हर साल बहुत सारे छात्र यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होते हैं, यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों में से बहुत से ऐसे छात्र है, जिन्हें यूपीएससी का सिलेबस क्या है? इस के बारे में कोई जानकारी नहीं होती है।
इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम मुख्य तौर पर, यूपीएससी का सिलेबस क्या है? इसके बारे में बताने वाले हैं।
हमारे आर्टिकल में अंत तक बने रहे, हम आपको यूपीएससी की परीक्षा की सिलेबस से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी आज के आर्टिकल में बताने वाले हैं।
जैसे यूपीएससी का सिलेबस क्या है? यूपीएससी की परीक्षा की तैयारी में आपको क्या-क्या पढ़ना पड़ता है?
यूपीएससी की प्रीलिंस, मैंस आदि का सिलेबस और इनसे जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी इस आर्टिकल में हम जानेंगे।
यूपीएससी का सिलेबस क्या है?
Upsc की परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जाती है, इस परीक्षा में प्रत्येक चरण में अलग-अलग सिलेबस होता है।
अब हम प्रत्येक चरणों के अनुसार यूपीएससी के सिलेबस को जानेंगे।
यूपीएससी prelims syllabus
Upsc की परीक्षा में प्रथम चरण में prelims परीक्षा आयोजित की जाती है, जिसमें दो पेपर आयोजित होते हैं।
तो चलिए अब हम दोनों पेपर के सिलेबस को जानते हैं।
यूपीएससी प्रीलिम्स पेपर I: सामान्य अध्ययन I सिलेबस
- भारतीय राजनीति और शासन-संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे, आदि।
- आर्थिक और सामाजिक विकास-सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल आदि।
- पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे
- सामान्य विज्ञान
- राष्ट्रीय और अंतरर्राष्ट्रीय महत्व की वर्तमान घटनाएं।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
- भारतीय और विश्व भूगोल-भौतिक, सामाजिक, भारत और विश्व का आर्थिक भूगोल।
यूपीएससी प्रीलिम्स पेपर II: सामान्य अध्ययन II (CSAT) सिलेबस
- सामान्य मानसिक क्षमता
- बुनियादी संख्या (संख्या और उनके संबंध, परिमाण के आदेश, आदि) (कक्षा X स्तर), डेटा व्याख्या (चार्ट, रेखांकन, तालिकाओं, डेटा पर्याप्तता आदि) – कक्षा X स्तर)
- कम्युनिकेशन स्किल सहित पारस्परिक कौशल
- लॉजिकल रीजनिंग एंड एनालिटिकल स्किल
- डिसिजन मेकिंग एंड प्रॉब्लम सॉल्विंग
यूपीएससी की प्रिलिम्स पेपर के दूसरे चरण में आपसे गणित और रिजनिंग जैसे विषयों से प्रश्न पूछे जाते है, इसमें आमतौर पर आपकी सोचने की क्षमता की जांच की जाती है।
यह पेपर केवल क्वालीफाइंग होता है, इसलिए आपको इसमें केवल 33 परसेंट अंक लाने होते हैं।
उम्मीदवारों को यूपीएससी की परीक्षा में इन दोनों पेपर में शामिल होना अनिवार्य है, तभी वह यूपीएससी की परीक्षा के लिए योग्य माने जाते हैं।
अब तक हमने केवल यूपीएससी के प्रथम चरण के सिलेबस के बारे में जाना, अब हम यूपीएससी के परीक्षा के दूसरे चरण के सिलेबस के बारे में जानते हैं।
यूपीएससी मेंस परीक्षा सिलेबस
उम्मीदवारों के लिए यूपीएससी की मेंस परीक्षा में होने वाली परीक्षाएं आपकी समझ की गहराइयों को जानने का प्रयास करती है।
इस परीक्षा में आपसे कि कुल 7 सब्जेक्ट्स से प्रश्न पूछे जाते हैं। 5 मुख्य सब्जेक्ट होते हैं और बाकी दो सब्जेक्ट ऑप्शनल होते हैं।
- पेपर 2 से पेपर 5 तक की परीक्षा में आपके सोचने की क्षमता की जांच की जाती हैं।
- पेपर 6 और 7 में आपकी ऑनर्स डिग्री के आधार पर प्रश्न रहते हैं।
- अन्य पेपर में भारतीय भाषाओं के आधार पर प्रश्न रहते हैं। इन सभी पेपर में होने वाली परीक्षाओं का उद्देश्य व्यक्ति की भाषा शैली की जांच करना होता है।
तो चलिए अब हम यूपीएससी की मेंस परीक्षा के सिलेबस के बारे में विस्तार पूर्वक जानते हैं।
पेपर A: अनिवार्य भारतीय भाषा
- शब्दावली
- छोटे निबंध
- अंग्रेजी से भारतीय भाषा में अनुवाद और भारतीय भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद
- पैसेज की समझ
- सटीक लेखन
पेपर B: अंग्रेजी
- पैसेज की समझ (Comprehension of given passages)
- सटीक लेखन
- उपयोग और शब्दावली
- निबंध
पेपर I: निबंध
