M.Sc की पूरी जानकारी- कॉलेज, फीस, विषय, फायदे, योग्यता | M.Sc in hindi

आज हम एमएससी के बारे में पूरे विस्तार से जानेंगे जैसे कि M.sc क्या है?, M.sc कैसे करें?, एमएससी (M.sc) करने के फायदे क्या है?, एमएससी (M.sc) में कौन-कौन से विषय होते हैं? इत्यादि

दोस्तो आज के इस प्रतिस्पर्धा पूर्ण समय में हर किसी के लिए शिक्षा का महत्व काफी बढ़ चुका है। आज के समय में जो भी व्यक्ति किसी भी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहता है तो उसके लिए उसका शिक्षित होना बहुत जरूरी है। आज के समय में युवाओं के बीच सबसे लोकप्रिय करियर प्रोफेशन में डॉक्टर और इंजीनियर जैसे प्रोफैशंस का नाम आता है, परंतु इनके अलावा भी पढ़ाई के क्षेत्र में और कई ऐसे courses और विकल्प मौजूद हैं जिन्हें छात्र चुनते हैं, और आगे चलकर उनमें अपना अच्छा करियर बना सकते हैं।

हर युवा अपनी पढ़ाई पूरी  करने के बाद एक अच्छी नौकरी पाना चाहता है जिससे वह सही तरीके से अपना भविष्य सुनिश्चित कर सके। परंतु आज के प्रतिस्पर्धा पूर्ण माहौल में उन्हीं को चुना जाता है जिनके पास ज्यादा ज्ञान, अनुभव और skills हो जिस कारण हर क्षेत्र में ज्यादा पढ़े लिखे अनुभवी और डिग्री होल्डर्स की मांग रहती है। इसीलिए यह जरूरी हो जाता है कि आपके पास एक अच्छी और काम की डिग्री हो। दसवीं पास करने के बाद अभ्यार्थी 11वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी करते हैं, और 12वीं पूरी हो जाने के बाद अभ्यार्थी ग्रेजुएशन करते हैं। Graduation की डिग्री बैचलर की डिग्री होती है, जिसमें बैचलर ऑफ साइंस, बैचलर ऑफ आर्ट्स और बैचलर ऑफ कॉमर्स आते हैं।

M.Sc की पूरी जानकारी- कॉलेज, फीस, विषय, फायदे, योग्यता

ग्रेजुएशन पूरी कर लेने के बाद आगे उसी क्षेत्र में और पढ़ाई करने  की इच्छा रखने वाले अभ्यार्थी ग्रेजुएशन के बाद पोस्ट ग्रेजुएशन करते हैं। जिन अभ्यर्थियों ने ग्रेजुएशन में साइंस यानी विज्ञान के किसी विषय का चुनाव किया होगा वह पोस्ट ग्रेजुएशन भी साइंस के उसी विषय से करेंगे। ग्रेजुएशन साइंस के किसी सब्जेक्ट से करने पर उसे b.sc कहा जाता है और पोस्ट ग्रेजुएशन उसी विषय में करने पर उसे m.sc कहा जाता है। 

आज इस लेख में हम m.sc के बारे में विस्तार से जानेंगे। m.sc क्या है, इसे कैसे करें, इसके फायदे इत्यादि के बारे में एक-एक करके चर्चा करेंगे।

M.sc क्या है? (What is M.sc in hindi)

आसान शब्दों में कहा जाए तो जैसा कि इसके नाम से ही ज्ञात होता है कि यह एक मास्टर्स की डिग्री है। एमएससी एक प्रोफेशनल पोस्ट ग्रेजुएशन का डिग्री कोर्स है, एमएससी का कोर्स करने के लिए आपको पहले बीएससी का कोर्स करना जरूरी होता है। जाहिर है एमएससी वहीं छात्र करते हैं जिन्होंने 12वीं के बाद ग्रेजुएशन में साइंस यानी विज्ञान के किसी विषय से बीएससी की हो। विज्ञान के अंतर्गत आने वाले विषयों जैसे भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, खगोल विज्ञान, दवा रसायन एवं अन्य कई और विषय में स्नातक हो जाने के बाद कोई भी अभ्यर्थी एमएससी की डिग्री में  दाखिला ले सकते हैं।

पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री को किसी विशेष विषय में संपूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए जाना जाता है। आप बीएससी में जिस विषय की पढ़ाई करते हैं, एमएससी के दौरान आपको उसी विषय में और गहन अध्ययन कराया जाता है। भारत में जितनी भी यूनिवर्सिटी यानी विश्वविद्यालय है उन सभी में मास्टर डिग्री की शिक्षा प्रदान की जाती है। एक डिग्री के तौर पर एमएससी की डिग्री का अपने सब्जेक्ट विशेष में काफी महत्व होता है।

दसवीं पूरी हो जाने के बाद आपको साइंस, आर्ट्स और कॉमर्स में से किसी एक स्ट्रीम का चुनाव करना होता है, जिसमें आप 11वीं और 12वीं की पढ़ाई करते हैं, आपने जिस भी स्ट्रीम का चुनाव किया, आप उसके विषय में 12वीं की परीक्षा देते हैं। 12वीं पूरी हो जाने के बाद ग्रेजुएशन में दाखिला लेने पर आपको कोई एक विषय चुनना होता है यदि आपने उसमें साइंस का कोई विषय चुना होगा तो आप बीएससी आनी बैचलर ऑफ साइंस का कोर्स करते हैं और ग्रेजुएशन पूरी हो जाने के बाद उसी सब्जेक्ट में पोस्ट ग्रेजुएशन करने पर आप एमएससी यानी मास्टर ऑफ साइंस का कोर्स करते हैं।

आपने अपनी बीएससी यानी बैचलर ऑफ साइंस की पढ़ाई जिस कॉलेज या जिस यूनिवर्सिटी से की थी अपनी एमएससी का कोर्स भी आप उसी कॉलेज या यूनिवर्सिटी से कर सकते हैं। मास्टर कि यह डिग्री उन सभी विश्वविद्यालयों में कराई जाती है जो अलग-अलग क्षेत्र में समान अवधि एवं विभिन्न विषय पर आधारित होते हैं। एमएससी का कोर्स साइंस यानी विज्ञान के विषयों के अलग-अलग क्षेत्र में आपके पसंद के विषय पर विशेष शिक्षा प्राप्त करने का अवसर देता है।

M.sc का full form

M.sc का फुल फॉर्म master of science( मास्टर ऑफ साइंस) है। संक्षिप्त नाम में इसे M.sc कहा जाता है। हिंदी में  इसे विज्ञान में प्रवीण कहा जा सकता है। MSc यानी master of science को हिंदी भाषा में विज्ञान स्नातकोत्तर भी कहा जाता है क्योंकि जाहिर तौर पर यह विज्ञान के क्षेत्र में स्नातक की डिग्री प्राप्त कर लेने के बाद किया जाता है।

BSc का कोर्स पूरा कर लेने के बाद छात्र एमएससी  की और देखते हैं। एमएससी को मास्टर डिग्री के नाम से जाना जाता है, इसी नाम से यह छात्रों के बीच लोकप्रिय है। परंतु मास्टर की डिग्री सिर्फ एमएससी को ही नहीं बल्कि M.A और M.com को भी कहा जाता है। मतलब बैचलर की डिग्री पूरी कर लेने के बाद आप मास्टर की डिग्री कर सकते हैं, यदि आपने आर्ट्स के किसी विषय से बैचलर की डिग्री यानी बीए किया होगा तब मास्टर्स की डिग्री में आप m.a. करते हैं। यदि आपने कॉमर्स के किसी विषय से बैचलर की डिग्री यानी बीकॉम किया होगा तब मास्टर्स की डिग्री में आप एमकॉम करते हैं। विज्ञान के किसी विषय में बैचलर की डिग्री यानी b.sc करने पर आप मास्टर्स की डिग्री में एमएससी करते हैं।

M.sc कैसे करें?

