अगर आपने अपने आईटीआई के पढ़ाई पूरी कर ली है या आईटीआई के पढ़ाई कर रहे हैं तो ऐसे में आपने सुना होगा कि आप आईटीआई करने के बाद अप्रेंटिस कर सकते हैं और उसके बाद सीटीआई कर सकते हैं।
जिससे कि नौकरी मिलने की संभावना बहुत हद तक बढ़ जाती है।लेकिन आपको इसकी जानकारी नहीं है कि आप iti ke baad apprentice kaise kare.
आज मैं आपको पूरी जानकारी दूंगा कि आप आईटीआई करने के बाद अप्रेंटिस कैसे कर सकते हैं?
अप्रेंटिस क्या है? (What is Apprentice in hindi)
अप्रेंटिस एक प्रकार का ट्रेनिंग शिक्षा प्रणाली है जिसके तहत बच्चों को प्रैक्टिकल काम करने सिखाया जाता है। उन्हें सिखाया जाता है कि टेक्नीशियन को असल जिंदगी में कैसे काम करने होते हैं।
किताबी शिक्षा से थोड़ी दूर ले जाकर उन्हें हरे चीज का प्रैक्टिकल नॉलेज दिया जाता है।
उन्हें एक वर्कर की तरह काम करने से खाया जाता है ताकि भविष्य में वह जिस भी कंपनी में काम करें वहां उन्हें काम करने में किसी भी प्रकार की कोई भी परेशानी ना हो।
अप्रेंटिस करने के दौरान बच्चों को महीने का वेतन भी दिया जाता है ताकि वे अपने दैनिक जीवन के छोटे मोटे खर्चे निकाल सके।
अप्रेंटिस कैसे करें?
आप अपरेंटिस सरकारी और गैर सरकारी दोनों में से किसी भी संस्थान से कर सकते हैं लेकिन आपके लिए बेहतर यही होगा कि कोशिश करें किसी सरकारी से ही अपने अपरेंटिस कोर्स को पूरा करें।
भारत के हर राज्य में अप्रेंटिस कोर्स को कराने के लिए बहुत से संस्था खुले हैं आपको बस थोड़ी मेहनत करके इन जगहों का पता लगाना होगा और अपने अपरेंटिस ट्रेनिंग को पूरा करना होगा।
अप्रेंटिस ट्रेनिंग करने के लिए आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन कर सकते हैं लेकिन आपका सिलेक्शन हो जाने के बाद आपको हर दिन कॉलेज जाना होगा।
अप्रेंटिस कोर्स कितने साल का होता है
अपरेंटिस कोर्स 1 साल से लेकर दो साल के बीच होता है या पूरी तरह निर्भर करता है आपके कॉलेज पर और आपके ऊपर कि आप किस क्षेत्र से अप्रेंटिस कर रहे हैं।
अप्रेंटिस करने के फायदे (Benifit Of Apprentice in hindi)
अगर आप अपरेंटिस करते हैं तो इससे आपको बहुत से अलग-अलग प्रकार के फायदे होते हैं जैसे कि
- अप्रेंटिस करने के दौरान आपको प्रैक्टिकल प्रशिक्षण दी जाती है ताकि जब भी आप नौकरी के लिए कहीं बाहर जाएं दूसरे कंपनी में जाएं तो वहां आपको काम करने में आसानी हो।
- अप्रेंटिस कोर्स को केंद्र के मान्यता प्राप्त होती है यानी कि भारत सरकार भी अपरेंटिस कोर्स को पूरी मान्यता देता है।
- अप्रेंटिस करने के दौरान बच्चों को महीने का वेतन भी दिया जाता है ताकि वे अपने घरेलू खर्चे को निकाल सके और पढ़ाई करने के साथ-साथ थोड़ी पैसे भी कमा पाए।
- अप्रेंटिस करने के दौरान बहुत अधिक संभावनाएं होते हैं कि आप जहां से भी अपरेंटिस कर रहे हैं वहीं पर आपके नौकरी लग जाए।
- बहुत सी ऐसी कंपनियां है जिसमें नौकरी पाने के लिए आपके पास अपरेंटिस कोर्स के सर्टिफिकेट होना बेहद जरूरी होता है इसके बिना आप वहां नौकरी नहीं पा सकते।
अप्रेंटिस करना क्यों जरूरी है
अब सवाल यह उठता है कि हम अपरेंटिस क्यों करें क्या इसके बिना हम एक अच्छी नौकरी नहीं कर सकते तो आइए जानते हैं कि हमें अपरेंटिस क्यों करनी चाहिए।
बच्चे आईटीआई और डिप्लोमा तो कर लेते हैं लेकिन इसमें बच्चों को सही तरीके से ट्रेनिंग नहीं मिल पाता है जिसके वजह से वे जब भी किसी कंपनी में नौकरी के लिए आवेदन करते हैं उनका सिलेक्शन नहीं हो पाता है।
अगर आप अपरेंटिस कर लेते हैं तो इससे कंपनियों को यह पता चलता है कि आपने अपने ट्रेनिंग अच्छी तरह से की है इससे आपको नौकरी मिलने की संभावना बहुत हद तक बढ़ जाती है।
Conclusion
बच्चों वैसे तो आज के समय में बहुत से ऐसे विद्यार्थी है जिनके पास डिग्री तो है लेकिन उन्हें काम कुछ भी नहीं आता है वह बस अपने टेक्निकल डिग्री लेकर घूम रहे हैं जैसे की आईटीआई की डिग्री डिप्लोमा की डिग्री।
लेकिन इतना काफी नहीं है क्योंकि अब वह समय नहीं रहा कि कंपनी आपके डिग्री को देखकर आपको नौकरी देगी अब वह आपसे काम की उम्मीद करते हैं यानी कि आपको काम भी अच्छी तरह से आना चाहिए
अगर आपको काम नहीं आएगा तो कंपनी के द्वारा आपको काम सिखाने में है बहुत ज्यादा वक्त लग जाएगा जिससे कि कंपनी को इससे नुकसान होगा।
और कंपनी अपने नुकसान बिल्कुल भी नहीं करना चाहेगी कंपनी हमेशा ऐसे ही बच्चों को ढूंढेंगी जिस बच्चे ने पहले से ही अच्छी ट्रेनिंग ली हुई है।
तो आज हमने जाना कि हम आईटीआई करने के बाद अपरेंटिस कैसे कर सकते हैं।
अप्रेंटिस से जुड़ी यदि आपके मन में कोई सवाल है जो कि आप हम से पूछना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट सेक्शन में पूछ सकते हैं।
मैं जितनी जल्दी हो सके आपके सवाल का जवाब देने की कोशिश करूंगा।
यहां तक पढ़ने के लिए आप सभी लोगों का बहुत-बहुत धन्यवाद मुझे उम्मीद है कि आप को इससे काफी कुछ सीखने को मिला होगा।
Me bhi apprentice ketna chahta hu