यूपीएससी की मेंस परीक्षा में आपसे निबंध लेखन से भी प्रश्न पूछे जाते है, इसलिए आपको निबंध लेखन करना आना चाहिए।
पेपर 2 : सामान्य अध्ययन II
- विश्व इतिहास (History of World)
- भारतीय समाज (Indian Society)
- भूगोल (Geography)
- भारतीय विरासत (Country’s Heritage)
- आधुनिक भारतीय इतिहास (History of Modern India)
पेपर 3: सामान्य अध्ययन- II
- सामाजिक न्याय (Social Justice)
- भारतीय शासन (Indian Rule)
- अंतर्राष्ट्रीय संबंध (Foreign Relation)
- भारतीय संविधान (Indian Constitution)
- भारतीय राजव्यवस्था (Indian Polity)
पेपर 4: सामान्य अध्ययन– III
- पर्यावरण और जैव विविधता (Environment & Bio Diversity)
- आपदा प्रबंधन (Disaster Management)
- सुरक्षा (Security)
- भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy)
- विज्ञान और तकनीक (Science & Technology)
पेपर 5 : सामान्य अध्ययन– IV: नैतिकता, अखंडता और योग्यता
- भावनात्मक बुद्धि (Emotional Intelligence)
- सार्वजनिक / सिविल सेवा मूल्य और लोक प्रशासन में नैतिकता (Public Values)
- शासन में संभावना (Potential in Governance)
- नैतिकता और मानव इंटर फ़ेस (Ethics and Human Interface)
- मनोवृत्ति (Attitude)
- योग्यता (Ability)
पेपर 6 & 7: ऑप्शनल सब्जेक्ट पेपर I और II
आप अपनी पसंद अनुसार किसी भी ऑप्शनल सबजेक्ट का चुनाव कर सकते है। ऑप्शनल सबजेक्ट के सिलेबस इस प्रकार है।
यूपीएससी ऑप्शनल सबजेक्ट | ||||
कृषि विज्ञान | पशुपालन और पशु चिकित्सा विज्ञान | नृविज्ञान | वनस्पति विज्ञान | रसायन विज्ञान |
सिविल इंजीनिरी | वाणिज्य शास्त्र तथा लेखा विधि | अर्थशास्त्र | विद्युत इंजीनिरी | भूगोल |
भूविज्ञान | इतिहास | विधि | प्रबंधन | गणित |
मैकेनिकल इंजीनियरिंग | चिकित्सा विज्ञान | दर्शन शास्त्र | भौतिकी | राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध |
प्राणि विज्ञान | सांख्यिकी | समाज शास्त्र | लोक प्रशासन | मनोविज्ञान |
साहित्यिक वैकल्पीक विषय | ||||
असमिया | बंगाली | बोडो | डोगरी | गुजराती |
गुजराती | कोंकणी | मराठी | संस्कृत | तेलुगू |
हिन्दी | मैथिली | नेपाली | संथाली | उर्दू |
कन्नड़ | मलयालम | ओरिया | सिंधी | अंग्रेज़ी |
कश्मीरी | मणिपुरी | पंजाबी | तामिल |
उम्मीदवारों को यूपीएससी की परीक्षा के मेंस चरण में वैकल्पिक विषय को चुनना होता है वैकल्पिक विषय दो तरह के होते हैं 50-50 अंकों के।
जब उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा के लिए आवेदन करते हैं, तभी उन्हें वैकल्पिक विषय चुनने का मौका मिलता है।
इन सभी बताए गए विषयों में से जो भी विषय को लेकर उम्मीदवार यूपीएससी की परीक्षा देना चाहते हैं, वह उस का चुनाव कर सकते है।
FAQ
upsc की परीक्षा में कुल 9 सब्जेक्ट से प्रश्न पूछे जाते हैं, prelims और मैंस के चरण में सिलेबस अलग-अलग होते हैं।
यूपीएससी की परीक्षा के लिए आपको बेसिक स्तर से सभी विषयों को पढ़ना अनिवार्य होता है, लेकिन खासतौर पर आपको करंट अफेयर्स और सामान्य ज्ञान की जानकारी होना आवश्यक होता है।
यूपीएससी के प्रीलिम्स में कुल 2 सब्जेक्ट के प्रश्न पूछे जाते हैं, इन दोनों सब्जेक्ट में पहला पेपर सामान्य अध्ययन का और दूसरा पेपर सीसैट का होता है।
यूपीएससी की तैयारी के लिए प्रतिदिन विद्यार्थियों को 12 से 14 घंटे पढ़ने की आवश्यकता होती है इसके साथ-साथ उनके पास सही मार्गदर्शन का भी होना जरूरी है।
सारांश
भारतीय राजनीति और शासन-संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, सार्वजनिक नीति, अधिकार मुद्दे, आर्थिक और सामाजिक विकास-सतत विकास, गरीबी, समावेश, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल आदि।
इतना ही नहीं पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन पर सामान्य मुद्दे और भी अन्य बहुत सारे सब्जेक्ट्स को आपको यूपीएससी की prelims परीक्षा में पढ़ना पड़ता है।
इसके अलावा यूपीएससी के द्वितीय चरण में आपको विश्व इतिहास (History of World), भारतीय समाज (Indian Society), भूगोल (Geography), भारतीय विरासत (Country’s Heritage) ,आधुनिक भारतीय इतिहास (History of Modern India) आदि एवं अन्य ऑप्शनल विषय की पढ़ाई करनी होती है।