एमएससी करने के लिए सबसे पहले तो आपको बीएससी की पढ़ाई पूरी करनी जरूरी होती है।

दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद 11वीं और 12वीं में आप साइंस स्ट्रीम  का चुनाव करें। इसके लिए यह जरूरी होता है कि आप अच्छे से पढ़ाई करें और साइंस यानी विज्ञान में आपकी रूचि हो।

12वीं पूरी कर लेने के बाद आपको ग्रेजुएशन में दाखिला लेना होता है जिसमें आपको कोई एक विषय चुनना होता है जिसमें आप उस विषय का चुनाव करें जिसमें आप अच्छे हैं और जिसमें आपकी रुचि है।

ग्रेजुएशन में उस विषय की अच्छे से पढ़ाई करके ग्रेजुएशन की परीक्षा दे, और उसके बाद एमएससी में दाखिला लेने के लिए इसके लिए आयोजित एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करके एंट्रेंस एग्जाम दे और उसे पास करें। उसके बाद आपका दाखिला एमएससी में हो जाता है।

M.sc में कितने सब्जेक्ट होते हैं? | Subject in M.sc

यदि बात करें  की एमएससी में  कुल कितने सब्जेक्ट होते हैं, तो एमएससी में आपको विज्ञान के अंतर्गत आने वाले सारे विषय पढ़ाए जाते हैं। क्योंकि एमएससी साइंस यानी विज्ञान का कोर्स है इसलिए इसके अंतर्गत आपको उन्हीं सब चीजों के बारे में और उन्हीं विषयों को पढ़ाया जाता है जो विज्ञान से संबंधित हो इस कोर्स के दौरान आपको इन चीजों के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता है। बीएससी के दौरान विज्ञान के क्षेत्र में आपका जो भी विषय रहा हो आप उसी में एमएससी करते हैं और उसी के बारे में और गहन अध्ययन करते हैं।

एमएससी के अंतर्गत पढ़ाई जाने वाले विषयों में से कुछ निम्नलिखित हैं –

  • भौतिक विज्ञान/भौतिक शास्त्र (physics)
  • रसायन विज्ञान/रसायन शास्त्र (chemistry)
  • जीव विज्ञान (biology)
  • बायोकेमिस्ट्री(biochemistry)
  • बॉटनी(botany)
  • कंप्यूटर साइंस(computer science)
  • एनवायरमेंटल साइंस(environmental science)
  • इलेक्ट्रॉनिक्स(electronics)
  • मैथमेटिक्स(mathematics)
  • जूलॉजी(zoology)
  • Atmospheric science
  • क्लीनिकल साइकोलॉजी (clinical psychology)

यह सारे कुछ मुख्य विषय हैं जिन्हें छात्र एमएससी के दौरान चुनते हैं उपयुक्त विषयों में ही ज्यादातर छात्र अपनी बीएससी यानी बैचलर ऑफ साइंस की पढ़ाई करते हैं जिसके बाद एमएससी में छात्र अपने बीएससी के विषय को चुनते हैं। इन सारे विषयों के अलावा साइंस के अंतर्गत आने वाले अन्य दूसरे विषय  को भी एमएससी के दौरान  पढ़ा जाता है।

एमएससी के अंतर्गत आपको विज्ञान के अंतर्गत आने वाले विषय पढ़ने होते हैं जिनमें से किसी एक विषय का चुनाव करके  आप उसमें स्पेशलिस्ट बन सकते हैं। आप अलग-अलग विषयों में से किसी एक में स्पेशलाइजेशन ले सकते हैं। विज्ञान के ही अंतर्गत अलग-अलग क्षेत्रों में  स्पेशलाइजेशन के लिए निम्नलिखित कोर्स है-

  • Master of science in engineering management
  • Master of science in physics
  • Master of science in finance
  • Master of science in chemical technology
  • Master of science in management systems
  • Master of science in pharmaceutical operations and management
  • Master of science in consciousness studies
  • Master of science in manufacturing management
  • Master of science in corporate communication
  • Master of science in accounting
  • Master of science in software engineering
  • Master of science in taxation
  • Master of science in telecommunications software engineering
  • Master of science in information technology
  • Master of science in nursing

उपयुक्त सभी एमएससी के दौरान स्पेशलाइजेशन के कोर्स है। ऊपर दिए गए में से  किसी में एमएससी करके आप उसके स्पेशलिस्ट बन सकते हैं।

