आंगनबाड़ी के 6 सेवाएं कौन-कौन से हैं?|Anganwadi ke 6 sevaye kon kon se h?

बहुत सारे लोग ऐसे होते हैं, जिन्हें आंगनबाड़ी के द्वारा दी जाने वाली सेवाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है। उनके मन में अक्सर ऐसे प्रश्न आते हैं कि आंगनबाड़ी के 6 सेवाएं कौन-कौन से है? 

इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम मुख्य रूप से आंगनबाड़ी के सेवाओं के बारे में ही बात करने वाले हैं कि आंगनबाड़ी के द्वारा कौन-कौन से सेवाएं लोगों को दी जाती है।

आंगनवाड़ी के द्वारा दी जाने वाली सेवाओं के बारे में अधिक जानकारी ना होने के कारण लोग इन सेवाओं का लाभ नहीं उठा पाते हैं, इसलिए हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहे।

आंगनबाड़ी के 6 सेवाएं कौन-कौन से हैं?

तो चलिए जानते आखिरकार आंगनबाड़ी के 6 सेवाएं कौन-कौन से हैं? या आंगनबाड़ी में कौन-कौन सी छह सेवाएं दी जाती हैं।

आंगनबाड़ी के 6 सेवाएं कौन-कौन से हैं?

सभी महिलाओं और बच्चों के लिए आंगनबाड़ी के द्वारा 6 सेवाएं दी जाती है, उन छह सेवाओं के नाम इस प्रकार हैं-

  • पूरक पोषण आहार
  • स्वास्थ्य जांच
  • संदर्भ सेवाएँ
  • टीकाकरण
  • पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा 
  • स्कूल पूर्व अनौपचारिक शिक्षा

आंगनबाड़ी के द्वारा यह सभी सेवाएं महिलाओं और बच्चों के लिए दी जाती है, अब हम इन सभी सेवाओं के बारे में विस्तारपूर्वक बात करते हैं।

पूरक पोषण आहार

आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों और महिलाओं के लिए पूरक पोषण आहार की सभी प्रकार की जानकारी और पोषक आहार भी मिलते हैं।

यहां पर गर्भवती महिलाओं और परिवार के 6 वर्ष के बच्चों के लिए राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत 300 दिन तक पूरक पोषण आहार दिया जाता है।

आज के वर्तमान समय में आंगनबाड़ी केंद्रों में 6 माह से 6 वर्ष के बच्चों को 12 से 15 ग्राम पोषण आहार के रूप में दिया जाता है।

इसके अलावा गंभीर कुपोषित और अस्वस्थ बच्चों को 20 से 25 ग्राम प्रोटीन दिया जाता है। और जो भी महिलाएं गर्भवती उन्हें 18 से 20 ग्राम प्रोटीन देने का आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रावधान है।

स्वास्थ्य जांच

हर महीने आंगनबाड़ी केंद्रों में गर्भवती महिला एवं बच्चों के लिए स्वास्थ्य जांच होने का प्रावधान है।

सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में हर महीने हुए 1 दिन निर्धारित किया जाता है जिस दिन सभी गर्भवती महिलाओं और कम उम्र के बच्चों का स्वास्थ्य जांच किया जाता है।

आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में स्वास्थ्य जांच के लिए मंगलवार और शुक्रवार का दिन ही चुना जाता है।

संदर्भ सेवाएँ

किसी भी प्रकार की गंभीर बीमारी होने पर आंगनबाड़ी केंद्रों के द्वारा महिलाओं और बच्चों को संदर्भ सेवाएं दी जाती है।

इसे हम इस प्रकार समझ सकते अगर किसी महिला या बच्चे को किसी प्रकार की गंभीर बीमारी है, तो आंगनबाड़ी केंद्रों के द्वारा उस महिला की बीमारी के इलाज में सहयोग मिलेगा।

यानी आंगनबाड़ी केंद्र के द्वारा उस महिला या बच्चे का सरकारी हॉस्पिटल में इलाज कराया जाएगा।

टीकाकरण

आपको तो पता ही होगा कि 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को टीकाकरण करवाना अनिवार्य है। अगर बच्चे टीकाकरण करवा लेंगे तो उन्हें बहुत तरह की बीमारी से बचने में राहत मिलेगी।

टीकाकरण के लिए भी आंगनवाड़ी केंद्रों को सरकार के द्वारा निर्देश दिए गए हैं, कि 6 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का टीकाकरण करवाएं।

इसके अलावा आंगनवाड़ी केंद्रों में गर्भवती महिलाओं को भी टीकाकरण कराने का निर्देश दिया गया है।

पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा 

आंगनबाड़ी केंद्रों में सरकार के द्वारा सख्त निर्देश दिए गए हैं कि सभी गर्भवती महिलाओं एवं बच्चों को पोषण और स्वास्थ्य जुड़ी सभी प्रकार की शिक्षा देना।

महिलाओ और बच्चों को पोषण के लिए किन-किन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए या कौन-कौन से खाना खाना चाहिए, इन सभी के बारे में जानकारी आंगनबाड़ी केंद्र के द्वारा आप को दी जाती है।

स्कूल पूर्व अनौपचारिक शिक्षा

इन सभी के अलावा आंगनवाड़ी केंद्रों का एक मुख्य उद्देश्य बच्चों की मानसिक विकास को बेहतर करना भी है।

बच्चे के मानसिक विकास को बेहतर करने का तात्पर्य है कि बच्चा मानसिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए तभी वह अपने स्कूल में शुरुआती शिक्षा को अच्छी तरह हासिल कर पाएगा।

इसके लिए स्कूल के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों के द्वारा खेल खेल में ही अनौपचारिक शिक्षा दी जाती है।

अनौपचारिक शिक्षा के द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को प्राकृतिक संसाधनों आदि के बारे में जानकारी दी जाती है।

आंगनबाड़ी सेवाओं का लाभ मुख्य रूप से किसे मिलता है?

