पश्चिम बंगाल की राजधानी कहां है? | Capital of West Bengal in hindi

आज हम जानेंगे कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कहां है? (West Bengal ki rajdhani kahan hai) या पश्चिम बंगाल की राजधानी क्या है? (West Bengal ki rajdhani kya hai) तथा पश्चिम बंगाल एवं पश्चिम बंगाल के राजधानी में प्रसिद्ध स्थल कौन-कौन से हैं?

पश्चिम बंगाल की राजधानी (Capital of West Bengal in hindi) के बारे में पूरे विस्तार से जानने के लिए इसे पूरे ध्यान से पढ़ें।

पश्चिम बंगाल की राजधानी क्या है? (West Bengal ki rajdhani kahan hai)

Capital of West Bengal in hindi

पश्चिम बंगाल की राजधानी ‘कोलकाता’ है।

भारत देश के प्रमुख महानगरों में से एक कोलकाता भारत देश के पश्चिम बंगाल राज्य की राजधानी है, जो प्रशासनिक रूप से कोलकाता जिले में स्थित है। पश्चिम बंगाल का कोलकाता भारत का दूसरा सबसे बड़ा नगर तथा देश का पांचवा सबसे बड़ा बंदरगाह है। कोलकाता पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार के नाम से भी जाना जाता है। इस शहर को भारत में साम्यवाद आंदोलन के गढ़ के रूप में भी देखा जाता है। कोलकाता सिटी को ‘सिटी ऑफ जॉय’ के नाम से भी पुकारा जाता है।

पश्चिम बंगाल की राजधानी (क्षेत्रफल एवं जनसंख्या)

क्षेत्रफल एवं जनसंख्या में कोलकाता 206.1 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला है एवं समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 9.14 मीटर की है। वर्ष 2011 की जनसंख्या जनगणना के अनुसार यहां की कुल आबादी 4496694 जितनी दर्ज की गई थी। वर्ष 2001 की जनगणना के अनुसार कोलकाता शहर की जनसंख्या 4580544 है एवं सभी शहरी क्षेत्र को मिलाकर यह आबादी 13216546 है। लिंग अनुपात में यहां प्रति हजार पुरुष 928 स्त्रियां है। शहर की औसत साक्षरता दर राष्ट्रीय औसत साक्षरता दर से अधिक, 81% है। कुल जनसंख्या का ज्यादातर हिस्सा बंगाली लोग ही है, एवं कुछ प्रतिशत में अन्य समुदाय के लोग हैं।

धर्म के अनुसार कुल जनसंख्या का 80% भाग हिंदू धर्म से संबंध रखता है। शेष जनसंख्या में 18% मुस्लिम, 1% ईसाई, और 1% जैन लोग हैं।

पश्चिम बंगाल की राजधानी की भूगोल एवं जलवायु

भूगोल एवं जलवायु में कोलकाता गंगा डेल्टा क्षेत्र में 5 फीट से 30 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। कोलकाता हुगली नदी के किनारे पर स्थित है जहां इसका विस्तार उत्तर- दक्षिण रैखिक तक फैला हुआ है।

यह शहर हुगली नदी के पूर्वी किनारे पर बांग्लादेश की सीमा से 80 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है, जहां से बंगाल की खाड़ी के शीर्ष तट की दूरी 180 किलोमीटर की है। जलवायु में कोलकाता में उष्णकटिबंधीय आर्द्र-शुष्क जलवायु रहती है। वार्षिक औसत तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस रहता है।

गर्मी का मौसम यहां धर्म तथा हाथरस रहता है जिस दौरान न्यूनतम तापमान 30 डिग्री एवं अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार भी चला जाता है। शीतकाल के दौरान न्यूनतम तापमान 54 से 57 डिग्री फारेनहाइट तक जाता है। जून से सितंबर के बीच यहां बंगाल की खाड़ी से दक्षिण पश्चिम मानसून वर्षा कराती है। अधिकतम वार्षिक वर्षा 1582 मिलीमीटर की होती है।

