बीएससी (B.Sc) बायोलॉजी के बाद क्या करें? | B.Sc Biology ke baad kya kare

आज हम जानेंगे कि बीएससी बायोलॉजी के बाद क्या करें? (b.sc biology ke baad kya kare) या बीएससी बायोलॉजी करने के बाद हमारे पास क्या-क्या कैरियर विकल्प उपलब्ध होते हैं? जिसमें हम अपना कैरियर बना सकते हैं। B.Sc biology के बाद क्या करें?

दोस्तों आज के इस प्रतिस्पर्धा पूर्ण माहौल में हर छात्र अपने लिए बेहतर से बेहतर कैरियर बनाने की इच्छा रखता है। 12वीं ज्यादातर छात्र दसवीं के बाद सही अपने करियर को लेकर सजग हो जाते हैं। वह इस बात का विश्लेषण करना आरंभ कर देते हैं कि उन्हें दसवीं के बाद किस स्ट्रीम को चलना है एवं आगे चलकर उस क्षेत्र के किन किन क्षेत्रों में वह अपना करियर बना सकता है।

दसवीं के बाद साइंस स्ट्रीम को चुनने वाले छात्र मेन सब्जेक्ट में मैथ्स या बायोलॉजी का चुनाव करते हैं। बायोलॉजी का चुनाव डॉक्टरी और उससे संबंधित क्षेत्र में अपना करियर बनाने की सोचने वाले छात्र करते हैं। अगर आप भी बायोलॉजी लेकर 11वीं और 12वीं की पढ़ाई करते हैं तो संभवत आप 12वीं के बाद ग्रेजुएशन में बीएससी बायोलॉजी(b.sc biology) को चुनेंगे।

डॉक्टरी एवं उससे संबंधित अन्य क्षेत्र जैसे फार्मास्यूटिकल ऑर्गेनाइजेशंस, botanical research एवं क्लीनिकल रिसर्च आदि जैसे  क्षेत्रों में रुचि रखने वाले छात्र ग्रेजुएशन में बीएससी बायोलॉजी का कोर्स करते हैं। दोस्तों छात्र जो ग्रेजुएशन  बीएससी बायोलॉजी में पूरी कर चुके होते हैं उन्हें बीएससी के बाद क्या क्या जॉब ऑप्शन होते हैं? आप किन क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं? आगे पढ़ने की इच्छा रखने वाले बीएससी पूरी हो जाने के बाद किन कोर्सस को पढ़ सकते हैं आदि जैसे बातों की जानकारी होना उस छात्र के लिए काफी आवश्यक होता है।


बीएससी बायोलॉजी के बाद क्या करें? (B.Sc Biology ke baad kya kare)

इस लेख में हम बीएससी बायोलॉजी के बाद क्या क्या करियर ऑप्शंस होते हैं एवं आप आगे इसी क्षेत्र में किन कोर्स इसमें अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ा सकते हैं इत्यादि चीजों पर चर्चा करेंगे।

बात करें बीएससी बायोलॉजी के बाद एंप्लॉयमेंट एरियाज की तो इसमें कई क्षेत्रों का नाम आता है।

फार्मास्यूटिकल ऑर्गेनाइजेशंसहॉस्पिटल और हेल्थ ट्रीटमेंट सेंटर्स
एग्रीकल्चरल रिसर्च प्लांटजेनेटिक रिसर्च क्लिनिकल रिसर्च
बोटैनिकल सर्वेबायो टेक्नोलॉजी फॉर्म्स एंड मेडिकल

अगर जॉब प्रोफाइल्स की बात करें तो उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं-

लैब टेक्नीशियन

नाम से ही ज्ञात है की इसमें आपको लैब में अलग-अलग चीजों से के बारे में काफी तरह के टेस्ट यानी प्रयोग करने होते हैं। लैब टेक्नीशियन बड़े साइंटिस्ट को अशिष्ट(assist) करते हैं एवं उनके शोध यानी रिसर्च में उनकी सहायता करते हैं।

Medical officer

Medical ऑफिसर का काम अस्पतालों और अन्य स्वास्थ्य संबंधित संस्थाओं में मेडिकल एडमिनिस्ट्रेशन की एक्टिविटीज की निगरानी करने का होता है। मेडिकल ऑफिसर इंस्पेक्शन करते हैं और हेल्थ स्टैंडर्ड को मेंटेन रखते हैं।

Quality control executive

इनका काम स्वास्थ्य के क्षेत्र में मेडिकल साइंस के क्वालिटी इश्यूज को हैंडल करने का होता है। इनका काम दवाओं की सही क्वालिटी से लेकर स्वास्थ्य के क्षेत्र में उपयोग होने वाले हर उपकरण एवं हर चीज की गुणवत्ता सही रखने का होता है।

