सिविल इंजीनियर का क्या काम होता है?

अगर आप सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं या सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहते हैं ऐसे में आपके मन में एक सवाल आता होगा कि आखिरकार Civil Engineering ka kya kaam hota hai.

हम सभी को यह तो पता होता है कि जब भी कोई बड़े बड़े पुल बिल्डिंग्स बांध बनाए जाते हैं उस वक्त सिविल इंजीनियर को ही काम में लिया जाता है।

लेकिन आखिरकार इन सब जगह में सिविल इंजीनियर का काम क्या होता है वह क्या करते हैं वहां पर जाकर मैं इन्हें सब कुछ प्रश्नों के उत्तर देने की कोशिश करूंगा।

एक बिल्डिंग बनाने में सिविल इंजीनियर का काम

जब भी कोई बिल्डिंग्स या एक अच्छी बड़ी घर बनाई जाती है तो उस वक्त सिविल इंजीनियर का ही सहारा लिया जाता है।

बिना इंजीनियर की सहायता से एक घर को अच्छी मजबूत टिकाऊ बनाना मुमकिन नहीं है। आइए जानते हैं कि वहां एक सिविल इंजीनियर का क्या काम होता है।

सिविल इंजीनियर का क्या काम होता है (What is work of civil engineer)

सिविल इंजीनियर का काम बहुत ही मेहनत वाला होता है उन्हें कंस्ट्रक्शन के शाम को करना होता है इस काम के लिए उन्हें बहुत ही ज्यादा सजग और सचेत रहना होता है क्योंकि कंस्ट्रक्शन का काम बहुत ही कठिन होता है।कंस्ट्रक्शन में आपको विभिन्न प्रकार के कामों को करना होता है जैसे कि

survey report,map,

सिविल इंजीनियर को अपने प्रोजेक्ट के लिए प्लान बनाना होता survey report और map बनाना होता है।

make 2D-3D project drawing

Civil Engineer project को बनाने से पहले 3D और 2D में इस प्रोजेक्ट को अलग-अलग सॉफ्टवेयर में तैयार करते हैं इस तरह की डिजाइन उन्हें कंस्ट्रक्शन काम में बहुत ही मदद करती है क्योंकि यह डिजाइन इन्हें एक विजुलाइजेशन प्रदान कराती है जिसके जरिए वह अपने काम को और भी आसानी से और तेजी से करते हैं इसीलिए सिविल इंजीनियर किसी भी प्रोजेक्ट को बनाने से पहले इस प्रोजेक्ट का 3D और 2D ड्रॉइंग बनाते हैं।

budget management

सिविल इंजीनियर अपने प्रोजेक्ट का बजट मैनेजमेंट भी करती है।client को उसके बजट के अनुशार एक अच्छा कम करके दे सके।

risk analysis

civil engineer construction site का सर्वे करना होता है ताकि वह अपने प्रोजेक्ट को प्राकृतिक आपदाओं बता सकें और उन्हें risk analysis करना होता है प्रोजेक्ट तैयार करते वक्त अलग-अलग स्तर पर

survey report and taking approval government authorities

civil engineer को अपने प्रोजेक्ट को तैयार करने के लिए एक रिपोर्ट बनानी होती है ताकि वह उस रिपोर्ट का आधार पर केंद्र और राज्य सरकार से अनुमति प्राप्त करके अपने कंस्ट्रक्शन काम को पूरा कर सके

soil testing

सिविल इंजीनियर कंस्ट्रक्शन साइट्स की मिट्टी की जांच करते हैं ताकि वह प्रोजेक्ट की नींव को अच्छे से बना सक

checking material quality

civil engineer प्रोजेक्ट को बनाने के लिए जिन भी वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता उन सारे वस्तुओं का निरीक्षण करती है हर एक material का वह जांच करती

maintainance, repairing

सिविल इंजीनियर को मेंटेनेंस का काम भी करना होता है वह किसी से कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट की खामियों की जांच करता है और उस खामियों को ठीक भी करता है।

inspection on construction site

civil engineer को तैयार हो रहे हैं प्रोजेक्ट का निरीक्षण भी करने भेजा जाता है उन्हें यह तय करना होता है कि कंस्ट्रक्शन वर्क सही से चल रहा है उसमें इस्तेमाल हो रहे हर एक सामग्री अच्छी ग्रेड की हैं किसी भी प्रकार का मिलावटी सामान उपयोग में नहीं लिया जा रहा है और उन्हें यह भी तय करना होता है कि कंस्ट्रक्शन कार्य सही समय पर पूरा हो सके सरकारी सिविल इंजीनियरों को अधिकतर का निरीक्षण का ही होता है वह बहुत से सरकारी प्रोजेक्ट में जाते हैं और वहां सरकार के द्वारा कराए जा रहे कंस्ट्रक्शन वर्क का निरीक्षण करते हैं ताकि वह यह सुनिश्चित कर सकें कि वहां के ठेकेदार उस कंस्ट्रक्शन वर्क में किसी भी तरह का भ्रष्टाचार नहीं कर रहे हैं और वहां पर सही ढंग से कंस्ट्रक्शन कार्य को किया जा रहा है।

Interpretation of Drawing

दोस्तों आप लोगों को जो भी प्लान दिया गया है यानी कि आप लोगों को पेपर में एक ड्राइंग बना कर दिया जाएगा तो उस ड्रॉइंग को आपको पढ़ने आना चाहिए उस ड्राइंग में पूरी जानकारी रहती है कि रूम की साइज कितनी है बीम कितने हैं इत्यादि हर प्रकार के जानकारी उस ड्राइंग में रहती है तो आपको उस ड्रॉइंग को अच्छी तरह से देखकर समझना होगा।