शैक्षिक संस्थानों

शैक्षिक संस्थानों में पश्चिम बंगाल के कोलकाता में कई प्रमुख शिक्षण संस्थान एवं महाविद्यालय है। विश्वविद्यालयों में सबसे पहला नाम कोलकाता विश्वविद्यालय का आता है, उसके बाद रविंद्र भारती विश्वविद्यालय, नेताजी सुभास मुक्त विश्वविद्यालय, जादवपुर विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय, बंगाल अभियांत्रिकी एवं विज्ञान विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल पशुपालन एवं मत्स्य पालन विज्ञान विश्वविद्यालय, पश्चिम बंगाल तकनीकी विश्वविद्यालय का नाम आता है जोकि अपने संबंधित क्षेत्रों में उच्च स्तरीय शिक्षा प्रदान करते हैं। कोलकाता में 4 मेडिकल कॉलेज भी स्थित है।

राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों में भारतीय प्रबंधन संस्थान, सत्यजीत रे फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान, एशियाटिक सोसाइटी, मेघनाथ साहा आणविक भौतिकी संस्थान तथा भारतीय सांख्यिकी संस्थान जैसे संस्थानों का नाम आता है। Botanical survey of India, एंथ्रोपॉलजिकल सर्वे आफ इंडिया, रामाकृष्ण मिशन संस्कृति संस्थान, बोस संस्थान, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, प्रेसिडेंसी कॉलेज एवं इन जैसे कुछ अन्य कॉलेजो कि गिनती यहां के उल्लेखनीय संस्थानों में होती है।

पश्चिम बंगाल की राजधानी में दर्शनीय स्थल

पर्यटन में पश्चिम बंगाल का कोलकाता शहर यहां के पार्कों, मंदिरों और किलो के लिए प्रसिद्ध है। यहां कई दर्शनीय स्थल हैं जिनमें जाना पर्यटक पसंद करते हैं।

कोलकाता शहर में हुगली नदी के पूर्वी तट पर स्थित फोर्ट विलियम जिसका निर्माण 1696 में किंग विलियम तृतीय के नाम पर करवाया गया था एक शानदार स्थल है।

कोलकाता के केंद्र में स्थित, सफेद संगमरमर से बनी विक्टोरिया मेमोरियल यहां के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल में गिना जाता है। यह रानी विक्टोरिया के भारत पर 25 साल के शासन कि स्मृति के रूप में बनाई गई थी, यह संरचना 64 एकड़ में फैली है।

कोलकाता का लैंड मार्क बन चुके हावड़ा ब्रिज हुगली नदी पर बना सबसे अधिक घूमे जाने वाले पर्यटन स्थलों में आता है। यह ब्रिज पूरी दुनिया के सबसे लंबे कैंटीलेवर पुलों में आता है। अपनी अनोखी संरचना तथा यहां की अद्वितीय सुंदरता के कारण यह पर्यटको में लोकप्रिय है।

यहां पर स्थित इंडियन म्यूजियम यानी भारतीय संग्रहालय दुनिया के सबसे पुराने संग्रहालयो में नौवें स्थान पर आता है। यहां प्राचीन अवशेष, मूर्तियां, प्राचीन वस्तुएं, समकालीन  चित्रों, कंकालों एवं जीवाश्म आदि का संग्रह देखा जा सकता है, जिसे पर्यटक बेहद पसंद करते हैं।

बिड़ला तारामंडल या बिड़ला प्लैनेटेरियम एशिया का सबसे बड़ा और दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा तारामंडल है। यहां इलेक्ट्रॉनिक्स प्रयोगशाला खगोलीय मॉडलों का संग्रह एवं खगोल विज्ञान गैलरी मौजूद है जो विज्ञान प्रेमियों के साथ-साथ अन्य पर्यटकों को भी आकर्षित करता है।