M.sc के लिए कितने
परसेंट चाहिए? | Percentage required for M.sc

यदि बात की जाए एमएससी करने के लिए आपको बीएससी में कितने प्रतिशत अंक लाने की आवश्यकता होती है तो अपने विषय में आपका ग्रेजुएशन में 55% से 60% अंक होने चाहिए। सबसे जरूरी तो यह होता है कि आप अपने विषय में कम से कम अंकों के साथ ही परंतु, पास होने चाहिए। जब आप एमएससी में दाखिला लेते हैं तो आपका दाखिला दो तरीके से हो सकता है। पहला, आपको किसी कॉलेज में एमएससी में दाखिला लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम देकर उसमें पास होना होता है और दूसरा मेरिट बेसिस पर आपका दाखिला हो जाता है जिसके लिए ग्रेजुएशन में आपके जितने अधिक अंक हो आपके लिए उतना ही बेहतर है। Sc-st यानी अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति कोई इसमें छूट दी जाती है।

एमएससी करने के लिए आपका पहले बीएससी करना अनिवार्य होता है। आप 12वीं के बाद सीधा एमएससी नहीं कर सकते। 12वीं के बाद पहले बीएससी करेंगे उसके बाद एमएससी में दाखिला लेंगे। साइंस स्ट्रीम के किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री इसमें दाखिला लेने के लिए अनिवार्य है।इसीलिए आपने 12वीं में कितने प्रतिशत अंक लाए हैं एमएससी के लिए यह मायने नहीं रखता।

अंको के अलावा अगर आपकी वाकई पढ़ने में रुचि है और आप सही तरीके से एमएससी की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपके पास अन्य कुछ स्किल्स का होना भी जरूरी हो जाता है।जिस प्रकार वर्तमान में अंग्रेजी का उपयोग हर क्षेत्र में काफी बढ़ चुका है इसलिए आपके पास बेहतर अंग्रेजी स्किल होनी चाहिए साथ ही आपके पास बेहतर कम्युनिकेशन स्किल का होना भी जरूरी हो जाता है।

M.sc कितने साल का कोर्स है? | M.sc course duration

सामान्य तौर पर एमएससी कोर्स को करने की अवधि 2 वर्ष की होती है। यानी 3 वर्ष की अवधि वाले अपने ग्रेजुएशन के कोर्स को करने के बाद आप आपको एमएससी में दाखिला लेने पर और 2 वर्ष अपने सब्जेक्ट की पढ़ाई करनी होती है। इस 2 वर्ष की अवधि में कोई 4 सेमेस्टर होते हैं। कुछ कॉलेजों में इस कोर्स की अवधि में थोड़ा अंतर हो सकता है परंतु ज्यादातर कॉलेज से एमएससी करने पर आपको 2 वर्ष का ही समय देना होता है।

एमएससी का कोर्स  आप रेगुलर तरीके से भी कर सकते हैं और डिस्टेंस तरीके से भी कर सकते हैं। दोनों ही तरीके से इस कोर्स को करने पर आपकी अवधि 2 वर्ष की ही रहती है। बस, रेगुलर में आपको नियमित कॉलेज जाना होता है और डिस्टेंस से करने पर आप नियमित रूप से कॉलेज नहीं जाते हैं।

M.sc करने के फायदे | Benifit of M.sc

क्योंकि एमएससी का कोर्स एक मास्टर की डिग्री है इसीलिए इसे पूरा करने के कई फायदे हैं। इस कोर्स को पूरा करने के बाद अभ्यार्थी को कुछ विशेष अधिकार मिल जाते हैं जिससे उसे किसी विशेष डिग्री की तैयारी करने के लिए मौका मिलता है। यह कोर्स विद्यार्थियों को अपने मनपसंद इंडस्ट्री में करियर बनाने का अवसर प्रदान करता है।

सबसे पहले तो अपनी एमएससी पूरी कर लेने के बाद आप एक पोस्ट ग्रैजुएट अभ्यार्थी बन जाते हैं जिससे कहीं पर डिग्री पूछे जाने पर आपको ज्यादा महत्व दिया जाता है।

एमएससी के दौरान आपको अपने चुने हुए विशेष विषय में डीप नॉलेज दी जाती है इसीलिए एमएससी डिग्री कोर्स आपको अपने विषय विशेष में अच्छा जानकार और उसका एक्सपर्ट बना देता है।

एक एमएससी डिग्री होल्डर होने पर आपको बड़े कंपनियों और बड़े संस्थानों के साथ  ऊंचे पदों पर जॉब करने का अवसर मिल सकता है। इस कोर्स को करने के बाद आपको किसी बड़े रिसर्च कंपनी में रिसर्च करने का मौका भी मिल सकता है।

