सभी प्रकार के स्कूल, कॉलेज चाहे प्राइवेट हो या सरकारी सब में एक प्रिंसिपल अवश्य नियुक्त होता है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है प्रिंसिपल की सैलरी कितनी होती हैं?
अक्सर जो बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं, या फिर ऐसे छात्र जो भविष्य में एक शिक्षक के तौर पर काम करना चाहते हैं उनके मन में अवश्य ऐसे प्रश्न आते हैं कि प्रिंसिपल को कितनी सैलरी मिलती होगी या प्रिंसिपल की सैलरी कितनी होती है?
लेकिन उन्हें इसके बारे में सटीक जानकारी न मिलने कारण वह इसके बारे में नहीं जान पाते हैं कि वास्तव में एक प्रिंसिपल की सैलरी कितनी हो सकती है।
इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको मुख्य तौर पर प्रिंसिपल की सैलरी के बारे में ही बताने वाले हैं, कि एक प्रिंसिपल को किसी भी स्कूल या कॉलेज में कितनी सैलरी मिलती है?
तो चलिए अब हम जानते हैं आखिरकार प्रिंसिपल की सैलरी कितनी है?
प्रिंसिपल की सैलरी कितनी होती है?
किसी भी जगह प्रिंसिपल की सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि वह किस राज्य में और कौन से स्कूल में प्रिंसिपल है। आमतौर पर एक प्रिंसिपल की शुरुआती सैलरी ₹50,000 से ₹60,000 प्रति माह तक औसतन होती है।
हालांकि यह एक औसतन सैलरी है, इसकी सैलरी इससे ज्यादा हो सकती है, इसकी कोई सीमा नहीं है।
ये प्रिंसिपल के काम करने वाले राज्य और जिस स्कूल या कॉलेज में प्रिंसिपल काम कर रहे हैं, उस पर निर्भर करता है।
अगर साल में प्रिंसिपल की सैलरी की बात की जाए तो इसी हिसाब से 1 साल में प्रिंसिपल की सैलरी औसतन ₹6 लाख रुपए हो जाती है।
इसके अलावा किसी भी प्रिंसिपल की सैलरी उनके कार्यकाल के अनुभव पर भी निर्भर करती है।
किसी भी राज्य के स्कूल या कॉलेज के प्रिंसिपल की सैलरी उसके कार्यकाल के अनुभव पर भी निर्भर करती अर्थात उनका कार्यकाल जीतने वर्ष का होगा, उसके अनुसार प्रिंसिपल की सैलरी में बढ़ोतरी होगी-
Experience | Salary |
Less than a year | Rs. 570000 |
1-4 years | Rs. 504000 |
5-9 years | Rs. 497000 |
10-19 years | Rs. 645000 |
20 years or more | Rs. 793000 |
स्कूल में प्रिंसिपल की सैलरी कितनी होती है?
किसी भी स्कूल में प्रिंसिपल की सैलरी range 71,000 रूपये से 1,59,000 रूपये प्रतिमाह तक होती है।
हालांकि यह सैलरी स्कूल किस राज्य में और एवं किस स्थान पर स्थित है इस पर भी निर्भर करती है।
मैंने आपको केवल एक स्कूल में प्रिंसिपल के एवरेस्ट सैलरी बताई है, किसी भी स्कूल के प्रिंसिपल की सैलरी उसे स्कूल के ऊपर निर्भर करती है कि वह अपने प्रिंसिपल को कितनी सैलरी देता है।
जैसे कि आपको पता है स्कूल भी दो तरह के होते हैं प्राइवेट और सरकारी।
सरकारी स्कूलों में प्रिंसिपल को सैलरी के साथ-साथ वेतन भत्ते आदि कई तरह के सुविधा मिलती हैं।
इसके अलावा प्राइवेट स्कूलों में प्रिंसिपल को केवल एक अच्छी खासी सैलरी मिलती है वह भी स्कूल पर निर्भर करती है कि वह अपने प्रिंसिपल को कितनी सैलरी देगा।
सरकारी सुविधाएं जैसे महंगाई भत्ता एवं सेवानिवृत होने पर पेंशन आदि केवल एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को ही मिलती है।
तो चलिए इसके बारे में थोड़ा विस्तार से हम जानते हैं कि सरकारी स्कूल और प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल की सैलरी कितनी है।
सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल की सैलरी कितनी होती है?