अगर आंगनबाड़ी सेवाओं के लाभ के बारे में बात की जाए तो आंगनवाड़ी सेवाओं का लाभ मुख्य रूप से छोटे बच्चों एवं महिलाओं आदि को मिलता है।

इसे हम कह सकते हैं कि आंगनबाड़ी सेवाओं का लाभ 6 वर्ष तक की आयु के बच्चों, किशोर युवतियों, गर्भवती महिलाओं तथा शिशुओं की देखरेख करने वाली माताओं को आवश्यक रूप से मिलता है।

आंगनबाड़ी का केंद्र हर एक गांव में होता ही है। इस केंद्र को मुख्य रूप से सरकार द्वारा महिलाओं और बच्चों की देखरेख के लिए बनाया गया है।

आंगनबाड़ी केंद्र बनाने का उद्देश्य क्या है?

सरकार द्वारा हर एक गांव में आंगनवाड़ी केंद्र बनाने का मुख्य रूप से उद्देश्य सभी महिलाओं और बच्चों के देख रेख करना है।

यह एक प्रकार की ऐसी संस्था है, जो भारत सरकार के द्वारा स्थापित की गई है। इसका उद्देश्य मुख्य रूप से गर्भवती महिलाओं और बच्चों की देखरेख करना है।

यह बच्चों और महिलाओं के लिए कुपोषण और भुखमरी जैसी समस्याओं के लिए निपटारा करती है। इनका उद्देश्य मुख्य रूप से बच्चों और महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधित सभी प्रकार के समस्याओं को हल करना है।

इन सभी के अलावा आंगनबाड़ी केंद्रों के द्वारा आपको छह मुख्य सेवाएं दी जाती है, आप उन सभी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।

आंगनबाड़ी केंद्र क्या होता है?

आंगनबाड़ी केंद्र का काम भारत में ग्रामीण बच्चों और महिलाओं की देखभाल का है। आंगनबाड़ी छोटे बच्चों को अनुपूरक आहार, टीकाकरण स्वास्थय जाँच, स्वास्थय एवं पोषण शिक्षा और 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए विद्यालय पूर्व शिक्षा देती है।

आंगनवाड़ी केंद्र में कितने रजिस्टर होते हैं?

सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में कुल 11 रजिस्टर होते हैं। इनमें हर दिन का परिवार विवरण, पूरक पोषाहार स्टॉक, पूरक पोषाहार वितरण, शाला पूर्व शिक्षा, गर्भावस्था प्रसव, टीकाकरण, विटामिन रिकॉर्ड, गृह भेंट योजना, संदर्भ सेवाएं, मासिक वार्षिक सारांश और बच्चों के वजन का रिकॉर्ड रखा जाता है।

भारत में कुल कितने आंगनवाड़ी केंद्र हैं?

हमारे भारत में वर्तमान में कुल 14 लाख के करीब आंगनबाड़ी केंद्र खुले हुए हैं। इसमें से 12,000 से ज़्यादा अभी संचालित नहीं हैं, 13.87 लाख अभी संचालित स्तिथि में हैं।

मिनी आंगनबाड़ी का काम क्या होता है?

सभी मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों का काम सामान्य आंगनवाड़ी केंद्रों की तरह ही होता है। ये सामान्य आंगनबाड़ी केंद्रों से थोड़े स्तर पर काम करते हैं। इसे हम मुख्य आंगनबाड़ी केंद्र की शाखा के रूप में समझ सकते हैं।

Conclusion 

आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको बताया कि आंगनबाड़ी की 6 मुख्य सेवाएं कौन-कौन सी होती है? या आंगनवाड़ी के अंतर्गत कौन-कौन सी सेवाएं आती हैं?

आंगनबाड़ी केंद्रों के अंतर्गत आने वाली मुख्य सेवाओं के बारे में मैंने एक एक करके विस्तार पूर्वक बात की है। आंगनबाड़ी केंद्रों से महिलाओं और बच्चों को कौन-कौन लाभ होती है?

आंगनबाड़ी केंद्रों को बनाने के लिए का सरकार का उद्देश्य क्या था? इन सभी के बारे में मैंने इस आर्टिकल में बात की है।

आशा करती हूं, मेरे द्वारा दी गई जानकारी आपको पसंद आई होगी। अगर आपके पास इस आर्टिकल से जुड़े कोई भी प्रश्न हो तो कमेंट करके मुझसे अवश्य पूछें धन्यवाद।

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