मदर टैरेसा सरानी के नाम से भी जाने जाने वाला कोलकाता की एक सड़क पार्क स्ट्रीट कहलाता है। यह कोलकाता की सड़क के साथ-साथ एक प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है जहां लोग हैंग आउट और एंजॉय करने जाते हैं।

कोलकाता चिड़ियाघर अलीपुर जू(zoo) के नाम से भी जाना जाता है। यह भारत में स्थापित सबसे पुराने प्राणी उद्यानों में से है। 46.5 एकड़ में फैले इस उद्यान में बड़ी संख्या में वन्य जीव देखने को मिलते हैं, यहां मशहूर रॉयल बंगाल टाइगर, एक सींग वाले गैंडे, हाथी एवं वाइट टाइगर सहित कई प्रकार के प्राणी देखे जा सकते हैं।

पश्चिम बंगाल की राजधानी में पर्यटक स्थल

यहां के अन्य मुख्य पर्यटक स्थलों में बिरला मंदिर, जल्दापारा वन्यजीव अभयारण्य, मार्बल पैलेस, कोलकाता का प्रसिद्ध जैन मंदिर, बॉटनिकल गार्डन, देश का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम ईटन गार्डन जैसे स्थानों का नाम आता है। उपयुक्त नामों के अलावा भी अन्य पर्यटक स्थल कोलकाता में मौजूद है।

पश्चिम बंगाल की राजधानी में परिवहन यानी यातायात

परिवहन यानी यातायात में देश के सबसे प्रमुख महानगरों में से एक होने के कारण यहां यातायात में किसी भी प्रकार की कोई दुविधा नहीं है। सड़क मार्ग, रेल मार्ग या  वायु मार्ग में से किसी भी तरह से यहां पहुंचना आसान है।

रेल मार्ग में कोलकाता में  लंबी दूरियों के लिए दो प्रमुख रेलवे स्टेशन- हावड़ा जंक्शन और सियालदह जंक्शन है। इसके अलावा कोलकाता रेलवे स्टेशन भी यहां है। यह शहर भारतीय रेलवे के 2 मंडलों पूर्वी रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे का मुख्यालय भी है।

वायु मार्ग में शहर के उत्तरी छोर पर स्थित यहां का नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दमदम में स्थित है। इस हवाई अड्डा से अंतर्राष्ट्रीय एवं अंतर्देशीय सभी प्रकार के फ्लाइट उपलब्ध रहती है। देश के सभी प्रमुख शहरों एवं विदेशों से भी इस हवाई अड्डे तक के लिए उड़ाने भरी जाती है।

सड़क मार्ग में कोलकाता भली-भांति देश के दूसरे क्षेत्रों से सड़क से जुड़ा है। नियमित रूप से बसें यहां से और यहां के लिए चलती है। बसों के अलावा शहर में पीली मीटर वाली टैक्सी और ऑटो रिक्शा के विकल्प भी मौजूद है। देश के दूसरे क्षेत्रों से राष्ट्रीय राजमार्गों द्वारा यहां का सीधा रास्ता है।

कोलकाता भारत का इकलौता शहर है जहां सड़को पर ट्राम चलती हुई देखी जा सकती है। याद धीमी गति से चालित यान है जिसमें शहर के कुछ क्षेत्रों तक घुमा जा सकता है।

यहां मेट्रो की सुविधा भी उपलब्ध है जिस का संचालन भारतीय रेल द्वारा किया जाता है या भारत की सबसे पुरानी भूमिगत यातायात प्रणालियों में से है।

एक मुख्य बंदरगाह होने के कारण यहां जलमार्ग से भी आवागमन संभव है। कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट कोलकाता बंदरगाह और हल्दिया बंदरगाह का प्रबंधन करता है। यहां से अंडमान निकोबार दीप समूह  के अलावा भारत के अन्य बंदरगाहों के लिए भी यात्री जहाज और माल जहाज चलते हैं।