₹ 5.9 Lakhs से ₹ 17.2 Lakhs रुपए औसतन सालाना एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को सैलरी मिलती है हालांकि यह सैलरी सभी राज्यों के अनुसार अलग-अलग भी हो सकती है।
किसी भी सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल की सैलरी उसे स्कूल और वह स्कूल किस राज्य में स्थित है इस बात पर भी निर्भर करता है।
उदाहरण के तौर पर बात की जाए तो, ₹ 13.9 Lakhs से ₹ 16.9 Lakhs रुपए केरल में एक गवर्नमेंट स्कूल के प्रिंसिपल को मिलती है।
ठीक उसी प्रकार अन्य राज्यों में भी सरकार के द्वारा सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल की सैलरी अलग-अलग हो सकती है ऐसा कोई निर्धारण नहीं है कि सभी राज्यों में समान सैलरी हो।
जैसा कि मैंने उदाहरण में केरल राज्य को बताया, केरल की शिक्षा व्यवस्था बहुत बेहतर है इस वजह से यहां की सरकार के द्वारा यहां के शिक्षण संस्थानों के प्रिंसिपल यानी स्कूलों के प्रिंसिपल को अच्छी खासी सैलरी दी जा रही है।
वहीं अगर बिहार, उत्तर प्रदेश आदि जैसे राज्यों की बात की जाए तो इन सभी राज्यों में केरल की तुलना में प्रिंसिपल की सैलरी कम ही होगी क्योंकि इन सभी राज्यों में शिक्षण संस्थाओं का अभी तक केरल की तरह विकास नहीं हुआ है।
प्राइवेट स्कूल में प्रिंसिपल की सैलरी कितनी होती है?
₹ 2.2 Lakhs से ₹ 20.5 Lakhs रुपया सैलरी प्राइवेट स्कूल में प्रिंसिपल को हमारे भारत में दी जा रही है हालांकि यह एक औसतन सैलरी है, ये सैलरी इससे ज्यादा और कम भी हो सकती है।
किसी भी प्राइवेट स्कूल की सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि उस स्कूल की आय कितनी है। स्कूल जितना ज्यादा विकसित और एडवांस होगा उतनी अधिक सैलरी प्रिंसिपल की होगी।
कई सारे ऐसे भी प्राइवेट स्कूल होते हैं, जो बहुत बड़े और विकसित प्रसिद्धि प्राप्त स्कूल होते हैं। जिनमें एडमिशन पाने के लिए छात्रों को अधिक से अधिक पैसे देने होते हैं उन स्कूलों के प्रिंसिपल की सैलरी महीने में लाखों रुपए तक होती है।
कॉलेज में प्रिंसिपल की सैलरी कितनी होती है?
₹ 2.0 Lakhs से ₹ 18.0 Lakhs एवरेज सैलरी हमारे भारत में कॉलेज के प्रिंसिपल की होती है हालांकि कॉलेज के प्रिंसिपल की सैलरी भी सभी राज्यों के अनुसार अलग-अलग होती है।
किसी भी कॉलेज के प्रिंसिपल की सैलरी उस राज्य के सरकार द्वारा तय की जाती है, हालांकि प्रिंसिपल की सरकार द्वारा तय करना केवल सरकारी कॉलेज में ही मान्य है, प्राइवेट कॉलेज में प्राइवेट संस्थान वहां के प्रिंसिपल की सैलरी तय करते हैं।
सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल को सैलरी का अलावा भी अन्य कई सारी सुविधाएं मिलती है एवं रिटायर्ड होने के बाद सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल को पेंशन भी मिलती है।
FAQ
एक औसतन आंकड़े के अनुसार किसी भी स्कूल या कॉलेज के प्रिंसिपल को एक महीने में लगभग 70,000 से लेकर 1,50,000 रुपए तक सैलरी मिलती है।
किसी भी स्कूल या कॉलेज का प्रिंसिपल बनने के लिए आपके पास बीए, बीएड या फिर बीएससी आदि जैसी डिग्री रहनी चाहिए और आपके पास शिक्षक के रूप में काम करने का अनुभव रहना चाहिए।
हमारे भारत में किसी भी कॉलेज के प्रिंसिपल का वेतन ₹100000 से लेकर 30 लाख रुपए तक है।
सारांश
किसी भी राज्य या स्थान पर एक प्रिंसिपल की सैलरी निर्भर करती है, और उसके पास एक्सपीरियंस कितना है इस पर भी निर्भर करती है।
अगर एक प्रिंसिपल की औसतन सालाना सैलरी के बाद की जाए तो लगभग 6 लाख से रुपए से लेकर 7 लाख रुपए तक एक प्रिंसिपल की औसतन सैलरी होती है।
हालांकि यह सैलरी इस से ज्यादा और कम भी हो सकती है यह सभी उस प्रिंसिपल के काम करने के एक्सपीरियंस, स्थान, स्कूल, कॉलेज आदि पर निर्भर करता है कि वह प्रिंसिपल को कितनी सैलरी देते हैं।
मैंने आपको सभी स्कूल, कॉलेज आदि के बारे में एक विस्तार पूर्वक विवरण इस आर्टिकल में दिया है कि आपको एक प्रिंसिपल के तौर पर सैलरी कितनी मिलती है।
आशा करती हूं हमारे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न को कमेंट करके मुझसे अवश्य पूछे।