Farming consultant

नाम से ही विदित है की फार्मिंग कंसल्टेंट्स फार्मिंग से संबंधित सही एवं जरूरी सलाह देते हैं। आज के समय में फार्मिंग से संबंधित दिक्कतों का निवारण  होना काफी जरूरी होता है जिससे फार्मिंग कंसल्टेंसी को भी काफी छात्र अपने कैरियर के रूप में चुनना पसंद करते हैं।

Clinical process associate

मुख्य रूप से इनका काम clinical trials में हाइयर मैनेजमेंट को असिस्ट करने का होता है। Clinical trials का समय पर और सही तरीके से होना बहुत जरूरी होता है। इस profession मे आपको हाइयर मैनेजमेंट को असिस्ट करना होता है।

Plant researcher

इनका काम पेड़ पौधों से संबंधित शोध करके जरूरी एवं काम की जानकारी इकट्ठा करना होता है। ये पेड़ पौधों पर शोध करके अच्छे ज्यादा लाभ पहुंचाने वाले पौधों से संबंधित जानकारी देते हैं।

Environment consultant

इनका काम आपको पर्यावरण से संबंधित जरूरी बातों की जानकारी देना होता है। Environment consultant पर्यावरण से जुड़ी समस्याओं एवं उनके हल के बारे में जानकारी देकर पर्यावरण को सुरक्षित रखते हैं।

बायोलाजी रिसर्चर

बायोलॉजी रिसर्च का काम जीवित जीव जंतूओं पर शोध करना होता है। यह लिविंग organisms पर शोध करके पर्यावरण से उनका संबंध व पर्यावरण को किस प्रकार प्रभावित करते हैं एवं पर्यावरण उन से किस प्रकार प्रभावित होता है आदि जैसे बातो का पता लगाते हैं।

Taxonomist

मुख्यत: टैक्सनॉमिस्ट विभिन्न प्रकार के जीवो पर अध्ययन करके उनका वर्गीकरण करने का काम करते हैं। विभिन्न जीवों के रहन-सहन खानपान एवं अन्य हैबिट्स के आधार पर उनका वर्गीकरण कर इन्हें अलग-अलग समूहों में बांटना ही टैक्सनॉमि कहलाता है।

Forester

Forester का काम मुख्यता फॉरेस्ट यानी जंगल के बारे में अध्ययन करना होता है। Forester,forest scientist यानी जंगल का वैज्ञानिक होता है। इस प्रोफेशन में आपको फॉरेस्ट यानी जंगल को मेंटेन करना एवं उसमें सही गुणवत्ता बनाए रखना आदि जैसे विषयों पर अध्ययन कराया जाता है।


इनके अलावा भी अन्य कई जॉब प्रोफाइल्स होती हैं।

दोस्तों हर कोई अपनी बीएससी पूरी हो जाने के बाद जॉब ही नहीं करना चाहता। बहुत से छात्र ऐसे भी होते हैं जो उसी क्षेत्र में अपनी पढ़ाई आगे जारी रखना चाहते हैं एवं उस क्षेत्र में और आगे बढ़कर कुछ बेहतर बनना चाहते हैं। अगर बात करें आगे की पढ़ाई की तो आप अपनी बीएससी पूरी हो जाने के बाद विभिन्न सब्जेक्ट में मास्टर्स की डिग्री भी पा सकते हैं यानी बीएससी के बाद एमएससी (M.sc)कर सकते हैं।

यदि आप एमएससी करने का विकल्प अपनाते हैं तो आप निम्नलिखित विषयों में एमएससी कर सकते हैं-

  • M.sc इन बायोलॉजी
  • M.sc इन applied biology
  • M.sc इन bio- chemistry
  • M.sc इन बॉटनी (botany)
  • M.sc इन zoology

आप इन विषयों में अपनी रूचि के अनुसार और साथ ही आप किस विषय में ज्यादा योग्य है इनमें से किस क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं आदि बातों को ध्यान में रखकर विषय का चुनाव कर सकते हैं। किसी भी सब्जेक्ट विशेष मे एमएससी करना आपको उससे संबंधित क्षेत्र के में अपना करियर बनाने के योग्य बनाएगा।

अगर आप उससे भी आगे की पढ़ाई करना चाहते हैं तो पीएचडी (phd) बेहतर विकल्प होता है। अगर आप जीव विज्ञान के क्षेत्र में आगे रिसर्च एवं शोध में रुचि रखते हैं तो पीएचडी भी बहुत उपयोगी होता है। बायोलॉजी मे phd करके आप रिसर्चर और उस जैसे अन्य प्रोफेशन के लिए और ज्यादा योग्य और अनुभवी बनते हैं।

Conclusion