अपनी एमएससी पूरी कर लेने के बाद यदि आप NET और SET जैसी परीक्षाओं को देकर उसे क्लियर कर लेते हैं तो आप एक प्रोफेशनल टीचर बनकर  अध्यापन का कार्य भी कर सकते हैं।

DRDO, भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर आदि जैसे रिसर्च इंस्टिट्यूट में करियर बनाने का ऑप्शन भी आपको एमएससी करने के बाद मिल सकता है।

इसे कर लेने के बाद आप यूपीएससी या इस जैसी अन्य परीक्षाओं के लिए भी आसानी से अप्लाई कर सकते हैं।

M.sc के बाद करियर | jobs after M.sc

यदि आपने अपनी एमएससी की पढ़ाई पूरी कर ली है तो इसके बाद आपके लिए उच्च शिक्षा एवं सेंटिफिक स्तर पर कैरियर बनाने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती है। नौकरी पाने के दृष्टिकोण से m.sc एक अच्छा और महत्वपूर्ण डिग्री कोर्स है।

Job profiles मेंएमएसजी पूरी कर लेने के बाद आपके लिए उपलब्ध विकल्पों में से कुछ निम्नलिखित है –

  • Lab technician
  • Field officer
  • Scientist
  • डॉक्टर
  • Geneticist
  • Lecturer
  • Research assistant
  • Marine geologist
  • Laboratory technician
  • Junior software enginee
  • मैनेजर
  • क्लीनिकल रिसर्च स्पेशलिस्ट
  • Researcher and accountant
  • Statistician
  • प्रोफेसर
  • Assistant professor
  • Quantitative developer

आपके पास उपयुक्त जॉब प्रोफाइल्स का विकल्प रहता है। इसके अलावा आप मेडिकल लैबोरेट्रीज, सरकारी हॉस्पिटल, एग्रीकल्चर रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन, बायो मेडिकल केमिस्ट, वाइल्डलाइफ एंड फिशिंग डिपार्टमेंट इत्यादि में भी कार्यरत हो सकते हैं।

M.sc के लिए कॉलेज | College for M.sc

देश के जितने भी मुख्य विश्वविद्यालय हैं उनमें से किसी से भी आप एमएससी का कोर्स कर सकते हैं। एमएससी का कोर्स देश के सभी छोटे बड़े और मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों में उपलब्ध होती है। आपने जिस कॉलेज से बीएससी का कोर्स किया होगा आप उससे भी एमएससी कर सकते हैं।

कुछ कॉलेजों में एमएससी में दाखिला लेने के लिए आपको एंट्रेंस एग्जाम देना होता है। लगभग सारे प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी और संस्थान दाखिले के लिए प्रतियोगी परीक्षा का आयोजन करते हैं। देश के प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा आयोजित एंट्रेंस परीक्षा में

  • IIT JAM
  • JNU M.sc entrance exam
  • BHU entrance exam
  • JNTU
  • DUET

इत्यादि जैसे एंट्रेंस परीक्षाओं का नाम आता है।

M.sc के लिए कॉलेज फीस | M.sc college fees

एमएससी का कोर्स करने के लिए आपके पास सरकारी कॉलेज या प्राइवेट कॉलेज में से चुनने का विकल्प होता है। ज्यादातर छात्र इस प्रकार के कोर्स को करने के लिए एक सरकारी कॉलेज को चुनना ही पसंद करते हैं। इसका सीधा और आसान कारण है सरकारी कॉलेज की फीस। प्राइवेट कॉलेजों की तुलना में सरकारी कॉलेज से बहुत ही कम खर्चे से आप एमएससी कर सकते हैं।

सरकारी कॉलेज से एमएससी करने पर औसतन खर्चा 25000 से 70000 तक रहता है। अलग-अलग कॉलेज में यह कुछ अलग अलग हो सकता है। कुछ सरकारी कॉलेज  की फीस और भी कम हो सकती है। वही एक प्राइवेट कॉलेज से इस कोर्स को करने का खर्च 100000 से 500000 तक भी जा सकता है जोकि काफी ज्यादा है।