Preparing Bar Bending Schedule6. Plotting Line – Level on Construction Site

इसमें दोस्तों इस प्लान में इस्तेमाल होने वाले जितने भी स्टील है इसकी जानकारी आपको होनी चाहिए कि वहां इतने स्टील इस्तेमाल में आने वाले हैं उसके साइज कितनी है कितने की आपकी जरूरत है इन सभी चीजों के बारे में आपको जानकारी होनी चाहिए।


Allotting Work to Labors

उस कंस्ट्रक्शन साइट पर जितने भी लोग काम कर रहे होंगे आपको उन सभी लोगों को हमेशा किसी ना किसी काम में इंगेज रखना होगा

यानी कि एक के बाद एक काम आपको उन सभी मजदूर को देना होगा ताकि जितनी जल्दी हो सके आप अपने प्रोजेक्ट को पूरा करके खत्म कर सकें।


Supervision of Construction Work

आपको जिस भी जगह काम मिला है उस जगह का निरीक्षण हमेशा करते रहना होगायहां आपके एक छोटी सी भूल बहुत बड़ा नुकसान का कारण बन सकता है।


Checking Received Material and Preparing Material used Schedule

आपके पास पूरी जानकारी होनी चाहिए कि आपके पास कितने सीमेंट छड़ स्टील उपलब्ध है कहीं ऐसा ना हो कि आपको कल काम शुरू करना पड़े और कल जाकर आपको पता चले कि आपके पास के सामान ही उपलब्ध नहीं है।

ऐसे में आपको सभी चीजों का ब्यौरा रखना होगा कि आपके पास कितने सामान उपलब्ध है और कितनों की आपको जरूरत है।


Preparing Work Chart Schedule

जिस तरह आप पढ़ाई करने के लिए एक प्रोटीन फॉलो करते हो उसी प्रकार काम के दौरान भी आपको एक खोज के लिए रोटी बना कर चलना होगा जिसके तहत आपको यह पता लगेगा कि किस काम को कितने समय में खत्म करना है।

ताकि आप अपने प्रोजेक्ट को जल्दी से जल्दी खत्म कर सके और अगर आप अपने प्रोजेक्ट को पूरी करने में देरी करेंगे तो इससे खर्चा भी बहुत ज्यादा बढ़ जाएगा।


Providing Cutting Length and Nos. of Bar to Steel Workers

 वहां जितने भी स्टील वर्कर काम करेंगे आपको उन्हें पूरी डिटेल देनी होगी कि स्टील को कितनी मोड़ना है कितनी बार कटिंग करनी है इस तरह की सारी जानकारी आपको उस स्टील वर्कर को अच्छी तरह से समझाना होगा।


Checking Steel Work of Slab, Beam, & Column Before Concreting

स्टील वर्कर द्वारा स्टील के कटाई या मोड़ने के बाद सिविल इंजीनियर को सारे स्टील की निरीक्षण एक बार फिर से करना होगा की कितने Slab, Beam, & Column स्लैब में लगे हुए हैं क्या यह ड्राइंग के अनुसार पूरी तरीके से सही है कि नहीं इसकी पूरी निरीक्षण आपको करनी होगी।


Supervision of Curing process.

इसके तहत कंक्रीट डालने के बाद 6 से 7 घंटे के बाद ही आपको उसके ऊपर पानी छिड़कना होगा जिससे कि वह पूरी अच्छी तरह से भीग जाए इससे छत की मजबूती बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।


Keeping Note of Each and Every Casting Work

हर कास्टिंग के बाद आपके पास पूरा लेखा-जोखा होना चाहिए कि इस कास्टिंग में कितने सामान का इस्तेमाल किया गया कितना स्टील को इस्तेमाल में लाया गया इसमें कितने मजदूर ने काम किया इत्यादि।


Steel Record ( Available Steel and used Steel Record)

जितने भी स्टील अभी तक उपयोग में लाए गए हैं और कितना स्टील अभी बाकी है इन की पूरी जानकारी एक सिविल इंजीनियर को रखनी होगी।

Preparing Concrete Record

कितनी मात्रा में कंक्रीट का इस्तेमाल हुआ है इसकी जानकारी भी सिविल इंजीनियर को होनी चाहिए।

Labour Muster

एक निश्चित काम को करते समय कितने मजदूर ने काम किया और कितनी देर काम किया इसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए।

Preparing Bill of Quantity

काम को करते वक्त समय-समय पर आपको बिल बना कर तैयार रखना होगा कि कब कितना खर्चा किया जा रहा है।

Preparing and Sending Daily Process Report to Higher

जो भी काम चल रहा है इसकी पूरी जानकारी आपके ऊपर के लोगों को देना होगा।

ताकि उन्हें भी पता लग सके कि काम कहां तक पहुंचा है और कितना खर्चा हो रहा है।

Conclusion

तू आज हमने जाना कि कंस्ट्रक्शन साइट पर सिविल इंजीनियर का क्या काम होता है।

मुझे उम्मीद है कि आप सभी लोगों को अच्छी तरह से पता चल गया होगा कि आखिरकार एक सिविल इंजीनियर का क्या काम है।

सिविल इंजीनियर की काम से जुड़ी कोई भी सवाल अगर आपके मन में है तो आप कमेंट में पूछ सकते हैं

1 thought on “सिविल इंजीनियर का क्या काम होता है?”

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