरा, ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। अरावली पर्वतमाला जो कि राजस्थान की एक हाथी और सबसे पुरानी पर्वत माला में से एक है वह जयपुर शहर को तीन ओर से घेरती है। बात करें जयपुर शहर के कुछ और खूबियों की भारत का जयपुर शहर टूरिस्ट सर्किट गोल्डन ट्रायंगल यानी India’s golden triangle ट्रायंगल का भी हिस्सा है जिस गोल्डन ट्रायंगल में दिल्ली आगरा और जयपुर आते हैं एवं साथ मिलकर में भारत के मानचित्र पर एक त्रिभुज यानी ट्राएंगल्स का आकार लेते हैं।
जयपुर हमारे देश की राजधानी से कितनी दूर है?
जयपुर शहर देश की राजधानी दिल्ली से 280 किलोमीटर दूर स्थित है। आज के आधुनिक शहरी योजनाकार जयपुर शहर को सबसे व्यवस्थित और नियोजित शहरों में से एक मानते हैं। विद्याधर भट्टाचार्य जोकि सबसे प्रतिभाशाली वास्तुकारों में से थे वे जयपुर जयपुर शहर से ही थे। जब भारत पर ब्रिटिश का शासन था उस दौरान इस शहर पर कछुआ समुदाय के राजपूतों का शासन था। 19वीं सदी के शहर का विस्तार शुरू हुआ था उस समय शहर की आबादी आज की तुलना में बहुत कम थी वर्ष 2012 के बाद इस शहर की आबादी 3000000 से अधिक हो चुकी है। धातु उद्योग, संगमरमर उद्योग, वस्त्र छपाई, हस्तकला, आभूषण एवं रत्न का आयात निर्यात एवं सबसे मुख्य पर्यटन इस शहर के मुख्य उद्योगों में शामिल है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर को भारत का पेरिस क्यों कहा जाता है?
इस शहर की कमाल की सुंदरता एवं सजावट के लिए जयपुर शहर को भारत का पेरिस भी कहा जाता है। वास्तु के दृष्टिकोण से यह शहर बिल्कुल परिपूर्ण है। यदि बात करें जयपुर शहर के बनावट की तो यह शहर चारों ओर से दीवारों और परकोटो से घिरा हुआ है क्योंकि जब इस शहर का निर्माण किया जा रहा था तब सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया था।
राजस्थान में पर्यटक स्थल कौन-कौन से हैं?
इस शहर में प्रवेश के लिए 7 दरवाजे बनाए गए थे और बाद में एक और द्वार बनाया गया जिसे न्यू गेट कहा गया। हवा महल, नाहरगढ़ दुर्ग जोकि पहाड़ी पर होने के कारण जयपुर के मुकुट के समान दिखता है, आदि शहर के मुख्य पर्यटन स्थलों में से है। इसके साथ ही जंतर मंतर, सिटी पैलेस, गोविंद देव जी का मंदिर, बीएम बिरला तारामंडल, आमेर का किला, श्री लक्ष्मी जगदीश महाराज मंदिर, सर्गसूली, रामनिवास बाग आदि शहर के पर्यटन आकर्षण का केंद्र है।
राजस्थान की राजधानी की पूरी जानकारी?
दोस्तों जयपुर शहर भारत गणराज्य के क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़े राज्य राजस्थान की राजधानी है। 26 जनवरी 1950 को ऐसे राज्य का नाम राजस्थान स्वीकृत किया गया था। इस राज्य का विधान मंडल एकसदनिय है, विधानसभा में 200 सीटें, राज्यसभा में 10 सीटें और लोकसभा में 25 सीटें हैं। राजस्थान का उच्च न्यायालय यानी हाई कोर्ट जोधपुर हाईकोर्ट है।
यदि बात करे राजस्थान के भौगोलिक स्थिति की तो इसके पश्चिम में पाकिस्तान, दक्षिण पश्चिम में भारत का राज्य गुजरात, दक्षिण पूर्व में मध्य प्रदेश राज्य, उत्तर में पंजाब जो( भारत के अंदर आता है ), उत्तर पूर्व में उत्तर प्रदेश और हरियाणा है। इस राज्य का क्षेत्रफल 132139 वर्ग मील है। अगर बात करें साक्षरता दर की तो वर्ष 2011 की गणना के अनुसार यह 66.11% है।
भौगोलिक विशेषताओं में राजस्थान में पश्चिम में थार मरुस्थल है जो भारत के सबसे प्रसिद्ध मरुस्थल है, साथ ही पश्चिम में घग्गर नदी का अंतिम छोर भी है। अरावली पर्वत श्रेणी जो कि विश्व की पुरातन पर्वत श्रेणियों में प्रमुख है वह राजस्थान में ही है साथ ही वहां की एकमात्र पर्वत श्रेणी भी है। यह पर्यटन का केंद्र है जिसमें माउंट आबू और विश्वविख्यात दिलवाड़ा मंदिर सम्मिलित है। पूर्वी राजस्थान में दो विश्व प्रसिद्ध बाघ अभयारण्य रणथंभौर और सरिस्का है। केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान एकमात्र ऐसा अभयारण्य है जिसे यूनेस्को द्वारा 1985 में विश्व धरोहर का दर्जा दिया गया है। भरतपुर राजस्थान का सबसे नया संभाग है।
क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान राज्य में जैसलमेर सबसे बड़ा जिला है एवं क्षेत्रफल की दृष्टि से धौलपुर राजस्थान का सबसे छोटा जिला है। यदि बात करें राजस्थान में उद्योगों की तो इसमें सूती वस्त्र उद्योग जो कि राजस्थान की सबसे प्राचीन एवं सुसंगठित उद्योगों में से एक है, चीनी उद्योग, सीमेंट उद्योग जिसमें राजस्थान का पूरे भारत में प्रथम स्थान है, कांच उद्योग एवं ऊन उद्योग जिसमें पूरे भारत का 42% ऊन राजस्थान से मिलता है शामिल है, जो कि राज्य की इकोनामी में योगदान करती है।
आरटीडीसी यानी राजस्थान पर्यटन विकास निगम लिमिटेड राजस्थान की सभी पर्यटन से संबंधित जानकारी एवं सेवा लब्ध कराने के उत्तरदाई हैं। विदेशी पर्यटन पूरे भारतवर्ष में सबसे ज्यादा राजस्थान ही आते हैं क्योंकि यह राज्य भारत देश की संस्कृति, वेशभूषा, कला एवं आस्था को दर्शाती है। पर्यटक मुख्य रूप से राजस्थान के सभी प्रसिद्ध राजमहल, मंदिर, एवं लोक कला को देखने आते हैं।